Potka Raid: आधी रात एक्शन, 4 गाड़ियां जब्त, तिरुलडीह से जमशेदपुर आ रहा अवैध खनिज पकड़ाया, प्रशासन की सर्जिकल स्ट्राइक
जमशेदपुर उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी के निर्देश पर खनन टास्क फोर्स ने पोटका और जुगसलाई में भीषण छापेमारी कर बालू और गिट्टी से लदे 4 बड़े वाहन जब्त किए हैं। तिरुलडीह से हो रही अवैध सप्लाई और गिरफ्तार किए गए तस्करों के इस पूरे खौफनाक सिंडिकेट की हकीकत यहाँ दी गई है वरना आप भी शहर में चल रहे इस काले कारोबार के बड़े खुलासे से अनजान रह जाएंगे।
जमशेदपुर, 23 दिसंबर 2025 – लौहनगरी में अवैध खनन के धंधेबाजों के खिलाफ प्रशासन ने अब तक की सबसे बड़ी और 'इंटेंस' कार्रवाई शुरू कर दी है। उपायुक्त (DC) कर्ण सत्यार्थी के सख्त निर्देश पर जिला खनन टास्क फोर्स ने रविवार की आधी रात को एक ऐसा जाल बिछाया, जिसने खनिज माफियाओं की कमर तोड़ दी है। पोटका और जुगसलाई थाना क्षेत्रों में हुई इस गहन छापेमारी में गिट्टी और बालू लदे 4 विशाल वाहनों को जब्त किया गया है। सबसे बड़ी कामयाबी जुगसलाई में मिली, जहाँ न केवल गाड़ियां पकड़ी गईं, बल्कि सरायकेला से जमशेदपुर तक फैले इस सिंडिकेट के 4 अभियुक्तों को भी सलाखों के पीछे पहुँचा दिया गया है।
इतिहास: कोल्हान में बालू और पत्थर का 'ब्लैक मार्केट'
ऐतिहासिक रूप से पूर्वी सिंहभूम और सरायकेला-खरसावां का इलाका अपनी खनिज संपदा के लिए जाना जाता रहा है। $2000$ के दशक के बाद जैसे-जैसे जमशेदपुर में रियल एस्टेट और निर्माण कार्यों में उछाल आया, वैसे-वैसे बालू और गिट्टी की मांग आसमान छूने लगी। इसी मांग ने जन्म दिया 'तिरुलडीह रूट' को। तिरुलडीह (सरायकेला) से निकलने वाली स्वर्णरेखा और खरकई नदियों का बालू दशकों से तस्करी का मुख्य स्रोत रहा है। पहले ये कारोबार बैलगाड़ियों और छोटी गाड़ियों से होता था, लेकिन अब हाईवा और भारी डंपर इस अवैध धंधे के मुख्य हथियार बन चुके हैं। प्रशासन की आज की यह कार्रवाई इसी 'नेक्सस' को तोड़ने की दिशा में ऐतिहासिक प्रहार मानी जा रही है।
पोटका से जुगसलाई तक: आधी रात का 'ऑपरेशन प्रहार'
22 दिसंबर की रात जब शहर सो रहा था, तब जिला खनन कार्यालय की टीम सड़कों पर मोर्चा संभाले हुए थी।
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पोटका में पहली चोट: टीम ने सबसे पहले पोटका थाना क्षेत्र में घेराबंदी की। यहाँ बिना किसी वैध चालान के गिट्टी ले जा रहे वाहन संख्या JH 05 AQ - 1554 को रंगे हाथों पकड़ा गया। गाड़ी को तुरंत जब्त कर संबंधित धाराओं में एफआईआर दर्ज कराई गई।
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जुगसलाई में बड़ा खुलासा: जुगसलाई पुलिस के सहयोग से टीम ने तीन संदिग्ध हाईवा को रोका। जब कागजात मांगे गए, तो चालकों के पास कोई वैध दस्तावेज नहीं थे। ये हाईवा सरायकेला के तिरुलडीह से अवैध बालू उठाकर जमशेदपुर खपाने के लिए ला रहे थे।
गिरफ्तारी और सिंडिकेट का पर्दाफाश
जुगसलाई में जब्त किए गए तीन हाईवा (संख्या: JH 05 CF - 3790, JH 05 AK - 8879, JH 05 CP - 3914) के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है।
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4 अभियुक्त गिरफ्तार: पुलिस ने तीन ड्राइवरों और एक उपचालक (खलासी) को गिरफ्तार कर लिया है।
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पूछताछ में बड़ा खुलासा: आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे तिरुलडीह के प्रतिबंधित क्षेत्रों से बालू का अवैध उठाव कर रहे थे।
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जीरो टॉलरेंस: डीसी कर्ण सत्यार्थी ने स्पष्ट कर दिया है कि जिले में अवैध खनिज के परिवहन पर कोई समझौता नहीं होगा।
खनन टास्क फोर्स की कार्रवाई का विवरण (Action Snapshot)
| थाना क्षेत्र | जब्त वाहन | खनिज का प्रकार | कार्रवाई की स्थिति |
| पोटका | 01 वाहन (JH 05 AQ - 1554) | अवैध गिट्टी | प्राथमिकी दर्ज |
| जुगसलाई | 03 हाईवा (CF-3790, AK-8879, CP-3914) | अवैध बालू | 04 अभियुक्त गिरफ्तार |
| मुख्य स्रोत | तिरुलडीह (सरायकेला) | --- | नेटवर्क की जांच जारी |
चेतावनी: अब खैर नहीं अवैध कारोबारियों की
उपायुक्त के इस 'सघन जांच अभियान' ने तस्करों के बीच हड़कंप मचा दिया है। खनन विभाग अब उन बड़े नामों की सूची बना रहा है जो तिरुलडीह में बैठकर इन हाईवा को जमशेदपुर के लिए रवाना करते हैं। टास्क फोर्स ने साफ़ कर दिया है कि न केवल गाड़ियां जब्त होंगी, बल्कि गाड़ी मालिकों के खिलाफ भी अब गैर-जमानती धाराओं में केस दर्ज किया जाएगा।
प्रशासन का सख्त रुख
पोटका और जुगसलाई की यह कार्रवाई महज एक ट्रेलर है। जमशेदपुर में निर्माण कार्यों की आड़ में चल रहा अवैध खनिजों का यह खेल अब प्रशासन के रडार पर है। 'जीरो टॉलरेंस' नीति के तहत होने वाली इन छापेमारी ने साबित कर दिया है कि अब नियम तोड़ने वालों के लिए जमशेदपुर की सीमाएं सुरक्षित नहीं हैं।
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