Mumbai Attacker Tahavvar Rana : जल्द भारत लाया जाएगा मुंबई अटैक का गुनहगार तहव्वुर राणा, अमेरिकी कोर्ट ने दी प्रत्यर्पण की मंजूरी
साल 2008 में हुए मुंबई आतंकी हमलें में शामिल आतंकी तहव्वुर राणा को जल्द भारत को सौंपा जा सकता है। अमेरिका की सुप्रीम कोर्ट ने प्रत्यर्पण की मंजूरी दे दी है।
Mumbai Attacker tahavvar rana Latest News: भारत सरकार लम्बे समय से मुम्बई हमले के दोषी तहव्वुर राणा की मांग कर रहा था। जिसे अब जाकर कोर्ट ने मंजूरी दी है। खबर के मुताबिक आज अमेरिका की शीर्ष अदालत (सुप्रीम कोर्ट) ने भारत को बड़ी खुशखबरी देते हुए, 2008 के मुंबई हमले के आतंकी तहव्वुर राणा को भारत भेजने की मंजूरी दे दी है। अदालत ने अपने एक फैसले में प्रत्यपर्ण की मंजूरी देते हुए। तहव्वुर राणा को जल्द भारत को सौंपने का आदेश दिया। अब आतंकी बहुत जल्द भारत सरकार की गिरफ्त में होगा। बता दें कि तहव्वुर राणा को साल 2009 में अमेरिकी फेडरल पुलिस ने गिरफ्तार किया था। जहां उसे डेनमार्क में आतंकी संगठनों का समर्थन देने के लिए 14 साल की सजा सुनाई थी। लेकिन मुंबई हमले केस में बरी कर दिया था।
तहव्वुर राणा उगलेगा हमले के कई राज :
आतंकी हमले के बाद से ही भारत सरकार को जब जांच में पता चला कि अमेरिका में बैठे आतंकी तहव्वुर राणा का भी 26/11 के मुंबई हमले में अहम रोल था तो भारत सरकार कई वर्षो से अमेरिका से उसके प्रत्यपर्ण की मांग कर रहा था। जिसे अमेरिका की सुप्रीम कोर्ट ने मंजूरी दे दी है। कोर्ट ने मामले में उसकी दोषसिद्ध के खिलाफ याचिका खारिज कर दी है। भारत सरकार ने तहव्वुर राणा के खिलाफ सभी सबूत लोअर कोर्ट और सुप्रीम में रखे थे। भारत के इन सबूतों को कोर्ट ने स्वीकार कर लिया। तहव्वुर राणा सैन फ्रांसिस्को के उत्तरी सर्किट के लिए अमेरिकी अपील न्यायालय सहित कई संघी अदालतों में केस हार चुका है। अब जब भारत सरकार उसे प्रत्यर्पण कर लाएगी। तो उससे पुलिस और खुफिया एजेंसी पूछताछ करेंगी । जिसमें कई राज खुलने के अनुमान है।
कौन है आतंकी तहव्वुर राणा :
आतंकी तहव्वुर राणा पाकिस्तानी मूल का कनाडाई नागरिक है। इसका जन्म पाकिस्तान में हुआ। ये पेशे से एक डॉक्टर है। आतंकी पाकिस्तान की सेना में डॉक्टर की सेवा दे चुका है। तहव्वुर राणा डेविड हेडली का करीबी बताया जाता है। जानकारी के मुताबिक तहव्वुर राणा ने मुंबई हमले को अंजाम देने के लिए फंडिंग की थी। अमेरिकी पुलिस ने 2009 में इसे गिरफ्तार किया लेकिन बाद में बरी कर दिया। मगर भारत सरकार ने कूटनीति तरीके से उसे दोषी ठहराया। और उसके प्रत्यपर्ण की अपील चलती रही। खुद को बेगुनाह साबित करने के लिए आतंकी ने अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। लेकिन डोनाल्ड ट्रंप के शपथ के बाद दूसरे दिन अदालत ने उसकी अपील खारिज कर दी।
जब 26/11 हमले से भारत दहल उठा :
आपको बता दें कि साल 2008 में 26 नवम्बर को मुंबई में लश्कर ए तैयबा के 10 आतंकियों ने तीन दिन तक मुंबई में तांडव मचाया था। सभी आतंकी कुबेर नाम के क्रू की हत्या कर मुंबई में घुसे थे। इन सभी 10 आतंकियों के पास एके 47 रायफल, पिस्टल , 80 ग्रेनेड लेकर 26 नवंबर की रात 9 बजे से कोहराम मचाना शुरू कर दिया था। लगभग 60 घंटो तक चला कोहराम में 175 लोग मारे गए थे। जबकि सुरक्षा बलों ने 9 आतंकियों को मार गिराया। सुरक्षा बलों ने आतंकी अजमल कसाब को जिंदा पकड़ा था। जिसे बाद में फांसी दे दी गई थी।
What's Your Reaction?