रघुवर दास के नए रोल से लेकर सरयू राय के क़दमों तक, डॉ. निशिकांत दुबे ने क्या खुलासे किए?
डॉ. निशिकांत दुबे ने रघुवर दास को उड़ीसा का राज्यपाल बनाए जाने पर क्या कहा? सरयू राय के नए राजनीतिक कदम और झारखंड सरकार पर निशाना, जानिए इस दिलचस्प बयान में।
"भाजपा में कोई कन्फ्यूजन नहीं": रघुवर दास की नई भूमिका और सरयू राय पर निशिकांत दुबे का बड़ा बयान
गोड्डा से चौथी बार सांसद चुने गए डॉ. निशिकांत दुबे (भाजपा) ने हाल ही में दिए अपने बयान में कई रहस्यमयी पहलुओं पर से पर्दा उठाया है। उन्होंने साफ कर दिया कि भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व में किसी तरह का कोई कन्फ्यूजन नहीं है। उनके इस बयान में रघुवर दास और सरयू राय दोनों ही बड़े नाम शामिल थे, जिससे हर कोई हैरान है।
रघुवर दास का नया सफर—क्या है इसके पीछे की वजह?
डॉ. निशिकांत दुबे ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास को उड़ीसा का राज्यपाल नियुक्त किया गया है और यह फैसला उड़ीसा में भाजपा की मजबूती को और बढ़ावा देगा। आखिर क्यों रघुवर दास को ही चुना गया? दुबे ने इसका कारण उनके लंबे अनुभव को बताया। झारखंड के मुख्यमंत्री, मंत्री और प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर रघुवर दास के पास सरकार चलाने का गहन अनुभव है, और इसी अनुभव के चलते उन्हें उड़ीसा में मार्गदर्शन करने का मौका मिला है। यह वही उड़ीसा है जहां पहली बार भाजपा अपने दम पर सरकार बना पाई है। यह नई जिम्मेदारी क्या रघुवर दास के लिए एक नए राजनीतिक युग की शुरुआत करेगी?
भाजपा में कोई कन्फ़्यूजन नहीं है,केन्द्रीय नेतृत्व ने माननीय रघुवर दास जी को उड़ीसा का राज्यपाल बनाया है,पहली बार उड़ीसा में अपने दम पर हमारी सरकार है,रघुवर जी को झारखंड सरकार के मंत्री ,मुख्यमंत्री,प्रदेश अध्यक्ष रहने के कारण बहुत अनुभव है,इसलिए नई सरकार को उड़ीसा में वे मार्ग… https://t.co/pwSpw2Ce17 — Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) September 30, 2024
सरयू राय और JD(U)—राजनीति की नई चाल
वहीं, सरयू राय को लेकर पूछे गए सवाल पर निशिकांत दुबे ने कहा कि अब सरयू राय जनता दल यूनाइटेड (JD(U)) में शामिल हो चुके हैं। ऐसे में भाजपा और JDU दोनों पार्टियों का नेतृत्व गठबंधन के तहत जो भी फैसला लेगा, वही अंतिम होगा। क्या सरयू राय का यह कदम उनके राजनीतिक करियर का टर्निंग प्वाइंट साबित होगा, या इसमें और भी बड़े बदलाव आने वाले हैं? जनता के मन में कई सवाल खड़े हो गए हैं।
हेमंत सोरेन सरकार के भ्रष्टाचार से ध्यान हटाने की कोशिश?
इस बयान में एक और महत्वपूर्ण बात की गई—झारखंड की वर्तमान हेमंत सोरेन सरकार पर निशाना साधते हुए दुबे ने कहा कि इस तरह के कयास हेमंत सोरेन सरकार के भ्रष्टाचार से ध्यान हटाने का प्रयास है। आखिर क्या है इस भ्रष्टाचार की कहानी और क्यों सरकार को ध्यान हटाने की जरूरत पड़ रही है? यह सवाल अब जनता के बीच चर्चा का विषय बन गया है।
डॉ. निशिकांत दुबे का यह बयान झारखंड की राजनीति में एक नए मोड़ की तरह है, जहां एक तरफ रघुवर दास उड़ीसा में भाजपा सरकार को मजबूत करने की दिशा में अग्रसर हैं, तो दूसरी तरफ सरयू राय के JD(U) में शामिल होने से नई समीकरण बनते नजर आ रहे हैं। इस पूरे घटनाक्रम में कौन क्या भूमिका निभाएगा और इसका झारखंड की राजनीति पर क्या असर होगा, यह देखना दिलचस्प रहेगा।
क्या यह कदम झारखंड की राजनीति में बदलाव लाएगा या सिर्फ एक और रणनीतिक चाल साबित होगा? राजनीति के इस खेल में अभी कई पत्ते खुलने बाकी हैं, जो आगे की दिशा को स्पष्ट करेंगे।
What's Your Reaction?