Ratan Tata Tribute: रतन टाटा को तारा पब्लिक इंग्लिश स्कूल के बच्चों ने दी अनोखी श्रद्धांजलि, गूंज उठा पूरा क्षेत्र!

पोटका में तारा पब्लिक इंग्लिश स्कूल के बच्चों ने वार्षिक उत्सव के दौरान प्रसिद्ध उद्योगपति रतन टाटा को अनोखी श्रद्धांजलि दी। जानिए कैसे गूंज उठा पूरा क्षेत्र और क्यों हुआ तालियों की गड़गड़ाहट!

Feb 27, 2025 - 18:34
Feb 27, 2025 - 18:39
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Ratan Tata Tribute: रतन टाटा को तारा पब्लिक इंग्लिश स्कूल के बच्चों ने दी अनोखी श्रद्धांजलि, गूंज उठा पूरा क्षेत्र!
Ratan Tata Tribute: रतन टाटा को तारा पब्लिक इंग्लिश स्कूल के बच्चों ने दी अनोखी श्रद्धांजलि, गूंज उठा पूरा क्षेत्र!

भारत के प्रसिद्ध उद्योगपति और टाटा ग्रुप के पूर्व अध्यक्ष रतन टाटा का नाम किसी पहचान का मोहताज नहीं है। वे सिर्फ एक व्यवसायी ही नहीं बल्कि एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व भी हैं, जिन्होंने अपने पूरे जीवन में देशहित को सर्वोपरि रखा। उनकी इसी महानता को सम्मानित करने के लिए झारखंड के पोटका स्थित तारा पब्लिक इंग्लिश स्कूल के छात्रों ने वार्षिक उत्सव के दौरान एक विशेष कार्यक्रम प्रस्तुत किया।

कैसे दिया गया रतन टाटा को अनोखा सम्मान?

इस कार्यक्रम में छात्रों ने रतन टाटा के जीवन, संघर्ष और उनके द्वारा किए गए बलिदानों पर प्रकाश डाला। स्टेज पर प्रस्तुत किए गए इस कार्यक्रम में टाटा ग्रुप की स्थापना से लेकर, उनके देश प्रेम और उद्योग जगत में किए गए योगदान को दर्शाया गया। छात्रों ने बताया कि कैसे रतन टाटा ने भारत को एक नई पहचान दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

जब बच्चों ने इस महान उद्योगपति की जीवन यात्रा को नाटकीय रूप से प्रस्तुत किया, तो उपस्थित अभिभावक और दर्शक भावुक हो गए। कार्यक्रम के अंत में पूरा क्षेत्र तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। लोगों ने रतन टाटा के प्रति इस भावपूर्ण श्रद्धांजलि को देखकर छात्रों और स्कूल प्रबंधन की सराहना की।

रतन टाटा: एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व

रतन टाटा का जीवन संघर्ष और सफलता की मिसाल है। उनका जन्म 1937 में हुआ था और वे जमशेदजी टाटा के परिवार से आते हैं। हालांकि, उनके बचपन में कई चुनौतियां थीं, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी। उन्होंने अमेरिका की कॉर्नेल यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की और 1991 में टाटा ग्रुप के अध्यक्ष बने। उनके नेतृत्व में टाटा इंडस्ट्रीज ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक नई ऊंचाई हासिल की

रतन टाटा ने टाटा नैनो जैसी सस्ती कार बनाकर आम आदमी के सपनों को साकार किया, साथ ही उन्होंने भारत में एयरलाइन इंडस्ट्री (एयर एशिया, विस्तारा) में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। वे हमेशा समाज सेवा और दान कार्यों में भी आगे रहे हैं, जिससे वे सिर्फ एक बिजनेस टाइकून ही नहीं, बल्कि देश के लिए प्रेरणा बन गए।

विद्यालय प्रबंधन का उद्देश्य

विद्यालय की डायरेक्टर पूनम लाल ने इस कार्यक्रम के पीछे के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा,
"हम चाहते थे कि बच्चे सिर्फ किताबों तक सीमित न रहें, बल्कि ऐसे महान व्यक्तित्वों के जीवन से कुछ सीखें। रतन टाटा एक ऐसे व्यक्ति हैं जो बड़ी ऊंचाइयों तक पहुंचने के बावजूद अहंकार शून्य बने रहे और देश के विकास में योगदान देते रहे।"

विद्यालय प्रबंधन का मानना है कि इस तरह के कार्यक्रमों से बच्चों में देशभक्ति, प्रेरणा और बड़े सपने देखने की क्षमता विकसित होती है।

रतन टाटा के प्रति लोगों की प्रतिक्रिया

इस कार्यक्रम के बाद उपस्थित सभी लोगों ने इसे एक अनूठी पहल बताया। रतन टाटा के जीवन को स्कूल स्तर पर प्रस्तुत करना एक प्रेरणादायक कदम था, जिससे न सिर्फ छात्रों बल्कि अभिभावकों को भी उनकी महानता के बारे में जानने का मौका मिला।

रतन टाटा सिर्फ एक उद्योगपति नहीं, बल्कि भारतीय व्यापार जगत के प्रेरणास्त्रोत हैं। तारा पब्लिक इंग्लिश स्कूल के छात्रों की यह श्रद्धांजलि यह साबित करती है कि उनका योगदान सदैव अमर रहेगा। ऐसे कार्यक्रम नई पीढ़ी को प्रेरणा देने के साथ-साथ समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का भी काम करते हैं।

अगर आपको भी रतन टाटा की यह कहानी प्रेरणादायक लगी, तो इसे शेयर करें और उनके विचारों को आगे बढ़ाएं!

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।