Jamshedpur Food Safety: खाद्य नमूने संग्रह के दौरान क्या हुआ? जानिए मकर संक्रांति और टुसू पर्व पर खाद्य सुरक्षा की बड़ी कार्रवाई
मकर संक्रांति और टुसू पर्व के दौरान जमशेदपुर में खाद्य नमूने संग्रह किए गए। क्या हुआ जब नमूने जांच के लिए भेजे गए? जानिए पूरी खबर।
जमशेदपुर: मकर संक्रांति और टुसू पर्व के मौके पर जमशेदपुर में खाद्य सुरक्षा की दिशा में एक अहम कदम उठाया गया। उपायुक्त अनन्य मित्तल के निर्देशानुसार, शहर के विभिन्न खाद्य प्रतिष्ठानों से खाद्य नमूनों का संग्रहण किया गया। इस दौरान खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी मंजर हुसैन ने कई प्रतिष्ठानों से दूध और मिठाई के नमूने एकत्र किए। इस प्रक्रिया का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि इन खाद्य उत्पादों में किसी प्रकार की मिलावट या किसी अन्य हानिकारक तत्व का प्रयोग तो नहीं किया जा रहा है।
सुधा, मेधा और अमूल दूध के नमूने समेत मिठाई भी हुई जांच के तहत
खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा बिस्टुपुर स्थित रिलायंस फ्रेश, न्यू गणगौर स्वीट, और न्यू छप्पन भोग जैसे प्रमुख खाद्य प्रतिष्ठानों से विभिन्न उत्पादों के नमूने लिए गए। इनमें सुधा दूध, मेधा दूध और अमूल दूध के अलावा शाही तिलकुट, खस्ता गजक, प्लेन सोहेली और शकरपाला जैसी लोकप्रिय मिठाइयों के नमूने भी शामिल थे। इन प्रतिष्ठानों पर ग्राहकों द्वारा नियमित रूप से खरीदी जाने वाली खाद्य सामग्री के नमूने लेकर उन्हें रासायनिक जांच के लिए भेजा गया है।
रासायनिक जांच के लिए भेजे गए नमूने
खाद्य सुरक्षा अधिकारी मंजर हुसैन ने बताया कि सभी संग्रहित नमूनों को रांची स्थित राज्य खाद्य जांच प्रयोगशाला, नामकुम भेजा गया है। वहां इन नमूनों की गहन रासायनिक जांच की जाएगी। अगर जांच में किसी भी नमूने में मिलावट या हानिकारक तत्व पाए जाते हैं, तो खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 के तहत संबंधित प्रतिष्ठानों पर विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी।
खाद्य सुरक्षा के दृष्टिकोण से मकर संक्रांति और टुसू पर्व क्यों महत्वपूर्ण है?
मकर संक्रांति और टुसू पर्व के दौरान खासतौर पर मिठाईयों और ताजे खाद्य पदार्थों की अधिक मांग रहती है। इस समय बाजार में इन उत्पादों की गुणवत्ता को लेकर लोगों में अधिक जागरूकता होती है, क्योंकि त्योहारों के मौसम में कई बार मिलावट या घटिया गुणवत्ता वाले उत्पाद बिकने की संभावना रहती है। ऐसे में खाद्य सुरक्षा विभाग की यह पहल खास तौर पर महत्व रखती है, क्योंकि यह सुनिश्चित करती है कि त्योहारों के दौरान उपभोक्ताओं को सुरक्षित और शुद्ध खाद्य उत्पाद मिलें।
क्या हैं खाद्य सुरक्षा मानक?
खाद्य सुरक्षा मानक 2006 के तहत, खाद्य उत्पादों की गुणवत्ता की निगरानी और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सख्त नियम और दिशा-निर्देश तय किए गए हैं। इन मानकों के अंतर्गत, किसी भी खाद्य उत्पाद में मिलावट करने या असुरक्षित सामग्री का उपयोग करने को गंभीर अपराध माना जाता है। खाद्य सुरक्षा अधिकारी नियमित रूप से विभिन्न खाद्य उत्पादों की जांच करते हैं और जरूरत पड़ने पर कार्रवाई करते हैं, ताकि उपभोक्ताओं को सुरक्षित और उच्च गुणवत्ता वाले खाद्य उत्पाद मिल सकें।
आगे क्या कदम उठाए जाएंगे?
इस जांच प्रक्रिया के बाद, अगर किसी प्रतिष्ठान के उत्पाद में मिलावट पाई जाती है, तो उस पर संबंधित कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा, खाद्य सुरक्षा विभाग आगे भी इस तरह की जांच करते रहेंगे ताकि त्योहारों के दौरान खाद्य सुरक्षा बनाए रखी जा सके।
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