Jamshedpur Fire: जदयू नेता मनोज मांझी के कार्यालय में लगी आग, लाखों का नुकसान
जमशेदपुर के गोलमुरी में जदयू नेता मनोज मांझी के कार्यालय में आग लगने से महत्वपूर्ण दस्तावेज और फर्नीचर जलकर राख हो गए। जानिए कैसे हुआ हादसा और कितना हुआ नुकसान।

जमशेदपुर: शहर के गोलमुरी थाना क्षेत्र में सोमवार सुबह अचानक जदयू नेता मनोज मांझी के कार्यालय में आग लगने से हड़कंप मच गया। देखते ही देखते आग ने पूरी जगह को अपनी चपेट में ले लिया, जिससे महत्वपूर्ण फाइलें, दस्तावेज, फर्नीचर और एसी पूरी तरह जलकर राख हो गए।
कैसे लगी आग?
घटना की जानकारी मिलते ही आसपास के दुकानदारों ने मनोज मांझी को सूचित किया। उन्होंने तुरंत अग्निशमन विभाग को सूचना दी, जिसके बाद दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। हालांकि, तब तक कार्यालय में रखे महत्वपूर्ण दस्तावेज जल चुके थे।
मनोज मांझी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट माना जा रहा है। उन्होंने कहा, "कार्यालय में आग लगने की सूचना पड़ोस के दुकानदारों से मिली। फायर ब्रिगेड को बुलाने के बाद काफी प्रयासों से आग पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक काफी नुकसान हो चुका था।"
कितना हुआ नुकसान?
आग की वजह से करीब डेढ़ से तीन लाख रुपये का नुकसान हुआ है। इसमें जरूरी दस्तावेज, ऑफिस फर्नीचर और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण पूरी तरह जल गए। हालांकि, राहत की बात यह रही कि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ।
क्या कहती है पुलिस और प्रशासन?
स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि यह शॉर्ट सर्किट का मामला लग रहा है, लेकिन विस्तृत जांच के बाद ही स्थिति पूरी तरह स्पष्ट हो सकेगी।
अग्निकांड से सबक
यह घटना एक बार फिर सुरक्षा उपायों को लेकर सवाल खड़े कर रही है। विशेषज्ञों के अनुसार, सार्वजनिक कार्यालयों और व्यावसायिक परिसरों में समय-समय पर इलेक्ट्रिकल फिटिंग की जांच होनी चाहिए।
मनोज मांझी का कार्यालय आग में जलकर खाक हो गया, लेकिन राहत की बात यह रही कि कोई जानी नुकसान नहीं हुआ। प्रशासन ने सावधानी बरतने और आग से बचाव के लिए आवश्यक उपाय अपनाने की सलाह दी है। अब देखना होगा कि इस घटना से प्रशासन क्या सबक लेता है और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए क्या कदम उठाए जाते हैं।
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