Jamshedpur Theft : नेपाल गया परिवार और इधर लाखों की चोरी, जानें पूरा मामला!
जमशेदपुर में नौनी घोष के घर में लाखों की चोरी! नेपाल गया था परिवार, तभी चोरों ने किया हाथ साफ। पुलिस जांच में जुटी, जानें पूरी खबर।

जमशेदपुर: परसुडीह के शीतला मिष्ठान्न भंडार के मालिक नोनी घोष के घर पर बीती रात चोरों ने धावा बोल दिया और लाखों के गहने व कीमती सामान ले उड़े। जब परिवार नेपाल की यात्रा पर था, तब चोरों ने सुनसान घर को निशाना बनाया और दरवाजा काटकर बड़ी चोरी को अंजाम दिया।
कैसे हुई चोरी?
नोनी घोष के बेटे 4 मार्च को पूरे परिवार के साथ नेपाल गए थे। घर में केवल नोनी घोष रात में सोने आते थे, लेकिन चोरों ने उनके न होने का फायदा उठाया। रविवार रात को चोरों ने घर के मुख्य दरवाजे को काटकर अंदर घुसने में सफलता हासिल की और कमरे में रखे गहनों और महंगे सामानों पर हाथ साफ कर दिया।
सुबह जब उनके पड़ोस में रहने वाले भाई ने घर का दरवाजा टूटा देखा, तो शक हुआ। तुरंत उन्होंने अपने चाचा और पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और फिंगरप्रिंट स्कैनिंग के साथ जांच शुरू कर दी।
जमशेदपुर में बढ़ती चोरी की घटनाएं!
जमशेदपुर में अपराधियों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं। खासकर त्योहारों या छुट्टियों के दौरान चोरी की वारदातें तेजी से बढ़ी हैं।
- 2023 में जमशेदपुर में 400 से ज्यादा चोरी के मामले दर्ज हुए।
- अकेले परसुडीह इलाके में पिछले 6 महीनों में 15 से ज्यादा बड़ी चोरी की घटनाएं हो चुकी हैं।
- चोरों के गिरोह अब टारगेट बेस्ड चोरी करने लगे हैं, जिनमें खाली घरों और व्यापारियों के घरों को निशाना बनाया जाता है।
क्या चोर पहले से रख रहे थे नजर?
पुलिस का मानना है कि यह चोरी सुनियोजित थी और चोरों को पहले से जानकारी थी कि घर में कोई मौजूद नहीं होगा।
- नेपाल यात्रा की खबर किसी बाहरी को कैसे मिली?
- क्या किसी जान-पहचान वाले का हाथ हो सकता है?
- किसी ने चोरी से पहले रेकी तो नहीं की?
इन सभी सवालों का जवाब पुलिस की जांच के बाद ही सामने आएगा।
परिवार के लौटने के बाद होगा चोरी का आकलन
फिलहाल, पुलिस ने सिर्फ शुरुआती जांच की है और चोरी गए सामानों की सही जानकारी परिवार के लौटने के बाद ही मिल पाएगी। लेकिन अंदाजा लगाया जा रहा है कि चोरों ने लाखों के गहने और कीमती सामान पर हाथ साफ किया है।
क्या प्रशासन कर रहा है लापरवाही?
यह कोई पहला मामला नहीं है जब चोरों ने सुनसान घर को निशाना बनाया हो। लेकिन सवाल यह है कि आखिर पुलिस इन घटनाओं पर रोक क्यों नहीं लगा पा रही है?
- इलाके में नाइट पेट्रोलिंग कमजोर पड़ रही है।
- चोरी के मामलों में गिरफ्तारी की दर बेहद कम है।
- CCTV कैमरे और सुरक्षा व्यवस्था का सही इंतजाम नहीं है।
अब आगे क्या?
पुलिस का दावा है कि फिंगरप्रिंट और तकनीकी जांच के जरिए जल्द ही अपराधियों को पकड़ लिया जाएगा। वहीं, स्थानीय लोगों ने चोरी की बढ़ती घटनाओं पर नाराजगी जताई और प्रशासन से सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने की मांग की है।
जमशेदपुर में चोरी की वारदातें लगातार बढ़ रही हैं, जिससे व्यापारी और आम लोग असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। इस घटना ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिर अपराधियों के हौसले इतने बुलंद क्यों हैं? क्या प्रशासन सच में लापरवाह है, या अपराधी पुलिस से ज्यादा तेज हो गए हैं?
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