Jamshedpur Victory: नरवा पहाड़ की छात्राओं ने राष्ट्रीय मंच पर गाड़ा जीत का झंडा, राजस्थान में जीता दूसरा स्थान
राजस्थान के रावतभाटा में हुए अखिल भारतीय परमाणु ऊर्जा केवि नृत्य प्रतियोगिता में जमशेदपुर के नरवा पहाड़ विद्यालय की छात्राओं ने दूसरा स्थान प्राप्त कर क्षेत्र का नाम रोशन किया।
झारखंड के जमशेदपुर स्थित नरवा पहाड़ परमाणु ऊर्जा केंद्रीय विद्यालय की छात्राओं ने राजस्थान के रावतभाटा में आयोजित अखिल भारतीय परमाणु ऊर्जा केंद्रीय विद्यालय नृत्य प्रतियोगिता में दूसरे स्थान पर आकर अपने विद्यालय और क्षेत्र का नाम रोशन किया। यह प्रतियोगिता 18 से 20 नवंबर तक चली, जिसमें देशभर के 28 परमाणु ऊर्जा केंद्रीय विद्यालयों के 560 छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया।
तीन दिवसीय सांस्कृतिक महोत्सव में दिखा झारखंड का रंग
राजस्थान के रावतभाटा स्थित भारतीय परमाणु ऊर्जा केंद्रीय विद्यालय क्रमांक-4 द्वारा आयोजित इस तीन दिवसीय सांस्कृतिक महोत्सव में दो वर्गों – कनिष्ठ (कक्षा 6 से 10) और वरिष्ठ (कक्षा 11 व 12) – के प्रतिभागियों ने भाग लिया। प्रतियोगिता में कोरियोग्राफी और भारतीय लोक नृत्य जैसे श्रेणियों को शामिल किया गया था।
नरवा पहाड़ की छात्राओं ने कनिष्ठ वर्ग में कोरियोग्राफी नृत्य में शानदार प्रदर्शन कर दूसरा स्थान हासिल किया। यह उपलब्धि क्षेत्र के लिए गर्व का विषय है और यह साबित करती है कि झारखंड के छात्र-छात्राएं कला के क्षेत्र में भी किसी से पीछे नहीं हैं।
टीम के प्रदर्शन ने जीता दिल
इस विजेता टीम में शामिल छात्राएं थीं –
अनुश्री भगत, प्रीति दास, आशीराज भगत, मुस्कान सोरेन, पार्वती किस्कू, सुजाता हो, स्वाति मुर्मू, सोनाली बास्के, नेहा दास और मिरू टुडू।
टीम के साथ अनुरक्षण दल में शिक्षक मनीष कुमार साहा और संध्या शर्मा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके निर्देशन में छात्राओं ने अपनी नृत्य प्रतिभा को निखारा और राष्ट्रीय मंच पर इसे बखूबी प्रस्तुत किया।
यूसिल कॉलोनी में विजेताओं का भव्य स्वागत
प्रतियोगिता से लौटने के बाद विजेता टीम का जादूगोड़ा स्थित यूसिल कॉलोनी में जोरदार स्वागत किया गया। क्षेत्रवासियों ने जगह-जगह कार्यक्रम आयोजित कर छात्राओं का सम्मान किया और उन्हें पुरस्कृत किया। यह क्षण न केवल छात्राओं के लिए बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए गौरवपूर्ण था।
प्रतियोगिता का महत्व और इतिहास
अखिल भारतीय परमाणु ऊर्जा केंद्रीय विद्यालय सांस्कृतिक महोत्सव हर साल आयोजित होता है। इसका उद्देश्य विद्यार्थियों में कला और संस्कृति के प्रति रुचि बढ़ाना है। इस महोत्सव में कोरियोग्राफी और भारतीय लोक नृत्य जैसे श्रेणियों को शामिल कर भारतीय सांस्कृतिक धरोहर को भी प्रोत्साहन दिया जाता है।
नरवा पहाड़ विद्यालय की यह जीत झारखंड के लिए खास इसलिए भी है क्योंकि यह राज्य की सांस्कृतिक समृद्धि और प्रतिभा को राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शित करने का एक बड़ा मंच प्रदान करती है।
नरवा पहाड़ की छात्राओं ने अपनी मेहनत और लगन से साबित कर दिया कि सीमित संसाधनों के बावजूद कड़ी मेहनत और सही दिशा-निर्देशन से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। उनकी यह सफलता आने वाले वर्षों में अन्य विद्यार्थियों को भी प्रेरित करेगी।
झारखंड की धरती से उभरती इस कला की चमक राष्ट्रीय मंचों पर यूं ही दमकती रहे, यही आशा है।
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