Nawada Action: डीएम के जनता दरबार में उमड़ी फरियादियों की भीड़, कई शिकायतों का मौके पर हुआ समाधान
नवादा के डीएम रवि प्रकाश के जनता दरबार में 36 मामलों की सुनवाई हुई। कई समस्याओं का ऑन स्पॉट समाधान किया गया, जबकि बाकी के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए।
नवादा के समाहरणालय सभागार में आयोजित जनता दरबार में जिला पदाधिकारी रवि प्रकाश ने अपनी तत्परता से कई फरियादियों को राहत दी। यह कार्यक्रम न केवल जनता की समस्याओं को सुनने का मंच बना, बल्कि तत्काल समाधान के लिए प्रशासनिक सक्रियता का प्रमाण भी साबित हुआ।
36 आवेदन, ऑन स्पॉट निष्पादन से जनता में उम्मीद की लहर
आज की जनता दरबार में कुल 36 आवेदनों पर सुनवाई की गई, जिनमें से कई समस्याओं का निपटारा मौके पर ही किया गया। बाकी मामलों को संबंधित अधिकारियों को सौंपते हुए एक सप्ताह के भीतर समाधान करने का निर्देश दिया गया।
सुनवाई के दौरान प्रमुख रूप से भूमि विवाद, प्रधानमंत्री आवास योजना, नल-जल योजना, राजस्व विवाद, और स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दे उठाए गए।
मामलों की गूंज: जमीन विवाद से लेकर शिक्षक नियुक्ति तक की शिकायतें
जनता दरबार में पहुंचे कुछ महत्वपूर्ण मामलों में से एक था नारदीगंज के अनिल प्रसाद द्वारा भूमि विवाद की शिकायत। इसे तुरंत अंचल अधिकारी को सुलह के लिए भेजा गया।
इसी तरह, मेसकौर पंचायत के ग्रामीणों ने शिक्षक की अनियमित नियुक्ति का मुद्दा उठाया, जिस पर डीएम ने सख्ती से कार्रवाई का आश्वासन दिया।
शबाना खातुन ने अपने पदस्थापन के संबंध में आवेदन दिया, जबकि स्वास्थ्य केंद्र, नवादा की रंजू देवी ने आशा के पद पर पुनः नियुक्ति की गुहार लगाई। डीएम ने इन सभी मामलों को गंभीरता से लेते हुए त्वरित समाधान की प्रक्रिया शुरू की।
जनता दरबार: समस्याओं के समाधान की परंपरा का हिस्सा
भारत में जनता दरबार की परंपरा का आरंभ शासन-प्रशासन के प्रति जनता के विश्वास को मजबूत करने के उद्देश्य से हुआ। इतिहास में इसे मुगल काल में 'दीवान-ए-आम' के रूप में जाना जाता था, जहां सम्राट जनता की समस्याओं को सुनते और उनका निपटारा करते थे।
नवादा का यह जनता दरबार उसी परंपरा की आधुनिक छवि प्रस्तुत करता है, जहां समस्याओं का समाधान त्वरित और पारदर्शी तरीके से किया जा रहा है।
डीएम का कड़ा रुख: सख्त निर्देश, जल्द समाधान का आदेश
जिला पदाधिकारी रवि प्रकाश ने साफ तौर पर संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी समस्याओं का एक सप्ताह के भीतर समाधान सुनिश्चित किया जाए। इसके अलावा, सभी विभागों से निष्पादन प्रतिवेदन मुख्यालय को भेजने का आदेश भी दिया गया।
डीएम ने जनता दरबार के दौरान अधिकारियों से व्यक्तिगत रूप से बात की और जनता को आश्वस्त किया कि उनकी शिकायतों को प्राथमिकता के आधार पर हल किया जाएगा।
उपस्थित अधिकारी और जनता का विश्वास
जनता दरबार में अपर समाहर्ता चंद्रशेखर आजाद, लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी राजकुमार सिंहा, और जिला पंचायत राज पदाधिकारी नवीन कुमार पांडेय सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। अधिकारियों की उपस्थिति और डीएम की सक्रियता ने जनता के मन में प्रशासन के प्रति विश्वास को और मजबूत किया।
नवादा का यह जनता दरबार एक बार फिर साबित करता है कि जनता और प्रशासन के बीच संवाद और विश्वास से ही समस्याओं का समाधान संभव है। डीएम रवि प्रकाश की इस पहल ने न केवल जनता के मन में विश्वास जगाया, बल्कि नवादा प्रशासन की कार्यशैली को भी सराहा गया।
जनता की उम्मीदें अब जिम्मेदारी में बदल गई हैं, और प्रशासन ने इस चुनौती को स्वीकार कर लिया है।
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