Sahara Scam Case: सहारा इंडिया के बोकारो जोनल मैनेजर सुंदर झा गिरफ्तार, करोड़ों के फर्जीवाड़े में जेल भेजे गए

झारखंड सीआईडी ने सहारा इंडिया घोटाले में बोकारो जोनल मैनेजर सुंदर झा को बिहार के मधुबनी से गिरफ्तार कर जेल भेजा। इस घोटाले में 400 करोड़ से अधिक की ठगी और ढाई लाख निवेशकों का बकाया शामिल है।

Aug 23, 2025 - 14:21
 0
Sahara Scam Case: सहारा इंडिया के बोकारो जोनल मैनेजर सुंदर झा गिरफ्तार, करोड़ों के फर्जीवाड़े में जेल भेजे गए
Sahara Scam Case: सहारा इंडिया के बोकारो जोनल मैनेजर सुंदर झा गिरफ्तार, करोड़ों के फर्जीवाड़े में जेल भेजे गए

झारखंड में सहारा इंडिया से जुड़े करोड़ों रुपये के फर्जीवाड़े की जांच लगातार आगे बढ़ रही है। इसी क्रम में सीआईडी ने सहारा इंडिया के बोकारो जोनल मैनेजर सुंदर झा को गिरफ्तार कर लिया है। झा को बिहार के मधुबनी जिले के पंडौल से हिरासत में लिया गया और रांची लाकर अदालत में पेश किया गया। शुक्रवार को सुनवाई के बाद उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

 पहले भी हो चुकी है गिरफ्तारी

इससे पूर्व, 28 जुलाई को रांची के जोनल मैनेजर संजीव कुमार को पटना के बाढ़ से गिरफ्तार किया गया था। दोनों की गिरफ्तारी 30 नवंबर 2024 को दर्ज केस के आधार पर हुई है। इस केस में सहारा समूह के प्रमुख सुब्रत रॉय (अब दिवंगत), उनकी पत्नी स्वपना रॉय, भाई जयब्रत रॉय, बेटे सुशांतो व सीमांतो रॉय, और अन्य कई अधिकारियों को आरोपी बनाया गया है।

सीआईडी की एफआईआर में सहारा समूह की कई कंपनियां भी आरोपी हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • सहारा इंडिया क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी लिमिटेड

  • सहारायन यूनिवर्सल मल्टीपरपस सोसायटी लिमिटेड

  • हमारा इंडिया क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी लिमिटेड

  • सहारा क्यू शॉप यूनिक प्रोडक्ट्स रेंज लिमिटेड

  • सहारा इंडिया कमर्शियल को-ऑपरेशन लिमिटेड

 कोर्ट में पेशी, जेल भेजे गए

रांची की सीआईडी अदालत में पेशी के दौरान सुंदर झा को दो सितंबर तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। वहीं, पहले गिरफ्तार किए गए रांची के जोनल चीफ संजीव कुमार की पुलिस रिमांड पूरी होने के बाद उन्हें भी जेल भेज दिया गया।

 ढाई लाख से अधिक निवेशक ठगे गए

इस पूरे घोटाले से झारखंड के ढाई लाख से अधिक निवेशक प्रभावित हुए हैं। सीआईडी की जांच में पता चला है कि निवेशकों के लगभग 40 हजार करोड़ रुपये की मैच्योरिटी अमाउंट का भुगतान अब तक नहीं किया गया है। सहारा समूह ने न केवल निवेशकों के पैसे का दुरुपयोग किया, बल्कि सुप्रीम कोर्ट के 2013 के आदेश की अवहेलना भी की।

जांच में सामने आया है कि सहारा ने बोकारो, धनबाद, बेगूसराय और पटना में अपनी अचल संपत्तियों को सेबी द्वारा निर्धारित मूल्य से काफी कम दामों पर बेच दिया

 विदेशी नागरिकता बनी जांच में बाधा

सीआईडी की जांच में सहारा प्रमुख और उनके परिजन दोषी पाए गए हैं। लेकिन मामला इसलिए जटिल हो रहा है क्योंकि सहारा प्रमुख की पत्नी स्वपना रॉय और दोनों बेटे सीमांतो रॉय व सुशांतो रॉय ने मैसेडोनिया की नागरिकता ले ली है। उन्होंने वहां निवेश के आधार पर यह नागरिकता हासिल की है। भारत और मैसेडोनिया के बीच प्रत्यर्पण संधि नहीं होने के कारण इन आरोपियों को लाना मुश्किल हो रहा है।

सीआईडी के अधिकारियों के अनुसार, इस केस में फरार आरोपियों के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी कराने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

झारखंड का यह सहारा घोटाला अब तक के सबसे बड़े निवेशक धोखाधड़ी मामलों में से एक बनकर सामने आया है। सीआईडी की लगातार कार्रवाई से पीड़ित निवेशकों में उम्मीद जगी है कि उन्हें न्याय मिलेगा। हालांकि, विदेशी नागरिकता वाले आरोपियों पर कार्रवाई करना अभी भी एक बड़ी चुनौती है।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow

Team India मैंने कई कविताएँ और लघु कथाएँ लिखी हैं। मैं पेशे से कंप्यूटर साइंस इंजीनियर हूं और अब संपादक की भूमिका सफलतापूर्वक निभा रहा हूं।