India War: शास्त्री जी की रहस्यमय मृत्यु का राज़, जानिए 11 जनवरी की इतिहासिक घटनाएँ
11 जनवरी के दिन इतिहास में दर्ज हुईं महत्वपूर्ण घटनाएँ। जानिए क्यों इस दिन की याद आज भी जीवित है। लाल बहादुर शास्त्री और कॉन्स्टेंटाइन II का योगदान।
11 जनवरी का दिन भारतीय इतिहास में कई महत्वपूर्ण घटनाओं के साथ जुड़ा हुआ है। इस दिन की खासियत सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में याद की जाती है। आइए जानते हैं कि इस दिन ने इतिहास में किस तरह की घटनाएँ दर्ज की हैं, जो आज भी लोगों के दिलों में जिंदा हैं।
लाल बहादुर शास्त्री की निधन
11 जनवरी 1966 को भारतीय राजनीति और समाज के लिए एक गहरा शोक का दिन था। यह वही दिन था जब भारत के दूसरे प्रधानमंत्री और ‘जय जवान, जय किसान’ का नारा देने वाले लाल बहादुर शास्त्री का निधन हुआ था। शास्त्री जी की सादगी, ईमानदारी और देशभक्ति के लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा। उनका यह योगदान भारतीय राजनीति में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज है।
लाल बहादुर शास्त्री का प्रधानमंत्री बनने का सफर
लाल बहादुर शास्त्री की साफ-सुथरी छवि और सादगी ने उन्हें भारतीय राजनीति में खास स्थान दिलाया। उन्होंने पंडित जवाहरलाल नेहरू के निधन के बाद 9 जून 1964 को प्रधानमंत्री का पद संभाला। शास्त्री जी के नेतृत्व में भारतीय राजनीति ने एक नए मोड़ को छुआ। उनकी नीतियाँ हमेशा आम आदमी की भलाई को ध्यान में रखकर बनाई जाती थीं।
1965 की जंग में पाकिस्तान पर विजय
1965 में भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध हुआ, और इस युद्ध में शास्त्री जी ने भारतीय सेना का मार्गदर्शन किया। उनके नेतृत्व में भारत ने पाकिस्तान को करारी शिकस्त दी और देश की प्रतिष्ठा में वृद्धि की। यह युद्ध भारतीय सैनिकों की वीरता और शास्त्री जी के साहस का प्रतीक बन गया।
ताशकंद समझौता और रहस्यमय निधन
11 जनवरी 1966 की रात एक रहस्यमय घटना घटित हुई। शास्त्री जी ने पाकिस्तान के राष्ट्रपति अयूब खान के साथ ताशकंद में युद्ध समाप्ति समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। इसके बाद उसी रात उनकी असामयिक और रहस्यमय परिस्थितियों में मृत्यु हो गई। उनकी मौत के कारणों को लेकर आज भी सवाल खड़े होते हैं, और यह एक बड़ा रहस्य बना हुआ है।
कॉन्स्टेंटाइन II का निधन
11 जनवरी 2023 को यूनान के पूर्व और अंतिम राजा कॉन्स्टेंटाइन II का निधन हुआ था। कॉन्स्टेंटाइन ने यूनान की राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, और उनका निधन यूनान के इतिहास में एक बड़ा मोड़ था। उनका योगदान भी यूनान के लोगों के दिलों में जिंदा रहेगा।
आज के दिन के ऐतिहासिक महत्व के कुछ और पहलू
11 जनवरी को दुनिया भर में कई अन्य घटनाएँ भी घटी हैं, जिनका प्रभाव अंतरराष्ट्रीय राजनीति और समाज पर पड़ा। यह दिन न केवल भारतीय इतिहास बल्कि विश्व इतिहास में भी खास स्थान रखता है।
What's Your Reaction?