Nawada Competition : Nawada में खेल का जुनून: मशाल 2024 ने जगाई नई उम्मीदें
नवादा में मशाल 2024 के तहत राज्य स्तरीय प्रतियोगिता का शुभारंभ। प्रतिभाशाली खिलाड़ियों के लिए शिक्षा और खेल विभाग का बड़ा कदम। जानें, इस आयोजन से क्या हैं युवाओं की उम्मीदें।
Nawada : बिहार राज्य के सरकारी विद्यालयों में छिपी खेल प्रतिभाओं को निखारने और उन्हें राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय मंच तक पहुंचाने के लिए "मशाल 2024" प्रतियोगिता का भव्य आगाज हो चुका है। नवादा जिले के कन्हाई इंटर विद्यालय प्रांगण में 26 दिसंबर 2024 को इस प्रतियोगिता की शुरुआत की गई। यह आयोजन बिहार सरकार के शिक्षा विभाग, खेल विभाग, और बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के संयुक्त तत्वावधान में किया जा रहा है।
खेल और प्रतिभा का अद्भुत संगम
मशाल 2024 का मुख्य उद्देश्य राज्य के कोने-कोने से उभरती खेल प्रतिभाओं को पहचानना और उन्हें प्रोत्साहन प्रदान करना है। प्रतियोगिता में पांच प्रमुख खेल विधाओं को शामिल किया गया है:
- एथलेटिक्स
- कबड्डी
- फुटबॉल
- साइक्लिंग
- वॉलीबॉल
प्रतियोगिता के माध्यम से खिलाड़ियों को न केवल मंच मिलेगा, बल्कि वे उच्च स्तर के टूर्नामेंट्स में भी अपनी जगह बना सकेंगे। खास बात यह है कि प्रतियोगिता में दो आयु वर्गों (U-14 और U-16) के खिलाड़ियों का चयन किया जाएगा, जिससे युवाओं को अपनी प्रतिभा दिखाने का सुनहरा अवसर मिलेगा।
इतिहास से सीख और नई पहल
बिहार में खेलों को बढ़ावा देने की दिशा में यह पहल नई नहीं है। अतीत में, खेल से संबंधित योजनाएं बनीं, लेकिन उन्हें सही तरीके से लागू नहीं किया गया। मशाल 2024 इस कमी को दूर करने का प्रयास है। यह पहल न केवल खेल को बढ़ावा देती है बल्कि राज्य के युवाओं को एक नई दिशा प्रदान करने की सरकार की प्रतिबद्धता को भी दर्शाती है।
प्रशिक्षण का आयोजन
प्रतियोगिता को सफल बनाने के लिए 26 दिसंबर 2024 से 28 दिसंबर 2024 तक कन्हाई इंटर विद्यालय में जिला स्तरीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। इस प्रशिक्षण में जिले के मध्य और माध्यमिक विद्यालयों के शारीरिक शिक्षा शिक्षकों, स्वास्थ्य अनुदेशकों, और नामित शिक्षकों के साथ-साथ कंप्यूटर और आईसीटी प्रशिक्षकों ने भाग लिया।
उद्घाटन समारोह में जिला खेल पदाधिकारी श्री नवीन कुमार पांडे, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी तनवीर आलम, और प्रियंका कुमारी सहित कई गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति दर्ज हुई।
युवाओं के लिए सुनहरा मौका
मशाल 2024 उन युवाओं के लिए एक मंच है जो अपने कौशल को निखारना चाहते हैं। यह प्रतियोगिता न केवल खिलाड़ियों को प्रेरित करती है, बल्कि राज्य में खेल संस्कृति को भी बढ़ावा देती है। इस पहल से यह सुनिश्चित किया गया है कि हर प्रतिभाशाली खिलाड़ी को आगे बढ़ने का समान अवसर मिले।
खेल को बढ़ावा देने की आवश्यकता
आज के समय में खेल न केवल मनोरंजन का साधन है, बल्कि यह शारीरिक और मानसिक विकास के लिए भी अत्यंत आवश्यक है। बिहार जैसे राज्य में जहां खेल के प्रति जागरूकता कम है, ऐसी प्रतियोगिताएं नई संभावनाओं के द्वार खोलती हैं।
प्रतियोगिता से जुड़े पहलू
- प्रतिभा चयन प्रक्रिया: जिले के हर कोने से उभरते खिलाड़ियों का चयन किया जाएगा।
- पारदर्शिता: चयन प्रक्रिया को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाने के लिए विशेषज्ञों की टीम शामिल की गई है।
- भविष्य की संभावनाएं: चुने गए खिलाड़ियों को राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर खेलने का मौका मिलेगा।
मशाल 2024 न केवल एक प्रतियोगिता है, बल्कि यह बिहार में खेलों को बढ़ावा देने की एक बड़ी पहल है। यह आयोजन युवाओं को उनकी क्षमताओं को पहचानने और उन्हें निखारने का अवसर देता है। नवादा में इसकी शुरुआत से राज्य में खेल संस्कृति को एक नई दिशा मिलने की उम्मीद है।
इस प्रतियोगिता से प्रेरित होकर, हमें भी अपने आस-पास के युवाओं को खेल के प्रति प्रोत्साहित करना चाहिए। खेल न केवल उन्हें एक स्वस्थ जीवनशैली प्रदान करता है, बल्कि उनके आत्मविश्वास और व्यक्तित्व को भी निखारता है।
संबंधित सुझाव:
- युवाओं के लिए खेल प्रशिक्षण केंद्रों की स्थापना
- ग्रामीण क्षेत्रों में खेल सुविधाओं का विकास
- राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं के नियमित आयोजन
मशाल 2024 की यह शुरुआत न केवल नवादा बल्कि पूरे बिहार के लिए एक नई उम्मीद की किरण है।
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