Russia & United States of America: पुतिन ने कहा, ट्रंप होते तो नहीं होता रूस - यूक्रेन युद्ध, चुनाव में ट्रंप दिया गया था धोखा
रूसी राष्ट्रपति ने 23 जनवरी को वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में डोनाल्ड के साथ 2020 में हुए चुनाव धोखा बताया। उन्होंने कहा अगर उस ट्रंप होते तो यह युद्ध नहीं होता।
Russian president letest news 2025: डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिका के नए राष्ट्रपति बनने के बाद दुनिया के कई नेताओं के सुर बदलते हुए नजर आए हैं। अमेरिका को सीधे आंख दिखाने वाले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने डोनाल्ड ट्रंप को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। एक ऐसा बयान जिसे कुछ लोग विवास्पाद मान रहे तो कुछ दोस्ती के नजरिए से देख रहे है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि जब रूस और यूक्रेन का युद्ध शुरू हुआ था , उस समय अगर डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति होते तो शायद यह युद्ध होता ही नहीं, 2020 में हुए अमेरिकी चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप के साथ धोखा हुआ था। जिसके चलते वो चुनाव नहीं जीत सके।
क्या पुतिन बढ़ाएंगे दोस्ती का हाथ :
ग्लोबल राजनीति में यह बात अक्सर कही जाती है कि अगर अमेरिका को कोई चुनौती दे सकता है तो वो रूस है। लेकिन हाल फिलहाल जिस तरह का बयान पुतिन ने दिया है। उसे दोस्ती के तौर पर देखा जा रहा है। बीते 23 स्वीजरलैंड के दावोस में 23 जनवरी को वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की बैठक के दौरान रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने डोनाल्ड ट्रंप के प्रति संवेदना दिखाते हुए कहा कि पिछले 2 सालों से रूस और यूक्रेन के बीच जो युद्ध जारी है। ये शुरू ही नहीं होता। अगर उस समय राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप होते । पुतिन ने आगे कहा कि 2020 में डोनाल्ड ट्रंप को अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में धांधली कर हराया गया था। ट्रंप के व्यायारिक नेता है। वो स्मार्ट है। और ग्लोबल मुद्दो को संभालने और उसे सॉल्व करने की क्षमता रखते है।
युद्ध और तेल या क्या संबंध :
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बैठक में यह भी कहा था कि तेल की कीमतें रूस और एक युद्ध को समाप्त कर सकती हैं। हालांकि ट्रंप के इस सुझाव को क्रेमलिन के प्रवक्ता दामित्री पेसकोव ने पूरी तरह से खारिज कर दिया था। प्रवक्ता ने जवाब देते हुए कहा था कि दोनों देशों के बीच दो सालों से संघर्ष इसलिए जारी है क्योंकि रूस की सुरक्षा को खतरा है। वहां रह रहे रूसियों के लिए खतरा है। अमेरिका और पश्चिमी देशों ने कभी रूस के सुरक्षा की बात सुनी ही नहीं। इस कारण युद्ध अभी जारी है। उधर अमेरिकी राष्ट्रपति ने पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन OPEC को कहा है कि वो तेल की कीमतें कम करें।
पुतिन - ट्रंप की जल्द होगी मुलाकात :
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जब सत्ता से बाहर थे, तो उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडन की नीतियों पर सवाल उठाए थे। युद्ध का ठीकरा उन्होंने बाइडन पर ही फोड़ा था। और कहा था अगर मैं तो युद्ध से पहले मैं पुतिन से मिलता और पूरे मामले पर चर्चा करता। ट्रंप अब बोल रहे है कि मैं रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से जल्द से जल्द मिल सकूं। लाखों ज़िंदगी जो आए दिन बर्बाद हो रही है। उन्हे बचा सकूं और युद्ध समाप्त करा सकूं। जितना मैने सुना है कि पुतिन मुझसे मिलना चाहते है। आपको बता दें कि व्हाइट हाउस के सलाहकारों ने कहा है कि दोनों नेताओं की मुलाकात के बाद भी कम से कम युद्ध समाप्त होने में एक महीने लग जायेंगे। उधर यूक्रेनी राष्ट्रपति भी युद्ध समाप्त करना चाहते हैं।
What's Your Reaction?