हिमंता बिस्वा सरमा का हेमंत सोरेन पर तीखा वार: "साजिश का आरोप बेबुनियाद"
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आरोपों पर प्रतिक्रिया दी। जानें क्या कहा सरमा ने और इस विवाद में क्या नया है।
रांची, 24 अक्टूबर 2024 – असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने गुरुवार को झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के उस बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी है, जिसमें सोरेन ने भाजपा पर आरोप लगाया कि उन्हें साजिश के तहत जेल भेजा गया। सरमा ने इस पर तीखी टिप्पणी करते हुए कहा कि “लोग झारखंड आंदोलन और भारत के स्वाधीनता संग्राम में जेल जाते हैं। हेमंत सोरेन को बताना चाहिए कि वे जेल क्यों गए थे।”
सरमा ने आगे कहा कि यदि अन्य नेता भी इसी तरह के आरोप लगाने लगें, तो इसका उपाय क्या होगा? उन्होंने कहा, “अगर आलमगीर आलम भी ऐसा ही कुछ कहते हैं, तो हमें क्या करना चाहिए?”
हेमंत सोरेन द्वारा हुसैनाबाद नाम में बदलाव की मांग पर भी सरमा ने अपनी राय रखी। उन्होंने कहा, “बिरसा मुंडा की पवित्र भूमि में हुसैनाबाद का नाम क्यों रहना चाहिए? हर जगह का अपना फ्लेवर होता है।” उन्होंने यह भी कहा कि बिरसा मुंडा और सिद्धू कान्हू के वीर भूमि पर हुसैनाबाद जैसा नाम उचित नहीं है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के एक वीडियो को लेकर भी सरमा ने टिप्पणी की। उन्होंने कहा, “हमने दिखाया कि कांग्रेस पार्टी के अंदर दलितों की स्थिति क्या है। बाहर राहुल गांधी दलितों का समर्थन करने का दिखावा करते हैं, लेकिन पार्टी में उनकी भागीदारी कैसे होती है, यह वीडियो दर्शाता है।”
सरमा ने कहा कि खड़गे के साथ जो हुआ, उसके बाद अब कांग्रेस का पर्दाफाश हो चुका है। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि दलितों और पिछड़ों का कोई सम्मान कांग्रेस में नहीं है। राहुल गांधी केवल ड्रामा करते हैं।”
सरमा की ये टिप्पणियाँ राजनीतिक परिदृश्य में नई गर्मी लेकर आई हैं। झारखंड में चुनाव नजदीक हैं, ऐसे में यह बयान दोनों पक्षों के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। हिमंता बिस्वा सरमा ने अपने बयान के जरिए यह स्पष्ट किया कि भाजपा किसी भी आरोप को गंभीरता से लेगी और चुनावी राजनीति में सही दिशा में काम करने का प्रयास करेगी।
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