Jharkhand Elections: रिजल्ट से पहले महिला वोटरों ने बनाया इतिहास!
झारखंड चुनाव 2024 में 81 विधानसभा सीटों पर वोटिंग के बाद 23 नवंबर को काउंटिंग होगी। जानें कैसे महिलाओं ने इस बार बदल दिया चुनाव का समीकरण।
रांची, 22 नवंबर: झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के लिए मतगणना का दिन आ गया है। इस बार 81 विधानसभा सीटों पर हुए मतदान के बाद सियासी गर्मी चरम पर है। कौन बनेगा मुख्यमंत्री? यह सवाल हर गली, नुक्कड़ और राजनीतिक गलियारे में चर्चा का विषय है। खास बात यह है कि इस बार महिला वोटरों की सक्रियता ने चुनाव का समीकरण पूरी तरह बदल दिया है।
दो चरणों में हुआ मतदान
झारखंड में 13 और 20 नवंबर को दो चरणों में मतदान हुआ। कुल 81 सीटों पर 67.74% मतदान दर्ज किया गया।
- 68 सीटों पर महिलाओं ने बाजी मारी: महिलाओं ने पुरुषों से अधिक मतदान कर इतिहास रच दिया।
- पुरुषों का दबदबा केवल 13 सीटों पर: यह स्पष्ट संकेत देता है कि इस बार झारखंड में महिलाओं का वोट चुनाव का निर्णायक कारक होगा।
प्रमुख उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में बंद
81 सीटों के लिए 1213 प्रत्याशी मैदान में हैं। इनमें कई बड़े नाम शामिल हैं, जिनकी किस्मत ईवीएम में कैद हो चुकी है:
- हेमंत सोरेन और उनकी पत्नी कल्पना सोरेन
- पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन
- भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी
- पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा की पत्नी मीरा मुंडा
- पूर्व सीएम मधु कोड़ा की पत्नी गीता कोड़ा
मतगणना का शेड्यूल और प्रक्रिया
23 नवंबर को सुबह 8 बजे से मतगणना शुरू होगी।
- बैलेट पेपर की गिनती: सबसे पहले बैलेट पेपर गिने जाएंगे।
- ईवीएम गिनती: इसके बाद ईवीएम मशीनों की गणना होगी।
- काउंटिंग राउंड्स:
- सबसे पहले तोरपा विधानसभा का रिजल्ट आएगा, जहां सिर्फ 13 राउंड की गिनती होगी।
- सबसे अंत में चतरा विधानसभा का रिजल्ट आएगा, जहां 29 राउंड की गिनती होगी।
- धनवार, पोड़ैयाहाट, नाला, सिमरिया और बोकारो जैसे बड़े क्षेत्रों में 24 राउंड होंगे।
- काउंटिंग सेटअप: 65 काउंटिंग हॉल में 719 टेबल पर मतगणना की जाएगी।
महिला वोटरों ने बदला खेल
झारखंड के चुनावी इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि महिलाओं ने इतने बड़े पैमाने पर मतदान किया।
- सशक्त महिला मतदाता: 68 सीटों पर महिलाओं का मतदान पुरुषों से अधिक था।
- राजनीतिक समीकरण में बदलाव: राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस बार झारखंड का भविष्य महिला वोटरों के फैसले पर निर्भर करेगा।
झारखंड चुनाव का इतिहास
झारखंड में 2000 में अलग राज्य बनने के बाद से अब तक कई चुनाव हुए हैं।
- पहला विधानसभा चुनाव 2005 में हुआ था, जिसमें भाजपा ने जीत हासिल की।
- पिछले चुनाव 2019 में झामुमो-कांग्रेस गठबंधन ने बहुमत पाकर सरकार बनाई थी।
- इस बार भाजपा और झामुमो के बीच सीधी टक्कर है, लेकिन महिला वोटिंग पैटर्न ने कई अनिश्चितताएं पैदा कर दी हैं।
जनता की उम्मीदें और उत्सुकता
झारखंड के लोगों में रिजल्ट को लेकर उत्साह चरम पर है।
- युवा और रोजगार: जनता इस बार ऐसे उम्मीदवार को चुनने की उम्मीद कर रही है, जो रोजगार और शिक्षा पर ध्यान दे।
- महिलाओं की भागीदारी: महिलाएं चाहती हैं कि उनका बढ़ा हुआ वोटिंग प्रतिशत उनके लिए बेहतर कल लाए।
विशेषज्ञों की राय
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि महिला वोटरों की सक्रियता से कई बड़े नेताओं के लिए चुनौतियां खड़ी हो सकती हैं।
- प्रो. राजीव सिन्हा कहते हैं, "झारखंड में पहली बार महिलाओं ने चुनावी प्रक्रिया में इतना बड़ा योगदान दिया है। इससे सत्ता परिवर्तन की संभावना बढ़ गई है।"
झारखंड चुनाव के इस दिलचस्प मोड़ पर आप किस पार्टी को समर्थन देते हैं? क्या महिलाओं की बढ़ती भागीदारी राजनीति में बदलाव ला सकती है? अपनी राय नीचे कमेंट में जरूर साझा करें।
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