ईचागढ़: दो साल से बिना बिजली बिल, ग्रामीणों में बढ़ी चिंता
ईचागढ़ के कुटाम, उपर कुटाम और चोगाटांड़ गांव में दो वर्षों से बिजली बिल नहीं मिल रहे। झारखंड बिजली वितरण निगम की लापरवाही से ग्रामीणों में चिंता और डर बढ़ रहा है।
ईचागढ़, 20 सितम्बर: सरायकेला-खरसावां जिले के ईचागढ़ प्रखंड क्षेत्र के सितु पंचायत के कुटाम, उपर कुटाम और चोगाटांड़ गांव के निवासी पिछले दो वर्षों से बिजली बिल नहीं प्राप्त कर पा रहे हैं। झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (जेवीवीएनएल) के उर्जा मित्र भी इन गांवों में कभी नहीं आए हैं। इससे उपभोक्ताओं में चिंता और निराशा का माहौल बना हुआ है।
ग्रामीणों का कहना है कि उर्जा मित्र माखन लाल गोप के हटने के बाद से अब तक कोई भी मीटर रीडिंग लेने नहीं आया। इससे यह समस्या और गंभीर हो गई है। लोग न तो सरकार की 200 यूनिट बिजली बिल छूट के बारे में जानकारी प्राप्त कर पा रहे हैं और न ही पुरानी बिल माफी का लाभ मिल पा रहा है।
कुटाम, उपर कुटाम और चोगाटांड़ गांव में करीब 500 उपभोक्ताओं का बिजली बिल नहीं दिया जा रहा है। विभाग को इसकी जानकारी तक नहीं है। ग्रामीणों का कहना है कि यह विभाग की लापरवाही है। बिल दिए बिना ही कई साल बाद मनगढ़ंत बकाया बिल थमा दिया जाता है। बिल का भुगतान नहीं करने पर बिजली काटने की कार्रवाई की जाती है और बिजली चोरी का मामला दर्ज किया जाता है।
ग्रामीणों ने बताया कि उन्हें बिजली कर्मियों की मनमानी का सामना करना पड़ रहा है। कई बार शिकायत करने पर भी कोई सुनवाई नहीं हुई। अब ग्रामीणों ने इस समस्या को लेकर बैठक की है। वे जल्द ही झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड, जमशेदपुर के महाप्रबंधक को लिखित आवेदन देंगे। इस आवेदन में उर्जा मित्र को हटाने और बिजली बिल माफ करने की अपील की जाएगी।
ग्रामीणों का मानना है कि उनकी आवाज़ को सरकार तक पहुंचाना बहुत जरूरी है। वे चाहते हैं कि उनकी समस्याओं का समाधान शीघ्र किया जाए ताकि उन्हें बिजली बिलों की चिंता से मुक्ति मिल सके।
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