Jadugoda Alert: होली और रमजान को लेकर पुलिस का फ्लैग मार्च, जानिए क्यों बढ़ी सख्ती!
जादूगोड़ा में होली और रमजान के संयोग को देखते हुए पुलिस अलर्ट मोड में है। सुरक्षा को लेकर फ्लैग मार्च निकाला गया और हुड़दंगियों को चेतावनी दी गई। जानिए पूरी रिपोर्ट!

जादूगोड़ा, झारखंड: होली और रमजान का संयोग इस साल सुरक्षा व्यवस्था के लिए चुनौती बन सकता है। इसी को ध्यान में रखते हुए जादूगोड़ा पुलिस पूरी तरह से अलर्ट मोड में आ चुकी है। सुरक्षा को लेकर पुलिस प्रशासन ने इलाके में फ्लैग मार्च किया और जनता से शांतिपूर्ण तरीके से त्योहार मनाने की अपील की।
होली और रमजान का संयोग – सुरक्षा की बड़ी चुनौती
इस बार होली और रमजान का शुक्रवार एक साथ पड़ रहा है, जिससे सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन और ज्यादा सतर्क हो गया है। शुक्रवार को जुम्मे की नमाज के साथ होली के रंगों का माहौल रहेगा, ऐसे में किसी भी अप्रिय स्थिति को रोकने के लिए पुलिस ने कमर कस ली है।
पुलिस ने किया फ्लैग मार्च
जादूगोड़ा मोड़ चौक समेत कई महत्वपूर्ण जगहों पर पुलिस ने फ्लैग मार्च निकालकर लोगों को संदेश दिया कि त्योहार को शांतिपूर्ण और सौहार्द्रपूर्ण तरीके से मनाएं। यह कदम लोगों को जागरूक करने और सुरक्षा का भरोसा दिलाने के लिए उठाया गया है।
शरारती तत्वों पर कड़ी नजर
पुलिस ने स्पष्ट कर दिया है कि हुड़दंग मचाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। खासतौर पर बाइक सवार युवाओं पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी, जो अक्सर त्योहारों के दौरान लापरवाह तरीके से वाहन चलाते हैं। पुलिस ने चेतावनी दी है कि अगर कोई भी व्यक्ति नियमों का उल्लंघन करता पाया गया, तो उस पर कड़ी कार्रवाई होगी।
जादूगोड़ा में सुरक्षा की तैयारी कैसी है?
- पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई है, खासकर संवेदनशील इलाकों में।
- चौक-चौराहों और प्रमुख स्थानों पर सीसीटीवी कैमरों की निगरानी बढ़ाई गई है।
- होली के जश्न के दौरान शांति बनाए रखने के लिए स्थानीय समुदायों से संवाद किया जा रहा है।
इतिहास में होली और रमजान का संयोग
ऐसा पहली बार नहीं है जब होली और रमजान एक साथ आए हों। इतिहास में कई बार यह संयोग देखने को मिला है, और हर बार दोनों त्योहारों को आपसी भाईचारे के साथ मनाया गया है। झारखंड जैसे राज्यों में, जहां सांस्कृतिक विविधता देखने को मिलती है, ऐसे मौके पर शांति और सद्भाव का संदेश दिया जाना जरूरी होता है।
जनता से अपील – सौहार्द्र बनाए रखें
पुलिस ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी भी तरह की शरारत में शामिल न हों। त्योहार का असली मकसद खुशियां बांटना होता है, न कि कोई विवाद खड़ा करना।
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