Patna Suicide: IIT पटना के छात्र ने हॉस्टल की छत से कूदकर दी जान, एकेडमिक प्रेशर या कुछ और?
IIT पटना के 3rd ईयर के छात्र राहुल लावरी ने हॉस्टल की छत से कूदकर आत्महत्या कर ली। पुलिस जांच में जुटी, प्रशासन पर लापरवाही के आरोप। क्या एकेडमिक प्रेशर ही वजह थी या कुछ और? पढ़ें पूरी खबर।

पटना (Patna): बिहार की राजधानी पटना स्थित IIT पटना कैंपस में मंगलवार सुबह एक 3rd ईयर के छात्र ने हॉस्टल की छत से कूदकर आत्महत्या कर ली। मृतक की पहचान हैदराबाद निवासी राहुल लावरी के रूप में हुई है। इस घटना के बाद से कैंपस में सन्नाटा पसरा हुआ है और छात्र डरे हुए हैं। बताया जा रहा है कि राहुल ने पहले अपने हाथ की नस काटी और फिर बिल्डिंग से छलांग लगा दी। गंभीर हालत में उसे बिहटा के निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
IIT पटना में क्यों हुई यह दर्दनाक घटना?
राहुल लावरी कंप्यूटर एंड मैथमेटिक्स डिपार्टमेंट का छात्र था और पढ़ाई में बेहद होशियार माना जाता था। लेकिन क्या एकेडमिक प्रेशर ही उसकी मौत की वजह बना या इसके पीछे कोई और सच्चाई छिपी है?
IIT पटना के छात्र रितु प्रण का कहना है कि राहुल पढ़ाई को लेकर तनाव में था। इस सेमेस्टर में सिलेबस और एक्जाम पैटर्न में बदलाव हुआ था, जिससे छात्रों पर अधिक दबाव पड़ रहा था। क्या राहुल इसी तनाव को झेल नहीं पाया?
IIT प्रशासन पर गंभीर आरोप, हॉस्टल में नहीं था कोई डॉक्टर!
घटनास्थल पर पहुंचे छात्रों ने IIT प्रशासन की लापरवाही पर सवाल उठाए हैं।
राहुल को जब कैंपस के अस्पताल में ले जाया गया, तब वहां कोई डॉक्टर मौजूद नहीं था।
छात्रों का कहना है कि अगर समय पर इलाज मिलता, तो राहुल की जान बच सकती थी।
IIT प्रशासन ने इस मामले में अभी तक कोई बयान नहीं दिया है, जिससे छात्रों में नाराजगी बढ़ रही है।
पुलिस जांच में सामने आ सकता है बड़ा खुलासा?
IIT थाना प्रभारी विवेक कुमार ने बताया कि पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
क्या यह आत्महत्या थी या इसमें कोई और साजिश थी?
राहुल पर किस तरह का प्रेशर था?
क्या राहुल पहले से किसी मानसिक तनाव में था?
इन सभी सवालों के जवाब पुलिस की जांच के बाद ही सामने आएंगे।
IIT में आत्महत्या के बढ़ते मामले, आखिर कब रुकेगा यह सिलसिला?
IIT जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में आत्महत्या के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। एकेडमिक प्रेशर, पारिवारिक तनाव, डिप्रेशन और मानसिक स्वास्थ्य जैसे मुद्दे छात्रों के लिए बड़ी चिंता बने हुए हैं।
IIT मद्रास, IIT बॉम्बे, IIT खड़गपुर समेत कई संस्थानों में छात्रों की आत्महत्याओं के मामले पहले भी सामने आ चुके हैं।
छात्रों के अनुसार, IIT में मानसिक स्वास्थ्य को लेकर कोई मजबूत सपोर्ट सिस्टम नहीं है।
छात्रों के लिए हेल्पलाइन जरूरी!
छात्रों का कहना है कि IIT प्रशासन को मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देना चाहिए और हेल्पलाइन सेवाएं शुरू करनी चाहिए ताकि किसी और छात्र को अपनी जान न गंवानी पड़े।
बड़ी बातें संक्षेप में:
IIT पटना के 3rd ईयर के छात्र राहुल लावरी ने हॉस्टल की छत से कूदकर आत्महत्या की।
मरने से पहले उसने अपने हाथ की नस भी काटी।
छात्रों का आरोप – IIT प्रशासन की लापरवाही से गई राहुल की जान।
पुलिस मामले की जांच में जुटी, कारण अभी स्पष्ट नहीं।
IIT में बढ़ते आत्महत्या के मामलों को लेकर छात्रों में चिंता।
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