Ghatshila Celebration: एनसीसी दिवस पर झलकी अनुशासन और देशभक्ति की प्रेरणा
घाटशिला स्थित संत नंदलाल स्मृति विद्या मंदिर में एनसीसी दिवस धूमधाम से मनाया गया। कर्नल मानस कुंडू की उपस्थिति में देशभक्ति गीत, नृत्य और प्रेरणादायक कार्यक्रमों का आयोजन। जानें पूरी खबर।
24 नवंबर 2024 :झारखंड के घाटशिला स्थित संत नंदलाल स्मृति विद्या मंदिर में रविवार को एनसीसी दिवस का आयोजन हर्षोल्लास के साथ किया गया। इस अवसर पर विद्यालय परिसर में देशभक्ति और अनुशासन का अद्भुत समन्वय देखने को मिला। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कर्नल मानस कुंडू (कमांडिंग ऑफिसर, 220 फील्ड रेजीमेंट, सोनारी आर्मी स्टेशन, जमशेदपुर) ने इस कार्यक्रम में शिरकत की और एनसीसी के महत्व को रेखांकित किया।
कार्यक्रम की शुरुआत और विशेष प्रस्तुतियां
कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों द्वारा शांति के प्रतीक सफेद गुब्बारे छोड़कर हुई। इसके बाद सभी अतिथियों का स्वागत फल की टोकरियों के साथ किया गया। विद्यालय की प्राचार्या नीलकमल सिन्हा ने स्वागत भाषण में कहा कि एनसीसी न केवल बच्चों में अनुशासन बल्कि कर्तव्यनिष्ठा और नेतृत्व क्षमता का विकास करता है। उन्होंने अभिभावकों से बच्चों को एनसीसी से जोड़ने का आग्रह किया।
एनसीसी के माध्यम से नई ऊंचाइयों की ओर
मुख्य अतिथि कर्नल मानस कुंडू ने एनसीसी ध्वजारोहण कर बच्चों को प्रेरित किया। इस दौरान एनसीसी कैडेट्स ने प्रभावशाली मार्च पास्ट प्रस्तुत किया। कर्नल कुंडू ने अपने संबोधन में कहा, "एनसीसी सिर्फ अनुशासन सिखाने का माध्यम नहीं है, बल्कि यह बच्चों को देशभक्ति की भावना और नेतृत्व कौशल से संपन्न करता है।"
देशभक्ति से सजी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां
कार्यक्रम के दौरान एनसीसी कैडेट्स ने देशभक्ति गीत, नृत्य, कविता और बांसुरी वादन की प्रस्तुतियां दीं। इन प्रदर्शनों ने वहां मौजूद सभी लोगों को प्रेरित किया और भारतीय सेना के प्रति सम्मान की भावना को और गहरा किया।
सम्मान और पुरस्कार वितरण
एनसीसी में उत्कृष्ट योगदान देने वाले 13 कैडेट्स को स्वर्ण पदक, प्रमाण पत्र और स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया। सत्र 2023-24 के 34 कैडेट्स को ‘ए’ सर्टिफिकेट प्रदान किए गए। इन सम्मानित कैडेट्स ने अपनी उपलब्धियों से विद्यालय और क्षेत्र का मान बढ़ाया।
इतिहास में झलक: एनसीसी का महत्व
एनसीसी (राष्ट्रीय कैडेट कोर) की स्थापना 1948 में की गई थी। इसका उद्देश्य युवाओं में अनुशासन, देशभक्ति और नेतृत्व कौशल विकसित करना है। यह संस्था युवा पीढ़ी को भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना में सेवा देने के लिए प्रेरित करती है।
कार्यक्रम का समापन
कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ। इस आयोजन को सफल बनाने में विद्यालय के शिक्षक और कर्मचारियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा। विद्यालय प्रबंधक डॉ. प्रसेनजीत कर्मकार ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा, "एनसीसी बच्चों को अनुशासन और कर्तव्यनिष्ठा के मार्ग पर अग्रसर करता है।"
घाटशिला का यह कार्यक्रम सिर्फ एक उत्सव नहीं, बल्कि देशभक्ति और अनुशासन की प्रेरणा का संगम था। एनसीसी दिवस के इस आयोजन ने यह साबित कर दिया कि झारखंड की नई पीढ़ी देश के प्रति अपने कर्तव्यों के लिए जागरूक और तत्पर है। क्या एनसीसी से प्रेरित होकर झारखंड के युवा देश के विकास में और योगदान देंगे? यह आने वाला समय बताएगा।
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