कॉलेज परिसर की बदहाली से नाराज़ छात्रों का अनिश्चितकालीन तालाबंदी प्रदर्शन
तीन साल से अधूरे फुटबॉल ग्राउंड, जर्जर शौचालय, और कक्षाओं में पानी भरने की समस्या से त्रस्त कॉलेज के छात्रों ने अनिश्चितकालीन तालाबंदी शुरू कर दी है। कॉलेज प्रबंधन की उदासीनता पर सवाल उठाए गए हैं।
कॉलेज परिसर में फुटबॉल ग्राउंड का निर्माण तीन वर्ष पहले शुरू हुआ था, लेकिन अब तक यह कार्य पूरा नहीं हो पाया है। बारिश के मौसम में कॉलेज की कक्षाओं में पानी भरने से छात्रों का अध्ययन प्रभावित हो रहा है। शौचालय की स्थिति इतनी दयनीय हो चुकी है कि बदबू के कारण छात्र-छात्राएं पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं। इसके अलावा, मच्छरों के प्रकोप से भी छात्रों की स्थिति और बिगड़ती जा रही है। इन तमाम समस्याओं पर कॉलेज प्रबंधन मौन है, जिससे आक्रोशित होकर छात्र-छात्राओं ने अनिश्चितकालीन कॉलेज में तालाबंदी कर दी है और उनका प्रदर्शन जारी है।
कॉलेज के छात्र सुकरा हो ने जानकारी देते हुए बताया कि कॉलेज में पैसों का बंदरबांट हो रहा है। तीन वर्षों से फुटबॉल ग्राउंड अधूरा पड़ा है, जबकि बास्केटबॉल और वॉलीबॉल ग्राउंड जर्जर हो चुके हैं। शौचालय टूटे पड़े हैं और कक्षाओं में पानी घुस रहा है, लेकिन कॉलेज प्रबंधन को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता।
छात्रों का कहना है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होतीं और इन सारी समस्याओं का निराकरण नहीं होता, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। छात्रों का यह आंदोलन कॉलेज प्रशासन की उदासीनता और भ्रष्टाचार के खिलाफ है, जो छात्रों की बुनियादी सुविधाओं की उपेक्षा कर रहा है।
इस प्रकार की स्थिति से कॉलेज में शिक्षा का वातावरण प्रभावित हो रहा है और छात्रों का भविष्य अनिश्चित हो रहा है। सरकार और संबंधित अधिकारियों को इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप कर छात्रों की समस्याओं का समाधान करना चाहिए, ताकि शिक्षा का माहौल सुधर सके और छात्रों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें।
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