Jharkhand Kidnapping: चाउमिन के बहाने तीन बच्चियों का अपहरण, ग्रामीणों ने आरोपी को पकड़कर पुलिस को सौंपा
झारखंड के कोडरमा में चाउमिन खिलाने का लालच देकर तीन बच्चियों का अपहरण। ग्रामीणों की सतर्कता और बच्ची की बहादुरी से आरोपी गिरफ्तार।
कोडरमा। झारखंड के कोडरमा जिले में मंगलवार को एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। जयनगर के तिलोकरी गांव से बरही निवासी मंजूर आलम नामक व्यक्ति ने तीन मासूम बच्चियों का अपहरण कर लिया। आरोपी ने उन्हें चाउमिन खिलाने का लालच देकर बडानो जंगल में ले जाकर बंधक बना लिया। बच्चियों में से एक की सूझबूझ और साहस ने उनकी जान बचाई।
चाउमिन का लालच और खतरनाक योजना
मंजूर आलम ने नौ वर्षीय सुहानी, उसकी बहन आरूही और बिहार की कल्याणी को चाउमिन खिलाने के बहाने अपने साथ बाइक पर बैठा लिया। वह उन्हें हजारीबाग के चलकुशा स्थित बडानो जंगल में ले गया। वहां उसने उन्हें डराने की कोशिश की और शोर मचाने पर मारने की धमकी दी।
सुहानी की बहादुरी ने बचाई जान
डरी हुई सुहानी किसी तरह वहां से भाग निकली। वह पास के खलिहान में काम कर रहे ग्रामीणों के पास पहुंची और उन्हें घटना की जानकारी दी। सुहानी की बात सुनकर ग्रामीण तुरंत सक्रिय हो गए। उन्होंने जंगल में जाकर आरोपी को पकड़ लिया और उसकी जमकर पिटाई की। साथ ही बाकी दोनों बच्चियों को सुरक्षित रिहा करवाया।
ग्रामीणों की सतर्कता और आरोपी की गिरफ्तारी
ग्रामीणों ने मंजूर आलम को पुलिस के हवाले कर दिया। चलकुशा थाना प्रभारी चितरंजन कुमार ने बताया कि आरोपी के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। बच्चियों के साहस और ग्रामीणों की तत्परता ने एक बड़ी अनहोनी को टाल दिया।
पीड़ित बच्चियां और उनके परिजन
अपहृत बच्चियों में सुहानी और आरूही सगी बहनें हैं, जो जयनगर की रहने वाली हैं। कल्याणी, बिहार के नवादा निवासी बिंदु साव की बेटी है। तीनों बच्चियां इस घटना से सदमे में हैं, लेकिन सुहानी की बहादुरी ने उन्हें सुरक्षित घर पहुंचा दिया।
झारखंड में बढ़ते अपराधों का इतिहास
झारखंड में बच्चों के अपहरण और अन्य अपराधों की घटनाएं अक्सर सुर्खियां बनती हैं। राज्य में पहले भी ऐसे मामले सामने आए हैं, जिनमें अपहरणकर्ताओं ने मासूम बच्चों को निशाना बनाया है। यह घटना इन अपराधों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की आवश्यकता को दोहराती है।
पीएलएफआई उग्रवादी की गिरफ्तारी
इसी दिन, पुलिस ने झारखंड के सिमडेगा जिले में 12 साल से फरार पीएलएफआई उग्रवादी राजू सिंह को गिरफ्तार किया। उसके खिलाफ 17 मामले दर्ज हैं। पूछताछ के दौरान उसने कई अपराधों का खुलासा किया। पुलिस लंबे समय से उसकी तलाश कर रही थी, और गुप्त सूचना के आधार पर उसे पकड़ा गया।
आगे का रास्ता और पुलिस की जिम्मेदारी
झारखंड में बच्चों की सुरक्षा के लिए मजबूत व्यवस्था और सामुदायिक सतर्कता की जरूरत है। पुलिस प्रशासन को इस तरह के मामलों पर सख्त कार्रवाई करते हुए अपराधियों को कड़ी सजा सुनिश्चित करनी चाहिए।
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