दीपों से सजी तारा पब्लिक स्कूल की रंगोली प्रतियोगिता: जानिए कैसे छात्र-छात्राओं ने रौशन की दिवाली की शाम!
तारा पब्लिक स्कूल, हरिवंश नगर हाता में दीपावली के मौके पर हुई रंगोली प्रतियोगिता में बच्चों ने अद्भुत कला का प्रदर्शन किया। जानें कैसे छात्रों ने दीयों की रोशनी और रंगों के संगम से दिवाली का उत्सव मनाया।
हरिवंश नगर हाता स्थित तारा पब्लिक स्कूल में इस बार की दीपावली और भी खास बन गई। स्कूल में दीपावली के शुभ अवसर पर छात्र-छात्राओं के लिए एक भव्य रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें बच्चों ने रंगों की छटा और दीपों की रौशनी के साथ अपनी कला को नए अंदाज़ में प्रस्तुत किया। इस प्रतियोगिता में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले छात्रों को प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान देकर प्राचार्य एवं शिक्षकों द्वारा पुरस्कृत किया गया, जो छात्रों के लिए एक विशेष प्रोत्साहन का कारण बना।
कार्यक्रम के दौरान, छात्रों ने दीपावली के महत्व पर अपने विचार व्यक्त किए, जिससे न केवल बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ा बल्कि उनमें भारतीय संस्कृति और इस पर्व के महत्व की समझ भी गहरी हुई। तारा पब्लिक स्कूल के प्राचार्य कमलेश मिश्र ने इस अवसर पर अपने उद्बोधन में कहा कि दीपावली का पर्व अंधकार पर प्रकाश की विजय का प्रतीक है। उन्होंने बताया कि दीपावली केवल एक त्योहार ही नहीं, बल्कि एक संदेश है जो हमें अच्छाई के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है। उन्होंने बच्चों को याद दिलाया कि यह पर्व ज्ञान और अच्छाई की जीत को दर्शाता है और बुराई तथा अज्ञानता के ऊपर अच्छाई और ज्ञान का महत्व दर्शाता है।
इस अवसर पर सुरक्षा का विशेष ध्यान रखते हुए प्राचार्य ने बच्चों को समझाया कि दीपावली का असली मजा तब है जब हम इसे सुरक्षित रूप से मनाएं। बच्चों को विशेष रूप से पटाखे और फुलझड़ी जैसे सामग्रियों का प्रयोग करने से पहले अपने अभिभावकों की उपस्थिति में करने का निर्देश दिया गया, ताकि किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचा जा सके। यह पहल स्कूल द्वारा बच्चों के प्रति उनकी जिम्मेदारी और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता को भी दर्शाती है।
रंगोली प्रतियोगिता में बच्चों ने अपने-अपने अंदाज में विविध रंगों का समावेश कर सांस्कृतिक प्रतीकों को जीवंत कर दिया। किसी ने पारंपरिक दीपक से रची-बसी रंगोली बनाई, तो किसी ने प्रकृति से प्रेरणा लेकर फूलों, मोर, और अन्य आकृतियों का अद्भुत संयोजन किया। इस प्रतियोगिता ने छात्रों की सृजनात्मकता को एक नया आयाम दिया और उन्हें भारतीय संस्कृति के रंगों से रूबरू कराया। यह देखने योग्य था कि किस प्रकार रंगों और प्रकाश के इस संगम ने दिवाली के माहौल को और भी विशेष बना दिया।
प्रतियोगिता में बच्चों के साथ-साथ शिक्षकों की भी भागीदारी रही। शिक्षकों में अंबुज प्रमाणिक, मिहिर गोप, सपन पात्र, अर्जुन झा, हेमचंद्र पात्र, शिक्षिका पम्मी मोड़ल, निकिता गोप, सुषमा भकत, शिल्पा बारिक, वर्षा मिश्रा, पानमुनी भुमिज, संगीता सरदार, संगीता पाल, नमिता सरदार, अमिता गोप, झुनू राणा, जस्मीन मुर्मू, सुमित्रा बेहरा एवं मालोती हांसदा ने बच्चों का हौसला बढ़ाया और उनकी रचनात्मकता को निखारने में मदद की।
तारा पब्लिक स्कूल की यह रंगोली प्रतियोगिता न केवल बच्चों के लिए एक सीखने का अनुभव बना, बल्कि यह दीपावली के इस पारंपरिक पर्व को एक नई पीढ़ी तक पहुंचाने का माध्यम भी बना।
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