Ranchi Scam : ठगों ने कोयला व्यवसाय का लालच देकर व्यापारी से 38 लाख की ठगी! जानिए कैसे हुई वारदात
रांची में कोयला व्यवसाय के नाम पर 38.60 लाख रुपये की ठगी! जानिए ठगों के जाल और पुलिस कार्रवाई की पूरी सच्चाई।
रांची: झारखंड के रांची से एक दिल दहला देने वाली ठगी की घटना सामने आई है, जिसमें एक व्यवसायी कोयला व्यवसाय में मुनाफा होने के नाम पर 38.60 लाख रुपये ठगों के हवाले कर बैठा। आरोपियों ने व्यवसायी राहुल कुमार को झांसा दिया और उसके बैंक खाते से एक के बाद एक बड़े पैमाने पर पैसे ट्रांसफर करवा लिए। इस मामले में पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं। आइए, जानते हैं इस मामले की पूरी सच्चाई और ठगों के तरीके।
किस तरह से ठगी का हुआ शिकार?
रांची के एक व्यवसायी राहुल कुमार को कोयला व्यवसाय में मुनाफा होने के नाम पर ठगों ने अपने जाल में फंसा लिया। ठगों ने राहुल को बताया कि कम निवेश में कोयला व्यवसाय से बड़ा मुनाफा होता है और वे इस व्यवसाय में काफी समय से काम कर रहे हैं। इसके बाद, राहुल कुमार ने इनके झांसे में आकर 31.80 लाख रुपये बारीक कंस्ट्रक्शन एंड सप्लायर के खाता में आरटीजीएस के माध्यम से ट्रांसफर कर दिए। शुरुआत में सब कुछ ठीक रहा, लेकिन कुछ दिनों बाद जब राहुल ने इन ठगों से संपर्क किया, तो वे फोन नहीं उठा रहे थे और ना ही किसी तरह से उनसे मिल रहे थे।
ठगी के बाद की जालसाजी:
जब राहुल ने इन ठगों से संपर्क करने की कोशिश की, तो उसने बोकारो निवासी राजेश कुमार से बात की। राजेश ने राहुल से कहा कि तुम्हारा पैसा अब सुदाम कुमार तिवारी देगा, जो धनबाद में रहता है। राहुल कुमार ने विश्वास करते हुए धनबाद का रुख किया। वहां पहुंचने पर सुदाम कुमार तिवारी और राजेश कुमार ने कहा कि उनका पैसा एक पार्टी लेकर आ रही है। कुछ देर बाद, एक कार से कुछ लोग पहुंचे और दोनों आरोपियों ने कहा कि कार में बैग में रुपये रखे हैं, तुम्हें जाकर गिनने चाहिए।
ठगों का तरीका:
राहुल ने जैसे ही कार में बैठने की कोशिश की, आरोपियों ने कार का दरवाजा बंद कर दिया और उसे इधर-उधर घुमाने लगे। इस दौरान राहुल को जान से मारने की धमकी दी गई। फिर, राहुल से जबरन दो बार में 6.80 लाख रुपये आरटीजीएस से ट्रांसफर कराए गए। राहुल को इस कदर डराया-धमकाया गया कि वह अपनी जान की सलामती के लिए इन ठगों के आगे किसी प्रकार का विरोध नहीं कर सका। इसके बाद, ठगों ने उसे एक अनजान जगह पर उतार दिया और भाग गए।
पुलिस ने क्या किया?
राहुल कुमार ने इस घटना की जानकारी 1930 हेल्पलाइन के माध्यम से पुलिस को दी। पुलिस ने तुरंत एक्शन लिया और इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली। पंडरा ओपी में दर्ज की गई प्राथमिकी के बाद, पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए तफ्तीश शुरू कर दी है। ठगों की पहचान सुदाम कुमार तिवारी (धनबाद), राजेश कुमार (बोकारो), और बारीक कंस्ट्रक्शन एंड सप्लायर के खाता धारक के रूप में हुई है।
क्यों बढ़ रहे हैं इस तरह के ठगी के मामले?
यह मामला सिर्फ एक ठगी की घटना नहीं है, बल्कि यह बढ़ते हुए धोखाधड़ी के मामलों की ओर भी इशारा करता है। पिछले कुछ वर्षों में कोयला व्यवसाय और अन्य छोटे-बड़े व्यवसायों के नाम पर ठगी के कई मामले सामने आ चुके हैं। इन ठगों के पास लोगों को आकर्षित करने के लिए कई तरीके होते हैं, जिनमें से झांसा देकर पैसे ऐंठना एक प्रमुख तरीका है।
साथ ही, ठगों के नेटवर्क इतने बड़े और कुशल होते हैं कि वे किसी भी व्यक्ति को अपने जाल में फंसाने में सफल हो जाते हैं। यह घटना हमें यह याद दिलाती है कि हमें किसी भी व्यवसाय में निवेश करने से पहले उसकी सही जानकारी लेना बेहद जरूरी है।
राहुल कुमार के साथ हुई यह ठगी की घटना हमें यह समझाती है कि कोयला जैसे बड़े व्यवसायों में झांसा देने वाले लोग सक्रिय रहते हैं। यह भी दर्शाता है कि समाज में सही जानकारी और जागरूकता की कमी लोगों को ऐसे ठगों के जाल में फंसा सकती है। इस प्रकार के मामलों से बचने के लिए हमें सतर्क रहना होगा और किसी भी व्यवसाय में पैसा लगाने से पहले पूरी जांच करनी चाहिए।
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