Jamshedpur Theft- बिष्टुपुर में रातोंरात चोरी की वारदात, दुकानदारों में दहशत और सुरक्षा पर सवाल
बिष्टुपुर, जमशेदपुर में शनिवार रात चोरों ने दो दुकानों के ताले तोड़कर 18 हजार रुपये से अधिक की चोरी की। इलाके में लगातार बढ़ती चोरी ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर दिया।

बिष्टुपुर थाना क्षेत्र के धतकीडीह कम्युनिटी सेंटर के सामने शनिवार रात चोरी की बड़ी वारदात ने इलाके में खलबली मचा दी। दो दुकानों के ताले तोड़कर चोरी की गई। रविवार सुबह जब दुकानदार अपनी दुकान खोलने पहुंचे, तो ताले टूटे हुए देखकर उनके होश उड़ गए। तुरंत पुलिस को सूचना दी गई और जांच शुरू कर दी गई।
चोरी का तरीका और नुकसान
चोरी हुई दुकानों में एक चिकन की दुकान और दूसरी सैलून की दुकान थी। चिकन दुकान के मालिक शाहिद ने बताया कि उनके कैश बॉक्स से 10 हजार रुपये नकद और कुछ सामान चोरी हो गया। वहीं, सैलून की दुकान से 8 हजार रुपये नकद गायब हो गए।
स्थानीय लोगों का कहना है कि इलाके में रात के समय बिजली गुल थी, शायद इसी वजह से चोर ज्यादा सामान नहीं ले पाए। हालांकि इस घटना ने इलाके में दुकानदारों और स्थानीय लोगों में दहशत फैला दी है।
पहले भी हो चुकी है चोरी
स्थानीय लोगों के अनुसार, यह इस इलाके में दूसरी बार चोरी की घटना है। पिछली बार भी चोरी हुई थी और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई थी, लेकिन चोर पकड़ में नहीं आए। इससे यह स्पष्ट होता है कि इलाके में चोरी की घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावी सुरक्षा उपायों की कमी है।
कई दुकानदारों ने यह भी कहा कि यदि जल्द सुरक्षा व्यवस्था मजबूत नहीं की गई, तो भविष्य में और बड़ी चोरी होने का खतरा है।
पुलिस की प्रतिक्रिया
पुलिस ने बताया कि जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। घटनास्थल का निरीक्षण किया गया और आस-पास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। हालांकि, पुलिस ने क्षेत्रवासियों से अपील की है कि वे संदिग्ध व्यक्तियों की सूचना तुरंत दें।
इलाके में सुरक्षा पर सवाल
धतकीडीह क्षेत्र के पुराने रिकॉर्ड पर नजर डालें तो पता चलता है कि पिछले कुछ सालों में इस इलाके में चोरी और चोरी की कोशिशों की घटनाएं बढ़ी हैं। कई बार दुकानों और घरों से कैश, इलेक्ट्रॉनिक सामान और अन्य कीमती वस्तुएं गायब हुई हैं।
स्थानीय लोगों का मानना है कि इलाके में पर्याप्त सुरक्षा चौकियां और पुलिस पेट्रोलिंग नहीं है। इसके अलावा, बिजली कटौती और अंधेरे का फायदा उठाकर चोर आसानी से वारदात कर जाते हैं।
विशेषज्ञों की राय
सिक्योरिटी विशेषज्ञों का कहना है कि छोटे दुकानों और व्यवसायों के लिए सीसीटीवी कैमरा, मजबूत ताले और सुरक्षा गार्ड जरूरी हैं। इसके साथ ही स्थानीय प्रशासन को सुरक्षा नीतियों में सुधार और नियमित निरीक्षण करने की आवश्यकता है।
भविष्य की रणनीति
दुकानदार और स्थानीय लोग चाहते हैं कि पुलिस क्षेत्र में नाइट पेट्रोलिंग और अलार्म सिस्टम की व्यवस्था करे। इसके साथ ही इलाके में चोरों की रोकथाम के लिए समुदाय और पुलिस का सहयोग जरूरी है।
अगर प्रशासन जल्द कदम नहीं उठाता, तो स्थानीय लोगों का भरोसा कम होने और चोरी की घटनाओं में लगातार वृद्धि होने का खतरा है।
इस घटना ने बिष्टुपुर और आसपास के दुकानदारों के लिए सुरक्षा की आवश्यकता और अलर्ट रहने का संदेश दिया है। अब सवाल यह है कि पुलिस और प्रशासन समय रहते सुरक्षा उपाय लागू करेंगे या फिर चोरी की घटनाएं लगातार बढ़ती जाएंगी।
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