Jharkhand Operation Alert: जंगल में छिपा 5 किलो का बम, नक्सलियों की खतरनाक साजिश बेनकाब!
झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम में नक्सल ऑपरेशन के दौरान 5 किलो का आईईडी बम बरामद! जंगल में छिपे नक्सलियों की बड़ी साजिश नाकाम, जानिए पूरी खबर।

झारखंड: पश्चिमी सिंहभूम का जंगल एक बार फिर नक्सलियों की साजिश का गवाह बना है! एंटी-नक्सल ऑपरेशन के तहत रविवार (16 मार्च 2025) को पुलिस और सुरक्षा बलों को 5 किलो का आईईडी बम बरामद हुआ। यह बम बाबूडेरा जंगल में जमीन के अंदर दबाया गया था, जिससे सुरक्षा बलों को निशाना बनाया जा सके। लेकिन समय रहते पुलिस की सतर्कता ने एक बड़े हादसे को टाल दिया।
नक्सल ऑपरेशन में लगातार मिल रहे हैं हथियार और विस्फोटक!
पिछले कुछ हफ्तों से पश्चिमी सिंहभूम में नक्सल विरोधी अभियान तेज कर दिया गया है। इस ऑपरेशन में झारखंड पुलिस, सीआरपीएफ, कोबरा कमांडो और झारखंड जगुआर की टीमें लगातार सर्च ऑपरेशन चला रही हैं। इस दौरान कई जगहों से नक्सलियों के हथियारों और विस्फोटकों के डंप बरामद हो चुके हैं।
इस बार जराईकेला थाना क्षेत्र के बाबूडेरा जंगल में आईईडी बम मिलने से सुरक्षा बलों की मुस्तैदी और बढ़ गई है। माना जा रहा है कि नक्सली इस बम का इस्तेमाल सुरक्षाबलों को निशाना बनाने के लिए करने वाले थे।
कैसे मिला 5 किलो का आईईडी बम?
रविवार सुबह 9 बजे, सुरक्षा बल छोटा नागपुर, छोटानागरा और जराईकेला के सीमावर्ती इलाके में सर्च ऑपरेशन चला रहे थे। इसी दौरान पुलिस को जंगल में किसी संदिग्ध गतिविधि का अंदेशा हुआ। जब इलाके को खंगाला गया, तो जमीन के नीचे 5 किलो का आईईडी बम दबा हुआ मिला।
एसपी आशुतोष शेखर ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर यह ऑपरेशन चलाया गया था। सुरक्षाबलों को पहले से अंदेशा था कि जंगल में नक्सलियों ने विस्फोटक छिपाकर रखा हो सकता है। इसी सतर्कता के चलते यह बड़ा खतरा समय रहते टाल दिया गया।
बम निरोधक दस्ते ने मौके पर ही बम किया नष्ट
बम मिलने के बाद मौके पर बम निरोधक दस्ता बुलाया गया। पूरी सुरक्षा बरतते हुए आईईडी बम को जंगल में ही नष्ट कर दिया गया।
सुरक्षा एजेंसियां इस बात की जांच कर रही हैं कि क्या जंगल में और भी विस्फोटक छिपाए गए हैं? इसके लिए पूरे इलाके में ड्रोन कैमरों और खोजी दस्तों की मदद ली जा रही है।
झारखंड के जंगलों में क्यों छिपे हैं नक्सली?
झारखंड का पश्चिमी सिंहभूम जिला नक्सली गतिविधियों का गढ़ माना जाता है। यह इलाका घने जंगलों और दुर्गम पहाड़ियों से घिरा है, जिससे नक्सली यहां आसानी से छिप सकते हैं।
झारखंड पुलिस के मुताबिक, पिछले कुछ महीनों में नक्सलियों पर कार्रवाई तेज की गई है, जिससे उनका नेटवर्क कमजोर हुआ है। यही वजह है कि नक्सली अब जंगलों में छिपकर सुरक्षा बलों पर हमले की साजिश रच रहे हैं।
बड़ी कार्रवाई की तैयारी में सुरक्षा बल
नक्सलियों के खिलाफ सीआरपीएफ, कोबरा कमांडो और झारखंड पुलिस ने संयुक्त ऑपरेशन छेड़ रखा है। पश्चिमी सिंहभूम के इन जंगलों में लगातार सर्च ऑपरेशन जारी है, ताकि नक्सली गतिविधियों को पूरी तरह खत्म किया जा सके।
क्या आने वाले दिनों में झारखंड से नक्सलियों का सफाया हो पाएगा? यह सवाल अब भी बना हुआ है, लेकिन एक बात साफ है—सुरक्षा बल नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार हैं!
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