Patamda Accident: अनियंत्रित ट्रेलर घर में घुसा, गांव में मची अफरा-तफरी
पटमदा के पगदा गांव में सुबह-सुबह एक तेज रफ्तार ट्रेलर अनियंत्रित होकर घर में घुस गया। जानिए कैसे हुआ यह हादसा और क्या है स्थिति।
पटमदा: झारखंड के पटमदा प्रखंड के पगदा गांव में शुक्रवार की सुबह तेज रफ्तार अनियंत्रित ट्रेलर एक घर में घुस गया। इस हादसे ने गांव में दहशत फैला दी। ट्रेलर के टकराने से घर का अगला हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। हालांकि, राहत की बात यह है कि घटना में किसी भी प्रकार की जानमाल की हानि नहीं हुई।
कैसे हुआ हादसा?
घटना तड़के सुबह 5 बजे की है। जमशेदपुर की ओर जा रहा एक तेज रफ्तार ट्रेलर टाटा-पटमदा मुख्य सड़क पर अनियंत्रित होकर शत्रुघ्न बेसरा के घर में जा घुसा। जोरदार टक्कर से घर का अगला हिस्सा पूरी तरह से टूट गया।
आशंका: चालक को आई नींद
स्थानीय लोगों के मुताबिक, ट्रेलर चालक संभवतः नींद में था, जिससे गाड़ी का संतुलन बिगड़ा और यह हादसा हुआ। घटना के बाद चालक और खलासी ट्रेलर को वहीं छोड़कर मौके से फरार हो गए।
अंदर सो रहे परिवार का हाल
घटना के वक्त शत्रुघ्न बेसरा और उनके परिवार के सदस्य घर के अंदर सो रहे थे। ट्रेलर की तेज टक्कर से जबरदस्त आवाज हुई, जिससे सभी जाग गए। बाहर आकर देखा तो उनके घर का अगला हिस्सा पूरी तरह से टूट चुका था।
स्थानीय लोग घटनास्थल पर पहुंचे
हादसे की खबर सुनकर गांव के लोग बड़ी संख्या में घटनास्थल पर पहुंचे। सभी ने मिलकर स्थिति को नियंत्रित किया और इसकी सूचना पुलिस को दी।
पुलिस और मुआवजे की स्थिति
घटना की सूचना पाकर बोड़ाम थाना के प्रभारी मनोरंजन कुमार मौके पर पहुंचे। उन्होंने स्थिति का जायजा लिया और ट्रेलर मालिक एवं घर के मालिक के बीच मुआवजे को लेकर समझौता कराने की कोशिश की। फिलहाल मुआवजे पर सहमति नहीं बन पाई है। इस कारण ट्रेलर अब भी मौके पर खड़ा है और उसकी निगरानी के लिए चौकीदार तैनात किए गए हैं।
गांव वालों की नाराजगी
गांव वालों ने घटना को लेकर नाराजगी जताई। उनका कहना है कि सड़क पर तेज रफ्तार गाड़ियों की वजह से पहले भी कई हादसे हो चुके हैं। प्रशासन को इस पर कड़ी निगरानी रखनी चाहिए।
क्या कहती है पटमदा की सड़कों का इतिहास?
पटमदा की सड़कें अपनी खस्ताहाल स्थिति और तेज रफ्तार वाहनों के लिए बदनाम रही हैं। पिछले एक साल में यहां कई हादसे हो चुके हैं।
- अगस्त 2023: एक ट्रक पलटने से दो लोगों की मौत।
- मार्च 2023: एक बाइक और ट्रक की टक्कर में गंभीर चोटें।
कैसे बच सकते हैं ऐसे हादसे?
- सड़क पर गति सीमा लागू करना और निगरानी बढ़ाना।
- तेज रफ्तार वाहनों के लिए जुर्माना सख्त करना।
- ड्राइवरों के लिए रेस्ट पॉइंट सुनिश्चित करना।
- गांवों के पास गति अवरोधक (स्पीड ब्रेकर) लगाना।
ग्रामीणों की मांग:
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से इस हादसे के बाद सुरक्षा उपायों को सख्त करने की मांग की है। उनका कहना है कि जब तक इन सड़कों पर गति सीमा और उचित निगरानी नहीं होती, तब तक हादसों का सिलसिला जारी रहेगा।
यह घटना सिर्फ एक सड़क दुर्घटना नहीं है, बल्कि गांवों में सड़क सुरक्षा की अनदेखी का परिणाम है। प्रशासन को चाहिए कि वह ऐसे हादसों को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए। पगदा गांव के इस हादसे ने एक बार फिर से तेज रफ्तार वाहनों की समस्या को उजागर कर दिया है।
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