जमशेदपुर में बारिश के कारण खरकई एवं स्वर्णरेखा नदी का जलस्तर बढ़ा, लोगों को नदी किनारे जाने पर रोक
जमशेदपुर में बारिश के कारण खरकई और स्वर्णरेखा नदी का जलस्तर बढ़ा। जिला प्रशासन ने लोगों को नदी किनारे जाने से मना किया
जमशेदपुर में लगातार हो रही बारिश ने जिले की प्रमुख नदियों के जलस्तर को प्रभावित किया है। खरकई और स्वर्णरेखा नदियों के जलस्तर में वृद्धि देखी जा रही है, जिससे जिला प्रशासन ने तटीय क्षेत्रों के निवासियों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
जिला प्रशासन ने जानकारी दी है कि फिलहाल दोनों नदियाँ खतरे के निशान से नीचे हैं, लेकिन सतर्कता बरतना जरूरी है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे नदी किनारे न जाएं और संभावित खतरे से बचने के लिए सभी दिशा-निर्देशों का पालन करें।
वर्तमान जलस्तर:
जारी आंकड़ों के अनुसार, स्वर्णरेखा नदी का जलस्तर मानगो पुल के पास 116.56 मीटर है, जबकि खतरे का निशान 121.50 मीटर पर है। इसी तरह, आदित्यपुर पुल के पास स्थित खरकई नदी का जलस्तर 126.81 मीटर है, जो कि 129.00 मीटर के डेंजर लेवल से करीब 3 मीटर नीचे है। स्वर्णरेखा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से लगभग 5 मीटर नीचे है।
प्रशासन ने पहले से ही आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयारी कर ली है। तटीय क्षेत्र और डूब क्षेत्र में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा गया है और किसी भी तरह की आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
सुरक्षा उपाय:
- नदी किनारे न जाएं: प्रशासन ने स्पष्ट रूप से लोगों से अपील की है कि वे नदी किनारे न जाएं, जिससे किसी भी प्रकार के जानमाल के नुकसान से बचा जा सके।
- दिशा-निर्देशों का पालन करें: जिला प्रशासन द्वारा जारी किए गए सभी दिशा-निर्देशों का पालन करना अनिवार्य है।
- सतर्क और सुरक्षित रहें: तटीय क्षेत्र में रहने वाले लोग सतर्क रहें और किसी भी आपात स्थिति में प्रशासन को सूचित करें।
जमशेदपुर में भारी बारिश के कारण खरकई और स्वर्णरेखा नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है, जिससे संभावित खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन ने सतर्कता बढ़ा दी है। नदियों के तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सुरक्षा के प्रति जागरूक किया जा रहा है और सभी से अपील की जा रही है कि वे प्रशासन के निर्देशों का पालन करें। इस प्रकार की सतर्कता और सुरक्षा उपाय अपनाकर ही हम किसी भी आपदा से बच सकते हैं।
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