Hatia Seized: ट्रेन में बियर का खजाना बरामद! हटिया स्टेशन पर ऑपरेशन 'सतर्क' के तहत लावारिस बैग से मिली 42 बियर कैन, रेलवे पुलिस ने ट्रेन में त्योहारों से पहले नशे की खेप पकड़ी, कीमत ₹5460 आंकी गई!
आरपीएफ पोस्ट हटिया ने ऑपरेशन "सतर्क" के तहत ट्रेन संख्या 18624 एक्सप्रेस के सामान्य कोच से दो लावारिस बैगों से 42 किंगफिशर अल्ट्रा बियर कैन बरामद की हैं। त्योहारी सीजन को देखते हुए की गई इस कार्रवाई में पकड़ी गई शराब की अनुमानित कीमत ₹5460 है। बरामद सामग्री को आबकारी विभाग को सौंप दिया गया है।
भारतीय रेलवे, जिसे देश की जीवन रेखा कहा जाता है, अक्सर अपराधियों द्वारा अवैध सामानों की तस्करी के लिए भी उपयोग किया जाता है। झारखंड में त्योहारी सीजन से पहले अवैध शराब की बढ़ती मांग के मद्देनजर, आरपीएफ (रेलवे सुरक्षा बल) पोस्ट हटिया ने ऑपरेशन "सतर्क" के तहत एक सराहनीय कार्रवाई करते हुए ट्रेन के अंदर से शराब की एक अज्ञात खेप पकड़ी है।
रेलवे सुरक्षा बल की स्थापना का इतिहास यह दर्शाता है कि उनका प्राथमिक कार्य रेल संपत्ति और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। लेकिन अवैध सामानों की तस्करी के खिलाफ उनकी सक्रियता भी उतनी ही महत्वपूर्ण है। यह कार्रवाई दिखाती है कि किस तरह से तस्कर त्योहारों के दौरान बढ़ी हुई यात्री संख्या और भीड़ का फायदा उठाकर अवैध सामानों को एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाने की कोशिश करते हैं।
ऑपरेशन 'सतर्क' के तहत चेकिंग
कमांडेंट श्री पवन कुमार के निर्देशन में, आरपीएफ पोस्ट हटिया की टीम लगातार रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में सतर्कता बनाए हुए है। इसी क्रम में 11 अक्टूबर 2025 को आरपीएफ की टीम हटिया रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या 03 पर खड़ी ट्रेन संख्या 18624 एक्सप्रेस की गहन जांच कर रही थी।
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लावारिस बैग: जांच के दौरान, सामान्य श्रेणी के एक डिब्बे में दो लावारिस बैग संदिग्ध हालत में पाए गए।
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बियर बरामद: बैगों को खोलने पर पता चला कि उनमें किंगफिशर अल्ट्रा ब्रांड की कुल 42 बियर कैन भरी हुई थीं।
कोई मालिक नहीं मिला
शराब की बरामदगी के बाद, उप निरीक्षक दीपक कुमार के नेतृत्व में आरपीएफ टीम ने तुरंत कोच में मौजूद यात्रियों से पूछताछ की और बैग के मालिक की पहचान करने की कोशिश की।
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मालिक ने नहीं लिया दावा: हालांकि, बैग पर दावा करने के लिए कोई भी व्यक्ति सामने नहीं आया। तस्कर अक्सर पकड़े जाने के डर से अपने अवैध सामानों को लावारिस छोड़कर भाग जाते हैं।
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कीमत और सुपुर्दगी: बरामद की गई 42 बियर कैन की अनुमानित कीमत ₹5460/- आंकी गई। आरपीएफ ने इस सामग्री को नियमानुसार 12 अक्टूबर 2025 को आबकारी विभाग, रांची को विधिवत सुपुर्द कर दिया है।
आरपीएफ की यह सफलता न सिर्फ अवैध शराब की तस्करी पर लगाम कसती है, बल्कि त्योहारी सीजन में यात्रियों को सुरक्षित यात्रा का भरोसा भी देती है। ऑपरेशन 'सतर्क' आगे भी जारी रहेगा।
आपकी राय में, त्योहारी सीजन में ट्रेनों के माध्यम से होने वाली अवैध शराब की तस्करी को पूरी तरह से रोकने के लिए आरपीएफ और आबकारी विभाग को कौन से दो संयुक्त और तकनीकी उपाय करने चाहिए?
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