Kumardhubi Attack: ओवरब्रिज पर हुई खौफनाक चाकूबाजी, चार युवक घायल, जानिए पूरी कहानी
कुमारधुबी ओवरब्रिज पर चाकूबाजी की सनसनीखेज घटना में चार युवक घायल, दो की हालत गंभीर। जानिए कैसे पुरानी रंजिश ने सड़क पर हिंसा में बदल डाला माहौल।

झारखंड के धनबाद जिले के कुमारधुबी ओपी क्षेत्र में शुक्रवार रात का सन्नाटा अचानक चीख-पुकार में बदल गया। कुमारधुबी ओवरब्रिज पर एक खौफनाक चाकूबाजी की घटना ने इलाके में सनसनी फैला दी।
इस हमले में चार युवक घायल हो गए, जिनमें दो की हालत गंभीर बताई जा रही है। गंभीर रूप से घायल युवकों को बेहतर इलाज के लिए अन्यत्र रेफर कर दिया गया है, जबकि एक युवक का इलाज डीवीसी मैथन अस्पताल में चल रहा है।
क्या हुआ था उस रात?
घटना के चश्मदीद मैथन निवासी प्रशांत सिंह ने बताया कि वह अपने चार-पांच दोस्तों के साथ चिरकुंडा की ओर जा रहे थे। जैसे ही वे कुमारधुबी ओवरब्रिज पर पहुंचे, वहां 14-15 की संख्या में मौजूद युवकों ने अचानक झगड़ा शुरू कर दिया।
बात इतनी बढ़ी कि देखते ही देखते मैथन मोड़ निवासी अमन और उसके साथियों ने चाकू निकाल लिए और हमला कर दिया। इस हमले में वनमेढ़ा मैथन निवासी गौरव कुमार, वासुदेव नगर मैथन निवासी प्रियांशु कुमार सिंह और कापासारा मुगमा निवासी अपूर्वा चौबे बुरी तरह घायल हो गए।
प्रशांत सिंह को भी हल्की चोटें आईं।
पुरानी रंजिश ने ली हिंसक रूप
बताया जा रहा है कि हमलावर अमन और उसके दोस्तों के साथ तीन-चार महीने पहले मैथन डैम पर भी झगड़ा हुआ था। उस समय मामला किसी तरह शांत हो गया था, लेकिन दुश्मनी दिलों में पलती रही। शुक्रवार रात को इसी पुरानी रंजिश ने खून-खराबे का रूप ले लिया।
झारखंड के कई इलाकों में पहले भी देखा गया है कि मामूली कहासुनी आगे चलकर गंभीर झगड़ों का कारण बनती है। मैथन क्षेत्र भी कभी-कभी आपसी झगड़ों के चलते चर्चा में रहा है।
पुलिस की कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही कुमारधुबी ओपी प्रभारी राजेश लोहरा टीम के साथ मौके पर पहुंचे। हालांकि तब तक घायलों को आसपास के नर्सिंग होम में भेजा जा चुका था।
पुलिस मामले की जांच में जुट गई है, लेकिन समाचार लिखे जाने तक किसी भी पक्ष ने औपचारिक प्राथमिकी दर्ज नहीं कराई थी। पुलिस सूत्रों के अनुसार, जल्द ही घटना में शामिल आरोपियों की पहचान कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इलाके में दहशत का माहौल
घटना के बाद से कुमारधुबी और आस-पास के क्षेत्रों में दहशत का माहौल है। स्थानीय लोगों में गहरी नाराजगी देखी जा रही है।
ग्रामीणों का कहना है कि सार्वजनिक स्थलों पर सुरक्षा बढ़ाई जानी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। खासतौर पर ओवरब्रिज और सुनसान इलाकों में पुलिस गश्त तेज करने की मांग उठने लगी है।
झारखंड में सड़कों पर बढ़ती हिंसा
इतिहास उठाकर देखें तो झारखंड के कई इलाकों में सड़कों पर हुए झगड़े जानलेवा बन चुके हैं। साल 2019 में भी धनबाद में मामूली विवाद ने जानलेवा हमला बनकर एक युवक की जान ले ली थी।
ऐसे मामलों में अक्सर देखा गया है कि पुरानी दुश्मनी या नशे में झगड़े हिंसक हो जाते हैं। कुमारधुबी का ताजा मामला इसी कड़ी की अगली कड़ी बनकर सामने आया है।
आगे क्या?
फिलहाल पुलिस घायलों के बयान दर्ज कर रही है और सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। जल्द ही हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम का गठन किया जा सकता है।
स्थानीय प्रशासन ने भी भरोसा दिलाया है कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी और इलाके में कानून व्यवस्था बहाल की जाएगी।
अब देखना यह है कि पुलिस कितनी जल्दी इस सनसनीखेज वारदात का खुलासा कर पाती है और अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाती है।
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