Jamshedpur School : संत नंदलाल स्मृति विद्या मंदिर में विशेष भाषण प्रतियोगिता: भ्रष्टाचार के खिलाफ उठी आवाज़, छात्रों ने सीखा निष्पक्ष समाज निर्माण का महत्व
संत नंदलाल स्मृति विद्या मंदिर में भ्रष्टाचार को खत्म करने के उद्देश्य से अंतरसदन भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में सीनियर मैनेजर विजिलेंस समेत कई गणमान्य अतिथियों ने छात्रों को निष्पक्ष समाज निर्माण के प्रति जागरूक किया।
06 नवंबर, 2024 को संत नंदलाल स्मृति विद्या मंदिर के मल्टीमीडिया हॉल में एक महत्वपूर्ण आयोजन किया गया, जहां छात्रों के बीच भ्रष्टाचार मुक्त समाज की पहल पर एक अंतरसदन भाषण प्रतियोगिता हुई। इस प्रतियोगिता का उद्देश्य था छात्रों को यह समझाना कि कैसे निष्पक्षता और सच्चाई की संस्कृति के साथ वे एक मजबूत और समृद्ध राष्ट्र का निर्माण कर सकते हैं। विद्यालय के प्राचार्या श्रीमती नीलकमल सिन्हा द्वारा छात्रों को भ्रष्टाचार के दुष्परिणामों से अवगत कराया गया और अपने स्तर पर इससे लड़ने की प्रेरणा दी गई।
इस आयोजन के मुख्य अतिथि एचसीएल के सीनियर मैनेजर (विजिलेंस) श्री राजू हलदार, असिस्टेंट जनरल मैनेजर (माइंस) श्री नरेंद्र सिंह जांगड़े, और श्री योगेश कुमार थे, जिन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रतिज्ञा दिलवाते हुए विद्यार्थियों को इस नेक कार्य में शामिल किया। यह आयोजन छात्रों में सच्चाई, ईमानदारी और निष्पक्षता की भावना को विकसित करने के लिए किया गया था ताकि वे भविष्य में समाज के लिए एक सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित कर सकें।
प्रतियोगिता के दौरान विद्यार्थियों ने 'सत्यनिष्ठा की संस्कृति से राष्ट्र की समृद्धि' विषय पर अपने विचार साझा किए। दयानंद सदन की छात्रा शिखा साधु ने उत्कृष्ट प्रदर्शन कर प्रथम स्थान हासिल किया, वहीं नंद सदन की अंकिता सील और सदानंद सदन की मोनालिसा पंडित ने क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे। इन प्रतिभागियों के विचारों में उनके समाज के प्रति जोश और ईमानदारी का प्रतिबिंब स्पष्ट रूप से नजर आया।
इस कार्यक्रम की एक प्रमुख विशेषता यह भी थी कि सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के अवसर पर, उनके आदर्शों को आत्मसात करने का संदेश दिया गया। सरदार पटेल की सच्चाई और निष्ठा को छात्रों में समाहित करने के उद्देश्य से श्री नरेंद्र सिंह जांगड़े ने छात्रों को उनके जीवन की प्रेरणादायी बातें बताईं। उन्होंने बताया कि कैसे सरदार पटेल ने भारत को एकीकृत करने के लिए अपने जीवन को समर्पित किया और राष्ट्र की एकता को सर्वोपरि माना।
प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में श्री मनोज कुमार झा, श्रीमती राजश्री रॉय और श्रीमती परमजीत कौर शामिल रहे, जिन्होंने निष्पक्षता से छात्रों के प्रदर्शन का मूल्यांकन किया। मंच का संचालन छात्रा मानस्विनी सिंह ने बखूबी किया, जिन्होंने प्रतिभागियों की बातों को दर्शकों तक सजीव रूप में पहुँचाया। कार्यक्रम के अंत में वरिष्ठ शिक्षिका श्रीमती राजश्री रॉय ने सभी गणमान्य अतिथियों, शिक्षकों और छात्रों का धन्यवाद दिया और सभी का आभार व्यक्त किया।
यह आयोजन एक महत्वपूर्ण पहल थी, जिसका उद्देश्य था कि छात्र समझें कि भ्रष्टाचार केवल एक सामाजिक समस्या नहीं, बल्कि एक नैतिक चुनौती भी है, जिसे केवल ईमानदारी, दृढ़ता और निष्पक्षता से ही हराया जा सकता है। कार्यक्रम के संयोजन में श्री अनूप कुमार पटनायक, श्रीमती राजश्री रॉय, श्रीमती सास्वती रॉय पटनायक और श्री सोमनाथ दे का विशेष योगदान रहा, जिन्होंने इसे सफल बनाने में अपनी भूमिका निभाई।
इस तरह के आयोजन से विद्यालय के छात्र न केवल अपने विचारों को व्यक्त करने के लिए मंच प्राप्त करते हैं, बल्कि समाज में ईमानदारी और सच्चाई के मूल्यों को भी आत्मसात करते हैं।
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