Palamu Fire : थाने के अंदर अचानक लगी आग से मची अफरा-तफरी, मंदिर के पास खड़ी गाड़ियाँ जलकर राख
पलामू के मेदिनीनगर थाना परिसर में रविवार दोपहर अचानक भड़की आग, मंदिर के पास खड़ी कई गाड़ियां जलकर खाक, आग लगने के कारणों की जांच जारी।

पलामू: रविवार दोपहर मेदिनीनगर शहर के थाना परिसर में उस वक्त हड़कंप मच गया जब अचानक आग की लपटों ने परिसर को अपनी चपेट में ले लिया। घटना इतनी तेजी से हुई कि किसी को संभलने का मौका ही नहीं मिला। थाना परिसर में स्थित हनुमान मंदिर के पास खड़ी कई गाड़ियाँ आग की लपटों में घिर गईं और चंद मिनटों में ही राख में तब्दील हो गईं।
स्थानीय लोगों की नजर जब धुएं के गुबार पर पड़ी तो उन्होंने तुरंत फायर ब्रिगेड को सूचना दी। कुछ ही देर में दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। राहत की बात यह रही कि किसी भी व्यक्ति के घायल होने की खबर नहीं है।
क्या थाने में सुरक्षा के इंतजाम थे नाकाफी?
यह सवाल अब पुलिस प्रशासन से पूछा जा रहा है। एक ऐसा स्थान जहाँ दिन-रात सुरक्षा व्यवस्था रहती है, वहां इतनी बड़ी आग कैसे लग गई? और सबसे बड़ी बात – आग का कारण अब तक स्पष्ट नहीं हो पाया है।
इतिहास भी गवाह है – थाना परिसरों में लापरवाही की घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं
झारखंड के अन्य जिलों में भी इससे पहले थानों में आग लगने की घटनाएं सामने आई हैं। वर्ष 2017 में रांची के एक थाने में जब्त वाहन शेड में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई थी। उस घटना में भी कई वाहन और महत्वपूर्ण दस्तावेज जलकर नष्ट हो गए थे।
हनुमान मंदिर के पास खड़ी थीं गाड़ियाँ
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आग सबसे पहले हनुमान मंदिर के पास खड़ी एक गाड़ी में लगी और फिर धीरे-धीरे आसपास की अन्य गाड़ियों को भी अपनी चपेट में ले लिया। यह कहना अभी मुश्किल है कि आग किसी तकनीकी खराबी से लगी या फिर किसी बाहरी कारण से। पुलिस और दमकल विभाग की टीम अब मामले की जांच कर रही है।
सवाल अब भी बाकी हैं
क्या आग के पीछे कोई साजिश थी? क्या सुरक्षा में चूक हुई? और जो गाड़ियाँ जलीं, क्या वे जब्त वाहन थे या पुलिस उपयोग में आने वाले वाहन? इन तमाम सवालों के जवाब अब जांच के बाद ही मिल सकेंगे।
फिलहाल, मेदिनीनगर थाना एक बड़ी चूक का गवाह बन चुका है – जहाँ न सिर्फ सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचा, बल्कि जनता का भरोसा भी झटका खा गया।
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