Giridih Raid: पुलिस ने मवेशी तस्करी के खिलाफ किया बड़ा खुलासा, 6 गाड़ियां पकड़ी
गिरिडीह पुलिस ने मवेशी तस्करी के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई करते हुए 6 गाड़ियों को पकड़ा। जानें कैसे पुलिस ने छापेमारी अभियान में सफलता पाई।
1 दिसंबर 2024: झारखंड के गिरिडीह जिले में मवेशी तस्करी के खिलाफ पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। गिरिडीह पुलिस ने रविवार को एक विशेष छापेमारी अभियान के तहत 6 पिकअप वाहन पकड़े, जिनमें मवेशी भरे हुए थे। यह कार्रवाई खरगडीहा-खिजुरी मुख्य मार्ग पर देवरी थाना क्षेत्र के चितरोकुरहा गांव के पास की गई।
पुलिस ने कैसे की कार्रवाई?
इस अभियान का नेतृत्व खोरीमहुआ के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, राजेन्द्र प्रसाद ने किया। उनके साथ गावां अंचल के इंस्पेक्टर पास्कल टोप्पो, देवरी थाना प्रभारी, और अन्य पुलिस जवानों की टीम भी शामिल थी। पुलिस ने मवेशियों को क्रूरतापूर्वक ले जा रहे वाहनों को पकड़कर तस्करों की एक बड़ी योजना को नाकाम कर दिया।
तस्करी के मामलों में वृद्धि
हाल के महीनों में गिरिडीह जिले में मवेशी तस्करी के मामले बढ़ते हुए देखे गए हैं। नवंबर में बगोदर पुलिस ने 60 मवेशी लदे तीन ट्रकों को जब्त किया था। इनमें से तीन गाड़ियों के ड्राइवर को हिरासत में लिया गया था। पकड़े गए मवेशियों को हजारीबाग के गौशाला में भेजा गया था।
इससे पहले डुमरी पुलिस ने भी मवेशी तस्करी के आरोप में 11 पिकअप वाहनों को जब्त किया था। इन घटनाओं से यह स्पष्ट होता है कि गिरिडीह में मवेशी तस्करी एक गंभीर समस्या बनती जा रही है।
मवेशी तस्करी के खिलाफ पुलिस की मेहनत
गिरिडीह पुलिस ने अपनी मेहनत और तत्परता से तस्करों के मंसूबों को विफल किया है। पुलिस के इस अभियान से तस्करों में डर फैल सकता है और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने में मदद मिल सकती है।
इतिहास और वर्तमान स्थिति
झारखंड में मवेशी तस्करी एक पुरानी समस्या है। इस क्षेत्र में कई बार ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं, जहां तस्करों ने पुलिस को चकमा देने के लिए अलग-अलग तरीके अपनाए हैं। लेकिन अब पुलिस द्वारा समय-समय पर चलाए जा रहे अभियान से तस्करी पर काबू पाने में मदद मिल रही है।
पुलिस की योजना और भविष्य की कार्रवाई
पुलिस अधिकारी राजेन्द्र प्रसाद ने कहा कि उनकी टीम आगे भी इस तरह के अभियान जारी रखेगी। उन्होंने बताया कि मवेशी तस्करी के मामलों को रोकने के लिए क्षेत्रीय और राज्य स्तर पर समन्वय आवश्यक है।
गिरिडीह जिले में मवेशी तस्करी के खिलाफ चलाए गए इस अभियान से यह साबित हो गया कि झारखंड पुलिस की नज़रे अब तस्करों पर टिकी हुई हैं। आने वाले समय में ऐसे अभियानों से इस समस्या पर काबू पाया जा सकता है और गिरिडीह को तस्करी मुक्त बनाने में मदद मिल सकती है।
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