Giridih News : बिजली के पोल पर चढ़कर युवक ने की आत्महत्या, पत्नी हुई बेहोश
गिरिडीह जिले के ईरचिट्टा में एक युवक ने बिजली के पोल पर चढ़कर अपनी जान दी। मृतक की पहचान अनिल मरांडी के रूप में हुई है। जानें पूरी कहानी और हादसे की वजह।
झारखंड के गिरिडीह जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक युवक ने अपनी जान देने के लिए बिजली के पोल पर चढ़कर 11 हजार वोल्ट के तार को पकड़ लिया। यह घटना गिरिडीह के गांडेय थाना क्षेत्र के चंपापुर पंचायत के ईरचिट्टा और मंडरडीह गांव के बीच स्थित एक मैदान में घटी। इस दुखद हादसे ने परिवार के सदस्यों को गहरे सदमे में डाल दिया है, और मृतक के परिवार ने इस त्रासदी को बर्दाश्त करना बेहद कठिन पाया है।
कैसे हुई पूरी घटना?
रविवार, 24 दिसंबर 2024 को अनिल मरांडी अपनी पत्नी अनिता मरांडी के साथ अपने मामा ससुर मनु मरांडी के घर ईरचिट्टा पहुंचे थे। लगभग शाम 6 बजे के आसपास अनिल अचानक घर से गायब हो गया। उसके बाद उसके परिजनों ने उसकी खोजबीन शुरू की, लेकिन वह कहीं नहीं मिला।
जब अनिल की लापता होने की सूचना उसकी ससुराल वालों को मिली, तो वे तुरंत उसकी तलाश में जुट गए। परिजनों ने आसपास के गांवों में उसकी खोज की, और फिर सोशल मीडिया पर उसकी तलाश में मदद की अपील की। लेकिन किसी को भी अनिल का कोई सुराग नहीं मिला।
बिजली के पोल पर चढ़कर दी जान
सोमवार दोपहर को कुछ ग्रामीणों ने ईरचिट्टा गांव के पास एक बिजली के पोल के नीचे एक शव को पड़ा देखा। जब वे घटनास्थल पर पहुंचे, तो पता चला कि मृतक युवक ने बिजली के पोल पर चढ़कर 11 हजार वोल्ट के तार को पकड़ लिया था, जिससे वह करंट की चपेट में आ गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। मृतक के हाथ में जलने के निशान थे, जो इस बात की पुष्टि करते हैं कि उसे बिजली का करंट लगा था।
ग्रामीणों के शोर मचाने के बाद और सूचना मिलने पर मृतक के परिवार वाले घटनास्थल पर पहुंचे। शव को देखकर अनिता मरांडी, मृतक की पत्नी, बार-बार बेहोश हो गईं। यह घटना परिवार के लिए एक भयानक शॉक की तरह थी, खासकर इस तथ्य को देखते हुए कि अनिल की शादी इस साल के शुरुआत में ही हुई थी।
मृतक की पहचान और परिवार
मृतक की पहचान बेंगाबाद थाना क्षेत्र के परसाटांड़ गांव निवासी 23 वर्षीय अनिल मरांडी के रूप में की गई है। अनिल अपने चार भाई और एक बहन में सबसे बड़ा था। वह अपने घर के आसपास के क्षेत्रों में मजदूरी करके अपना जीवन यापन करता था।
पुलिस ने घटना के बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल गिरिडीह भेज दिया। पुलिस का कहना है कि अनिल के परिवार ने बताया कि वह कभी-कभी विक्षिप्त जैसा व्यवहार करता था, और ऐसा प्रतीत होता है कि मानसिक स्थिति के कारण उसने यह कदम उठाया।
क्या था कारण?
हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि अनिल ने क्यों यह कड़ा कदम उठाया, लेकिन परिवार के लोग यह मानते हैं कि उसके मानसिक हालत में उतार-चढ़ाव था। परिवार का कहना है कि अनिल कभी-कभी बहुत तनाव में रहता था, और मानसिक अवसाद के कारण उसने यह आत्मघाती कदम उठाया।
इस घटना ने न केवल परिवार को, बल्कि पूरी समुदाय को भी झकझोर कर रख दिया है। यह हमें यह सोचने पर मजबूर करता है कि मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देना कितना महत्वपूर्ण है, और परिवार और समाज को ऐसे मामलों में कैसे मदद करनी चाहिए।
परिवार की स्थिति
यह हादसा अनिल की पत्नी के लिए विशेष रूप से कठिन था, क्योंकि उसने सिर्फ इस साल की शुरुआत में शादी की थी। अनिता की हालत देखकर परिवार और दोस्तों को भी गहरी चिंता हो रही है। उन्होंने समाज से अपील की है कि मानसिक स्वास्थ्य पर अधिक ध्यान दिया जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
गिरिडीह के इस हादसे ने एक बार फिर मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दे को उजागर किया है। इस दर्दनाक घटना के कारण परिवार और दोस्तों की जिंदगी पूरी तरह से बदल गई है। ऐसे हादसों से हमें यह सिखने की जरूरत है कि मानसिक स्वास्थ्य को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और समाज को एकजुट होकर मदद के हाथ बढ़ाने चाहिए, ताकि हम ऐसे नुकसान से बच सकें।
What's Your Reaction?