Khunti Murder: दोस्त लाए, दुश्मन ने मारी गोली, कर्रा के गुयु गांव में अलाव तापते युवक की हत्या साहिबगंज

खूंटी के कर्रा में सोमवार सुबह 25 वर्षीय रोहित तिग्गा की अज्ञात अपराधियों ने उस वक्त गोली मारकर हत्या कर दी जब वह अलाव ताप रहा था। घर से बुलाकर ले जाने वाले दोस्तों की रहस्यमयी भूमिका और सुबह-सुबह हुई इस खौफनाक वारदात की पूरी कड़वी हकीकत यहाँ दी गई है वरना आप भी इस अनसुलझी साजिश के पीछे छिपे चेहरों को नहीं पहचान पाएंगे।

Dec 22, 2025 - 14:01
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Khunti Murder: दोस्त लाए, दुश्मन ने मारी गोली, कर्रा के गुयु गांव में अलाव तापते युवक की हत्या  साहिबगंज
Khunti Murder: दोस्त लाए, दुश्मन ने मारी गोली, कर्रा के गुयु गांव में अलाव तापते युवक की हत्या साहिबगंज

खूंटी, 22 दिसंबर 2025 – झारखंड का खूंटी जिला सोमवार की सुबह एक बार फिर गोलियों की गूँज से दहल उठा। कर्रा थाना क्षेत्र के गुयु गांव में अपराधियों ने कानून-व्यवस्था की धज्जियां उड़ाते हुए एक 25 वर्षीय युवक, रोहित तिग्गा की दिनदहाड़े हत्या कर दी। यह वारदात तब हुई जब रोहित कड़कड़ाती ठंड में दोस्तों के साथ अलाव ताप रहा था। जिस तरह से उसे घर से बुलाकर बाहर लाया गया और फिर पीछे से गोली मारी गई, वह किसी गहरी और सोची-समझी साजिश की ओर इशारा कर रहा है। इस घटना ने पूरे कर्रा इलाके में दहशत और तनाव का माहौल पैदा कर दिया है।

इतिहास: खूंटी में 'अलाव' पर राजनीति और आपसी रंजिशों का पुराना नाता

खूंटी का इलाका ऐतिहासिक रूप से अपनी सांस्कृतिक विरासत के साथ-साथ कठिन भौगोलिक और राजनीतिक परिस्थितियों के लिए जाना जाता रहा है। गाँवों में सुबह-सुबह 'अलाव' (आग) के पास बैठना केवल ठंड भगाने का जरिया नहीं, बल्कि सामुदायिक चर्चा का केंद्र होता है। लेकिन पिछले कुछ दशकों में, इन चर्चाओं के बीच आपसी रंजिश और वर्चस्व की लड़ाइयों ने भी जगह ली है। 1990 के दशक के बाद से इस क्षेत्र में 'सॉफ्ट टारगेट' को निशाना बनाने की कई घटनाएं हुई हैं, जहाँ अपराधियों ने भीड़ या सार्वजनिक स्थानों का उपयोग केवल इसलिए किया ताकि वे आसानी से गायब हो सकें। रोहित तिग्गा की हत्या इसी खूनी इतिहास का एक नया और दुखद पन्ना है।

खौफनाक सुबह: 60 मिनट और मौत का खेल

सोमवार की सुबह रोहित तिग्गा के लिए काल बनकर आई। परिजनों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, घटनाक्रम कुछ इस प्रकार रहा:

  • सुबह 06:30 बजे: रोहित अपने घर पर आराम कर रहा था, तभी उसके दो दोस्त दरवाजे पर आए और उसे बाहर चलने के लिए कहा। परिजनों को लगा कि वे सामान्य रूप से घूमने जा रहे हैं।

  • सुबह 07:30 बजे: रोहित गांव के चौराहे पर दोस्तों के साथ आग ताप रहा था। तभी एक अज्ञात हमलावर दबे पांव पीछे से आया और सीधे रोहित के सिर के पास निशाना साधकर गोली दाग दी।

  • मौके पर अफरा-तफरी: गोली चलने की आवाज से अलाव के पास बैठे लोग जान बचाकर भागे। हमलावर ने कोहरे और भगदड़ का फायदा उठाकर मौके से फरार होने में कामयाबी हासिल की।

दोस्त या गद्दार? पुलिस की सुई अपनों पर

इस हत्याकांड में सबसे बड़ा सवाल उन दो दोस्तों पर उठ रहा है जो रोहित को घर से बुलाकर ले गए थे।

  1. रहस्यमयी भूमिका: क्या उन दोस्तों को पता था कि रोहित पर हमला होने वाला है? या उन्हें केवल रोहित को घर से बाहर निकालने के लिए इस्तेमाल किया गया था?

  2. पुरानी रंजिश: पुलिस गुयु गांव के पुराने विवादों को खंगाल रही है। क्या यह किसी प्रेम प्रसंग, जमीन विवाद या पुरानी दुश्मनी का नतीजा है?

हत्याकांड का संक्षिप्त विवरण (Quick Facts)

विवरण जानकारी
मृतक का नाम रोहित तिग्गा (25 वर्ष)
स्थान गुयु गांव, कर्रा (खूंटी)
समय सोमवार सुबह लगभग 07:30 बजे
हमले का तरीका पीछे से गोली मारकर
पुलिस कार्रवाई अज्ञात के खिलाफ FIR, छापेमारी जारी

पुलिस की कार्रवाई और ग्रामीणों का आक्रोश

घटना की सूचना मिलने के बाद कर्रा थाना पुलिस दलबल के साथ मौके पर पहुँची। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वे रोहित के उन दोस्तों से भी पूछताछ कर रहे हैं जो उस समय वहां मौजूद थे। गांव वालों ने पुलिस गश्त बढ़ाने और हत्यारों को 24 घंटे के भीतर गिरफ्तार करने की मांग की है। लोगों का कहना है कि अगर अपराधी इसी तरह बेखौफ रहेंगे, तो गांवों में रहना मुश्किल हो जाएगा।

अनसुलझे सवालों के घेरे में गुयु गांव

रोहित तिग्गा की हत्या ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि खूंटी के ग्रामीण इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था अभी भी एक बड़ी चुनौती है। जब तक घर से बुलाकर ले जाने वाले उन दो दोस्तों और पीछे से गोली चलाने वाले कातिल का चेहरा सामने नहीं आता, तब तक इस गुत्थी का सुलझना मुश्किल है।

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Manish Tamsoy मनीष तामसोय कॉमर्स में मास्टर डिग्री कर रहे हैं और खेलों के प्रति गहरी रुचि रखते हैं। क्रिकेट, फुटबॉल और शतरंज जैसे खेलों में उनकी गहरी समझ और विश्लेषणात्मक क्षमता उन्हें एक कुशल खेल विश्लेषक बनाती है। इसके अलावा, मनीष वीडियो एडिटिंग में भी एक्सपर्ट हैं। उनका क्रिएटिव अप्रोच और टेक्निकल नॉलेज उन्हें खेल विश्लेषण से जुड़े वीडियो कंटेंट को आकर्षक और प्रभावी बनाने में मदद करता है। खेलों की दुनिया में हो रहे नए बदलावों और रोमांचक मुकाबलों पर उनकी गहरी पकड़ उन्हें एक बेहतरीन कंटेंट क्रिएटर और पत्रकार के रूप में स्थापित करती है।