Jamshedpur Murder : पेड़ उखाड़ने को लेकर विवाद में अधेड़ की हत्या, दो भाइयों पर गंभीर आरोप
जमशेदपुर के कुमरूम बस्ती में पेड़ उखाड़ने को लेकर हुए विवाद में एक अधेड़ की हत्या। पुलिस ने दो भाइयों को गिरफ्तार किया। जानिए इस हत्या के पीछे की पूरी कहानी।
झारखंड के जमशेदपुर में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसमें कुमरूम बस्ती में पेड़ उखाड़ने को लेकर हुए विवाद में एक अधेड़ व्यक्ति की हत्या कर दी गई। यह मामला मानगो थाना क्षेत्र के कुमरूम बस्ती का है, जहां रविवार दोपहर के वक्त एक व्यक्ति की मौत हो गई। यह हत्या एक पुराने पेड़ को उखाड़ने के कारण हुए झगड़े के बाद हुई, जिसे लेकर स्थानीय लोग कई तरह की बातें कर रहे हैं।
पेड़ उखाड़ने पर हुआ विवाद
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, मृतक रसिक मांझी (50) कुमरूम बस्ती के निवासी थे, जो एनएच 33 मामा-भगिना होटल के पास रहते थे। उनके घर के पास दो भाई, धनंजय कुमार और मृत्युंजय कुमार, रहते थे। रविवार को इन दोनों भाइयों ने रास्ते में एक पुराने पेड़ को उखाड़ने की कोशिश की थी और इस दौरान वे ज़मीन की खुदाई कर रहे थे। यह देखकर रसिक मांझी ने उन्हें रुकने को कहा और जमीन खुदाई करने से मना किया।
बढ़ी झगड़े की स्थिति
रसिक के विरोध के बाद वहां धक्का-मुक्की शुरू हो गई। यह झगड़ा इतना बढ़ गया कि रसिक अचानक गिर पड़ा और उसके छाती और शरीर पर गंभीर चोटें आईं। स्थानीय लोग बताते हैं कि रसिक नशे में था, और इस कारण ही दोनों भाइयों के साथ विवाद हुआ। इसके बाद, रसिक की मौके पर ही मौत हो गई।
हत्या के बाद की घटनाएं
हत्या के बाद, आरोपित भाइयों ने रसिक को उठाकर अपने घर के आंगन में रखा और फिर वहां से चले गए। सूचना मिलने पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और शव का पंचनामा कर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने धनंजय कुमार और मृत्युंजय कुमार को गिरफ्तार कर लिया, जो घटनास्थल से भागने में सफल नहीं हो पाए।
आरोप और आरोपियों का पक्ष
गिरफ्तारी के बाद, दोनों भाइयों ने पुलिस से कहा कि रसिक शराब का आदी था और उसकी मौत किसी मारपीट से नहीं, बल्कि धक्का देने से हुई। उनका कहना है कि वे बस रसिक से उलझ रहे थे और उसने खुद गिरकर अपनी जान गंवाई।
पुलिस अधिकारी डीएसपी भोला प्रसाद ने कहा कि इस मामले की पूरी जांच की जा रही है। सभी साक्ष्य की गहराई से जांच की जाएगी और उसके बाद ही पुलिस किसी निर्णय पर पहुंचेगी।
रसिक का परिवार और सामाजिक स्थिति
स्थानीय लोगों के अनुसार, रसिक मांझी एक मेहनती मजदूर था। उसकी पत्नी बोड़ाम में रहती थी, और उनका 21 साल का बेटा भी मां के साथ रहता है। रसिक के परिवार का यह हाल था कि वह कभी-कभी अपनी पत्नी और बेटे से मिलने जाता था। बताया जाता है कि वह आम तौर पर शराब का सेवन करता था, लेकिन परिवार की देखभाल करने के लिए वह मजदूरी करता था।
बस्ती में तनाव
इस घटना के बाद कुमरूम बस्ती में तनाव का माहौल बन गया है। स्थानीय लोग इस हत्या को लेकर विभिन्न प्रकार के अनुमान लगा रहे हैं। कुछ लोग मानते हैं कि यह सिर्फ एक झगड़ा था जो बढ़ गया, जबकि कुछ का कहना है कि यह हत्या पूर्व-नियोजित थी।
पुलिस की भूमिका और आगे की जांच
पुलिस ने मामले में दोनों भाइयों को गिरफ्तार किया है, और अब वे जांच में जुटे हुए हैं। जांच के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि क्या यह हत्या थी या किसी अन्य कारण से मौत हुई। डीएसपी भोला प्रसाद ने कहा कि पुलिस किसी भी दबाव में नहीं आएगी और पूरी सच्चाई सामने लाने का प्रयास करेगी।
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