वक्फ बोर्ड अधिनियम के संशोधन में रोक लगाने की मांग को लेकर जमशेदपुर के ईदगाह मैदान में जन आक्रोश सभा आयोजित, "मुसलमानों को ललकारना बंद करें असामाजिक तत्व": बाबर खान
जमशेदपुर के ईदगाह मैदान में वक्फ बोर्ड अधिनियम के संशोधन के खिलाफ और नबी की शान में गुस्ताखी करने वालों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर जन आक्रोश सभा आयोजित की गई। बाबर खान ने मुसलमानों को ललकारने वाले असामाजिक तत्वों के खिलाफ चेतावनी दी।
जमशेदपुर के ईदगाह मैदान में ऑल इंडिया माइनॉरिटी सोशल वेलफेयर फ्रंट की ओर से आयोजित "हम पर जुल्म कब तक पार्ट 3" के तहत विशाल जन आक्रोश सभा का आयोजन किया गया। इस सभा में हजारों की संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग शामिल हुए और वक्फ बोर्ड अधिनियम में संशोधन पर रोक लगाने तथा नबी की शान में गुस्ताखी करने वालों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की।
नबी की शान में गुस्ताखी करने वालों के खिलाफ सख्त कानून की मांग
सभा में उपस्थित प्रमुख वक्ताओं ने सरकार से मांग की कि देश में एक ऐसा सख्त कानून बनाया जाए जिसमें नबी की शान में गुस्ताखी करने वाले को कठोर सजा मिले। उन्होंने कहा कि इस तरह की टिप्पणियों से न केवल मुसलमानों की भावनाओं को ठेस पहुंचती है, बल्कि यह देश में आपसी भाईचारे और शांति को भी नुकसान पहुंचाता है। वक्ताओं ने यह भी कहा कि किसी भी धर्म के खिलाफ इस तरह की अपमानजनक टिप्पणी करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए ताकि देश में सौहार्द बना रहे।
मुस्लिम समाज को प्रताड़ित किया जा रहा है - मौलाना शमशाद कादरी
सभा को संबोधित करते हुए मौलाना शमशाद कादरी ने कहा कि आज देश में एक समुदाय को मानसिक प्रताड़ना दी जा रही है। उन्होंने कहा कि मुसलमानों को बार-बार उलझाया जा रहा है और नबी की शान में गुस्ताखी कर उन्हें उकसाने की कोशिश की जा रही है। कादरी ने कहा कि अब मुसलमान चुप नहीं बैठने वाले हैं, और उन्होंने देश की दूसरी सबसे बड़ी आबादी के अधिकारों की रक्षा की मांग की।
"हम हिंदुस्तान के दुश्मनों से दो-दो हाथ करने को तैयार" - बाबर खान
ऑल इंडिया माइनॉरिटी सोशल वेलफेयर फ्रंट के महासचिव बाबर खान ने सभा में कहा कि मुसलमान अब चुप नहीं बैठेंगे। उन्होंने कहा कि मुसलमान देश की एकता और अखंडता के लिए खतरा बने असामाजिक तत्वों से मुकाबला करने को तैयार हैं। बाबर खान ने कहा कि देश के संविधान की रक्षा करना और आपसी भाईचारे को बनाए रखना हर मुसलमान का कर्तव्य है। इसके लिए चाहे जो भी कुर्बानी देनी पड़े, मुसलमान उसे देने के लिए तैयार हैं।
मुसलमानों की एकता पर जोर
सभा के दौरान मौलाना इरफान साहब, मौलाना हारो रशीद, मौलाना इंतखाब साहब, फखरुद्दीन अंसारी सहित कई अन्य इमामों ने भी अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि मुसलमान हमेशा से संविधान के पालनकर्ता रहे हैं और वे देश की एकता और अखंडता के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे। वक्ताओं ने यह भी कहा कि मुसलमानों की आवाज को दबाने की कोशिशें सफल नहीं होंगी।
मिलियन मार्च की तैयारी
सभा में यह भी घोषणा की गई कि बहुत जल्द जमशेदपुर से रांची और रांची से दिल्ली तक मिलियन मार्च का आयोजन किया जाएगा। इस मार्च के जरिए केंद्र सरकार को यह संदेश दिया जाएगा कि नबी की शान में गुस्ताखी करने वालों की गिरफ्तारी और बेगुनाह मुसलमानों की रिहाई की मांग को पूरा किया जाए। सभा के अंत में सरफराज हुसैन ने सभा के समापन की घोषणा की।
असामाजिक तत्वों के खिलाफ चेतावनी
वक्ताओं ने अपने भाषणों के दौरान असामाजिक तत्वों को चेतावनी दी कि वे मुसलमानों को ललकारना बंद करें। उन्होंने कहा कि अब मुसलमान जाग चुका है और अपने अधिकारों की लड़ाई सड़क से लेकर सदन तक लड़ेगा।
यह जन आक्रोश सभा एक मजबूत संदेश दे रही है कि देश का मुस्लिम समुदाय अपने धार्मिक और संवैधानिक अधिकारों की रक्षा के लिए एकजुट होकर खड़ा है। इस सभा में जिस तरह से विभिन्न इमाम और मुस्लिम नेता एकजुट होकर अपनी आवाज बुलंद कर रहे थे, उससे साफ है कि आने वाले दिनों में यह आंदोलन और भी बड़ा रूप ले सकता है।
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