Pakur Tragedy : पाकुड़ में मासूम बच्ची की सड़क हादसे में मौत, क्या होगी सड़क सुरक्षा की नई पहल?
पाकुड़-हिरणपुर मार्ग पर तेज रफ्तार हाइवा से हुई पांच वर्षीय बच्ची की मौत के बाद ग्रामीणों ने लगाया जाम। क्या प्रशासन अब सड़क सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाएगा? पूरी खबर पढ़ें।
पाकुड़-हिरणपुर मुख्य मार्ग पर सोमवार सुबह एक दर्दनाक हादसे में पांच वर्षीय बच्ची साना खातून की मौत हो गई। यह घटना सोनाजोड़ी गांव के समीप उस समय हुई जब बच्ची अपने दादा मुस्तफा अंसारी के साथ घर लौट रही थी। अचानक एक तेज रफ्तार हाइवा (संख्या बीआर 3 जीसी/2319) ने उनकी राह रोक ली और बच्ची को अपनी चपेट में ले लिया। हादसे में बच्ची की मौके पर ही मौत हो गई।
घटना की जानकारी मिलते ही आसपास के ग्रामीण बड़ी संख्या में घटनास्थल पर जुट गए। गुस्से में आकर ग्रामीणों ने पाकुड़-हिरणपुर मुख्य मार्ग को जाम कर दिया। यह जाम करीब पाँच घंटे तक रहा। जाम के चलते दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। गर्मी और भीड़ में फंसे लोग परेशान हो गए।
ग्रामीणों की मुख्य मांग थी कि सड़क पर स्पीड ब्रेकर लगाया जाए और नो एंट्री समय में भारी वाहनों के प्रवेश पर सख्ती से रोक लगे। अंचलाधिकारी अरविंद कुमार बेदिया और नगर थाना प्रभारी बबलू कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। प्रशासन ने समझाने का प्रयास किया, लेकिन लोग अपनी मांग पर अड़े रहे।
लंबे प्रयास और आश्वासन के बाद आखिरकार जाम हटाया गया। प्रशासन ने मृतक बच्ची के परिजनों को तत्काल आर्थिक सहायता दी। साथ ही सरकार द्वारा तय मुआवजा राशि भी जल्द देने का भरोसा दिया। एसडीओ से बातचीत कर सड़क पर स्पीड ब्रेकर लगाने की प्रक्रिया शुरू करने की बात कही गई।
पुलिस ने हाइवा चालक को हिरासत में लिया और वाहन को जब्त कर लिया। बच्ची के शव को पोस्टमार्टम के लिए सोनाजोड़ी सदर अस्पताल भेजा गया है। आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
हादसे के बाद सड़क पर कई बसें, दोपहिया और चारपहिया वाहन घंटों तक फंसे रहे। खासकर पाकुड़ से दुमका जाने वाली बस भी जाम में उलझी रही। लोग गर्मी और भीड़ में परेशान होते रहे।
यह घटना सड़क सुरक्षा और ट्रैफिक व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है। स्थानीय लोग प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि जल्द से जल्द सुरक्षा उपाय लागू किए जाएं। अब देखना होगा कि प्रशासन इस हादसे से सबक लेकर क्या कदम उठाता है।
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