Jamshedpur helping hand: ठंड में लावारिस शवों का सम्मानजनक अंतिम संस्कार करने वाले प्रवीण शेट्टी का नेक कार्य

जमशेदपुर में बढ़ती ठंड में लावारिस शवों के अंतिम संस्कार का जिम्मा उठाए प्रवीण शेट्टी। 237 शवों का सम्मानपूर्वक अंतिम संस्कार किया। जानिए कैसे प्रवीण ने बदली लोगों की जिंदगी।

Nov 25, 2024 - 12:25
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Jamshedpur helping hand: ठंड में लावारिस शवों का सम्मानजनक अंतिम संस्कार करने वाले प्रवीण शेट्टी का नेक कार्य
Jamshedpur helping hand: ठंड में लावारिस शवों का सम्मानजनक अंतिम संस्कार करने वाले प्रवीण शेट्टी का नेक कार्य

जमशेदपुर – ठंड का मौसम अपने साथ न केवल कड़ाके की सर्दी लाता है, बल्कि यह भी कई बेघर और असहाय लोगों के जीवन की आखिरी ठोकर साबित हो सकता है। लेकिन इस समय में एक ऐसा इंसान है, जो लावारिस शवों को सम्मानपूर्वक विदाई देने के लिए अपना जीवन समर्पित कर चुका है। यह कहानी है प्रवीण शेट्टी की, जो पेशे से पत्रकार हैं और समाजसेवा में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।

लावारिस शवों के लिए सम्मान की पहल

प्रवीण शेट्टी, जो अंत्योदय संस्था के अभियान प्रमुख हैं, पिछले कुछ वर्षों से जमशेदपुर और आसपास के क्षेत्रों में लावारिस शवों के अंतिम संस्कार का जिम्मा उठा रहे हैं। उनका मानना है कि हर इंसान को जीवन के अंतिम समय में सम्मान मिलना चाहिए, चाहे वह कितना भी असहाय क्यों न हो। अब तक प्रवीण ने 237 शवों का सम्मानजनक अंतिम संस्कार किया है, जिनमें से अधिकांश लोग ठंड या अन्य कारणों से बेघर होकर मर गए थे।

ठंड से हुई मौतों का विधिपूर्वक अंतिम संस्कार

पिछले सप्ताह जमशेदपुर में ठंड के कारण सड़क पर जीवन यापन कर रहे तीन लोगों की मौत हो गई। इन तीनों का अंतिम संस्कार प्रवीण शेट्टी ने विधिपूर्वक और सम्मान के साथ किया। प्रवीण बताते हैं, "इन लावारिस शवों को अंतिम विदाई देना सिर्फ एक कार्य नहीं है, बल्कि यह हमारी संवेदनशीलता का प्रतीक है। हम चाहते हैं कि उनकी आत्मा को शांति मिले, और वे सम्मानपूर्वक अंतिम यात्रा पर जाएं।"

क्या है प्रवीण का उद्देश्य?

प्रवीण शेट्टी का उद्देश्य सिर्फ शवों का अंतिम संस्कार करना नहीं है। उनका मिशन यह सुनिश्चित करना है कि समाज में कोई भी व्यक्ति अंतिम समय में अकेला न हो। वे उन लोगों की मदद करते हैं जिनके पास अंतिम संस्कार के लिए धन नहीं है या जिनका कोई परिवार नहीं है। प्रवीण के इस प्रयास ने कई जरूरतमंदों के जीवन में उम्मीद की एक किरण पैदा की है।

कैसे मदद कर सकते हैं लोग?

अगर आप किसी ऐसे व्यक्ति के बारे में जानते हैं जिनके पास अंतिम संस्कार के लिए संसाधन नहीं हैं, या जिनका कोई परिवार नहीं है, तो आप प्रवीण शेट्टी से संपर्क कर सकते हैं। वे न केवल शवों का अंतिम संस्कार करते हैं, बल्कि आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के लिए भी मदद का हाथ बढ़ाते हैं।

समाज में बदलाव की दिशा

प्रवीण शेट्टी की पहल ने जमशेदपुर और आसपास के क्षेत्रों में सामाजिक जागरूकता बढ़ाई है। वे यह समझते हैं कि समाज की असल सफलता उन लोगों के साथ खड़े रहने में है जो सबसे अधिक असहाय होते हैं। उनका यह प्रयास न केवल लावारिस शवों के लिए है, बल्कि यह उन सभी लोगों के लिए भी है जिन्हें अपनी अंतिम यात्रा पर सम्मान की आवश्यकता होती है।

प्रवीण शेट्टी का समाज में योगदान

आजकल समाज में कई ऐसी समस्याएं हैं जिनसे हम अनजान रहते हैं। लेकिन प्रवीण शेट्टी जैसे लोग अपने छोटे से प्रयास से बड़ी समस्याओं को हल कर रहे हैं। उनका यह कार्य हमें यह सिखाता है कि हमारे समाज में संवेदनशीलता, एकता और सहयोग की कितनी महत्वपूर्ण भूमिका है।

जमशेदपुर के इस प्रयास ने यह साबित कर दिया है कि एक व्यक्ति की मदद से समाज में बड़ा बदलाव लाया जा सकता है। अगर हम सभी समाज के कमजोर वर्ग के लिए कुछ करते हैं, तो निश्चित रूप से एक बेहतर समाज की स्थापना हो सकती है।

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Manish Tamsoy मनीष तामसोय कॉमर्स में मास्टर डिग्री कर रहे हैं और खेलों के प्रति गहरी रुचि रखते हैं। क्रिकेट, फुटबॉल और शतरंज जैसे खेलों में उनकी गहरी समझ और विश्लेषणात्मक क्षमता उन्हें एक कुशल खेल विश्लेषक बनाती है। इसके अलावा, मनीष वीडियो एडिटिंग में भी एक्सपर्ट हैं। उनका क्रिएटिव अप्रोच और टेक्निकल नॉलेज उन्हें खेल विश्लेषण से जुड़े वीडियो कंटेंट को आकर्षक और प्रभावी बनाने में मदद करता है। खेलों की दुनिया में हो रहे नए बदलावों और रोमांचक मुकाबलों पर उनकी गहरी पकड़ उन्हें एक बेहतरीन कंटेंट क्रिएटर और पत्रकार के रूप में स्थापित करती है।