जमशेदपुर में जॉली ग्रुप का सावन महोत्सव: महिलाओं ने दिखाई एकता और सशक्तिकरण की मिसाल
जमशेदपुर में जॉली ग्रुप द्वारा आयोजित सावन महोत्सव में सैकड़ों महिलाओं ने हिस्सा लिया। हरे रंग की साड़ी में सजी महिलाओं ने नृत्य, रैंप वॉक, और प्रतियोगिताओं में भाग लेकर सशक्तिकरण का संदेश दिया।
जमशेदपुर: जमशेदपुर स्थित जॉली ग्रुप ने सावन महोत्सव के माध्यम से महिलाओं के सशक्तिकरण और एकता का अनोखा उदाहरण प्रस्तुत किया। होटल गंगा रिजेंसी में आयोजित इस कार्यक्रम में सैकड़ों महिलाओं ने भाग लिया, जहाँ हर महिला ने हरे रंग की साड़ी और पारंपरिक श्रृंगार में सजकर सावन के रंगों को जीवंत किया।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों में दिखी महिलाओं की भागीदारी:
इस महोत्सव के दौरान कई मनोरंजक कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें गेम्स, बलून प्रतियोगिता, चुड़ी प्रतियोगिता, रैंप वॉक, और सावन के झूले का आनंद प्रमुख थे। इन सभी गतिविधियों में महिलाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और सावन के संगीत पर नृत्य का भरपूर लुत्फ उठाया।
सावन क्वीन का ताज और गर्व:
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रहा 'सावन क्वीन' का चुनाव, जिसमें श्रीमती संध्या चौधरी को 'सावन क्वीन' के ताज से नवाजा गया। संध्या चौधरी ने अपने चयन पर गर्व और खुशी व्यक्त करते हुए कहा, "इस ताज को पहनकर मुझे वास्तव में रानी जैसा महसूस हो रहा है। इतने महिलाओं के बीच खुद के सावन क्वीन के रूप में चुने जाने पर मुझे गर्व हो रहा है।"
कार्यक्रम की संयोजक और महिलाओं का सराहनीय योगदान:
इस कार्यक्रम की संयोजक श्रीमती जॉली शुक्ला ने सावन महोत्सव की सफलता के लिए महिलाओं के योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि महिलाओं ने इस आयोजन को अपने सामूहिक प्रयासों से एक यादगार बना दिया। श्रीमती वंदना मिश्रा, श्रीमती प्रीति, श्रीमती सोभा, श्रीमती प्रमिला सिंह और अन्य महिलाओं ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
महिलाओं की एकता और सशक्तिकरण का संदेश:
इस सावन महोत्सव के माध्यम से जमशेदपुर की महिलाओं ने न सिर्फ सांस्कृतिक धरोहर को जीवित रखा, बल्कि एकजुट होकर सशक्तिकरण का संदेश भी दिया। इस महोत्सव ने यह साबित किया कि जब महिलाएं एकजुट होती हैं, तो वे किसी भी चुनौती का सामना कर सकती हैं और अपने समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकती हैं।
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