झामुमो में जुटी मजबूती: चंपाई सोरेन के बीजेपी जॉइन करने के बाद पार्टी का डैमेज कंट्रोल
पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के बीजेपी में शामिल होने के बाद झामुमो ने सभी 14 विधानसभा सीटों पर संगठन को मजबूत करने की कोशिशें शुरू की। पढ़ें पूरी खबर!
सरायकेला: 24 सितंबर को पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के बीजेपी में शामिल होने के बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने डैमेज कंट्रोल करने की कोशिशें तेज कर दी हैं। पार्टी के कार्यकर्ता एकजुट रहने का प्रयास कर रहे हैं। इसके लिए झामुमो के मंत्री, विधायक और सांसद लगातार अलग-अलग कार्यक्रमों का आयोजन कर रहे हैं।
सरायकेला विधानसभा क्षेत्र के युवा नेता, भुगलू सोरेन उर्फ डब्बा सोरेन और कृष्णा बास्के ने अब पार्टी को एकजुट करने का बीड़ा उठाया है। वे गांव-गांव जाकर झामुमो के समर्थकों को फिर से सक्रिय करने की कोशिश कर रहे हैं।
इस अभियान में झामुमो के केंद्रीय कार्यसमिति सदस्य गणेश चौधरी, जिलाध्यक्ष डॉ. शुभेंदु महतो, उपाध्यक्ष अमृत महतो, गोपाल महतो और रामदास टुडू भी पूरी सक्रियता दिखा रहे हैं।
मंगलवार को कांड्रा एसकेजी मैदान में एक सदस्यता ग्रहण सह मिलन समारोह का आयोजन किया गया। इस समारोह में डब्बा सोरेन और कृष्णा बास्के के नेतृत्व में सैकड़ों महिलाएं, पुरुष और युवा बीजेपी छोड़कर झामुमो में शामिल हुए। इसमें पूर्व जिला परिषद सदस्य सुधीर महतो ने भी अपने समर्थकों के साथ वापसी की।
कार्यक्रम में मंत्री रामदास सोरेन, विधायक सविता महतो, पूर्व मंत्री मथुरा महतो और जिला अध्यक्ष डॉ. शुभेंदु महतो ने नए सदस्यों को पार्टी का अंग वस्त्र पहनाकर उनका स्वागत किया। उन्होंने आगामी विधानसभा चुनाव में झामुमो की सरकार बनाने का संकल्प दिलाया।
इस दौरान, मंत्री रामदास सोरेन ने पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि चंपाई सोरेन ने राजनीतिक स्वार्थ के लिए झामुमो को धोखा दिया है। वे अब बीजेपी की भाषा बोल रहे हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी पूरे राज्य में डेमोग्राफी परिवर्तन का कारण बन रही है। इसके लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहराते हुए उन्होंने कहा कि सरकार आदिवासियों, मूलवासियों और गरीबों के हित में काम कर रही है।
इस प्रकार, झामुमो ने एक बार फिर अपनी स्थिति को मजबूत करने का प्रयास किया है। अब देखना यह है कि यह प्रयास आगामी विधानसभा चुनाव में कितनी सफलता प्राप्त करता है।
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