Gumla: अधूरे पुल बने जानलेवा, विभागीय लापरवाही से बढ़ते हादसे!
गुमला में निर्माणाधीन पुलिया और अधूरी सड़कों के कारण हादसों का सिलसिला जारी है। जानें कैसे प्रशासन और विभागीय लापरवाही ने इस इलाके को मौत का जाल बना दिया।
गुमला : गुमला जिले में अधूरे पुल और निर्माणाधीन सड़कों के कारण सड़क हादसों की संख्या में दिन-ब-दिन इज़ाफा होता जा रहा है। इस बार गुमला-लोहरदगा मार्ग पर स्थित नवाडीह पुल, जो कि पिछले तीन सालों से अधूरे निर्माण के कारण एक बड़ा खतरा बना हुआ है, चर्चा का विषय बन गया है। यहां पर हो रहे लगातार हादसे प्रशासन और ठेकेदारों की लापरवाही को उजागर करते हैं।
घाघरा थाना क्षेत्र में स्थित नवाडीह पुल के पास पिछले कुछ महीनों में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है। इस पुल का निर्माण कार्य वर्ष 2022 में पूरा होने का लक्ष्य था, लेकिन विभागीय उदासीनता और ठेकेदार की लापरवाही के कारण निर्माण कार्य ठप पड़ा हुआ है। दो महीने पहले नवाडीह पुल के पास एक बारातियों से भरी पिकअप गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी, जिससे तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और एक दर्जन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
निर्माणाधीन पुल की वजह से बढ़ रहे हादसे
नवाडीह पुल के पास का इलाका अब "मौत का जाल" बन चुका है, जहां आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। इन घटनाओं में जानमाल की भारी क्षति हो चुकी है। स्थानीय निवासी बताते हैं कि पुल के आसपास कोई भी चेतावनी बोर्ड नहीं लगाया गया है और न ही सड़क सुरक्षा के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था की गई है। स्थिति इतनी गंभीर हो गई है कि यहां पर दुर्घटनाओं की संख्या लगातार बढ़ रही है, लेकिन प्रशासन का कोई ध्यान इस ओर नहीं जा रहा।
हालांकि प्रशासन की अनदेखी के कारण हादसों की संख्या बढ़ी है, लेकिन किसी भी विभागीय अधिकारी ने इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया। पुल का काम 2022 में पूरा होना था, लेकिन विभागीय उदासीनता और ठेकेदार की लापरवाही के चलते यह मामला अब भी जस का तस पड़ा हुआ है।
अधिकारियों की चुप्पी और ठेकेदार की लापरवाही
इस मुद्दे पर जब विभागीय अभियंता से सवाल किया गया, तो उन्होंने इस पर कुछ भी बोलने से मना कर दिया। उनका यह रवैया दर्शाता है कि इस गंभीर मामले को लेकर कोई भी अधिकारी गंभीर नहीं है। ठेकेदारों की मनमानी और विभागीय अफसरों की चुप्पी ने इस समस्या को और बढ़ा दिया है।
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि जब तक प्रशासन इस मामले में गंभीरता से कार्रवाई नहीं करेगा, तब तक हादसों का सिलसिला रुकने वाला नहीं है। उनके मुताबिक, प्रशासन को यहां सुरक्षा के उपायों को तुरंत लागू करना चाहिए ताकि लोगों की जान बचाई जा सके।
भविष्य की राह
अगर नवाडीह पुल का निर्माण जल्दी पूरा नहीं हुआ और इस क्षेत्र में सड़क सुरक्षा के उपाय नहीं किए गए तो यह क्षेत्र और भी ज्यादा हादसों का शिकार हो सकता है। प्रशासन और ठेकेदारों के बीच समन्वय की कमी इस समस्या का मुख्य कारण है। अब यह सवाल उठता है कि क्या प्रशासन इस हादसों के बढ़ते सिलसिले को रोकने के लिए जल्द से जल्द कदम उठाएगा?
यहां के लोग इस स्थिति को लेकर बेहद चिंतित हैं, क्योंकि यदि इस पुल के निर्माण कार्य में देरी होती है तो और भी ज्यादा लोग अपनी जान गंवा सकते हैं। यह एक बड़ा संकट है जिसे जल्द से जल्द सुलझाने की आवश्यकता है।
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