Dhanbad Theft: वकील के 44 हजार उड़ाए, बैंक कर्मियों पर भी शक!
धनबाद में एक वकील बैंक में पैसे जमा कराने गए, लेकिन उनकी जेब से 44 हजार रुपये गायब हो गए। क्या बैंक कर्मी भी इसमें शामिल थे? पढ़ें पूरी खबर।

धनबाद – क्या कोई बैंक के अंदर भी अपने पैसे सुरक्षित नहीं रख सकता? धनबाद के एक वरिष्ठ अधिवक्ता के साथ ऐसी ही एक चौंकाने वाली घटना घटी, जिसने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
बैंक में जमा करने गए थे पैसे, लेकिन...
धनबाद थाना क्षेत्र स्थित एक बैंक में 68 वर्षीय अधिवक्ता राम नरेश यादव मंगलवार को अपने 44,000 रुपये जमा कराने पहुंचे थे। यह रकम उन्होंने गाय खरीदने के लिए अलग रखी थी। चूंकि बैंक में भारी भीड़ थी, उन्होंने सीधे मैनेजर से मदद मांगी, लेकिन उन्हें काउंटर पर ही जाने को कहा गया। जैसे ही वह काउंटर के पास पहुंचे, एक युवक ने उनकी जेब से पैसे निकाल लिए और फरार हो गया।
बैंक कर्मचारियों की भूमिका पर उठे सवाल
राम नरेश यादव ने इस घटना के बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। उनका आरोप है कि बैंक कर्मचारियों की मिलीभगत के बिना यह संभव नहीं था। उनका कहना है कि जैसे ही उन्होंने पॉकेटमार को पकड़ने की कोशिश की, वह तेजी से बैंक से बाहर निकल गया। इतनी भीड़ में भी किसी ने उसे रोका नहीं, जिससे शक और गहरा हो गया।
क्या धनबाद में जेबकतरे बेखौफ हो गए हैं?
धनबाद में पॉकेटमारी और चोरी की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। पहले सिर्फ बाजार और बस स्टैंड जैसी जगहों पर इस तरह की घटनाएं होती थीं, लेकिन अब बैंक के अंदर भी लोग सुरक्षित नहीं हैं। यह कोई पहली घटना नहीं है जब किसी बैंक ग्राहक के साथ ऐसा हुआ हो।
बैंक में सुरक्षा के दावे फेल?
बैंकों में सुरक्षा के कड़े दावे किए जाते हैं, लेकिन इस घटना ने इन दावों की सच्चाई उजागर कर दी। अधिवक्ता यादव का कहना है कि बैंक में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, लेकिन जब उन्होंने फुटेज चेक करने को कहा तो बैंककर्मी टाल-मटोल करने लगे।
जेबकतरी का पुराना इतिहास
जेबकतरी कोई नई समस्या नहीं है। अंग्रेजों के समय में भी पॉकेटमारी को एक अपराध माना जाता था, और इसके लिए कड़े कानून बनाए गए थे। लेकिन डिजिटल युग में भी चोरों के तरीके बदले नहीं हैं। पहले ट्रेन में सफर करने वाले यात्री पॉकेटमारी के शिकार होते थे, लेकिन अब बैंक जैसे सुरक्षित माने जाने वाले स्थान भी असुरक्षित हो गए हैं।
धनबाद पुलिस क्या कर रही है?
इस मामले में पुलिस ने बैंक से सीसीटीवी फुटेज मांगे हैं और जांच शुरू कर दी है। बैंक कर्मियों से भी पूछताछ की जा रही है। लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या चोर पकड़ा जाएगा या यह मामला भी ठंडे बस्ते में चला जाएगा?
क्या करें सुरक्षित रहने के लिए?
अगर आप बैंक जाते हैं, तो इन सावधानियों का ध्यान रखें:
भीड़भाड़ वाले इलाकों में जेब पर खास ध्यान दें।
किसी भी संदिग्ध व्यक्ति से सतर्क रहें।
पैसा निकालने या जमा करने के दौरान अजनबियों से बातचीत न करें।
बैंक की सीसीटीवी फुटेज की स्थिति को जांचें।
धनबाद की इस घटना ने एक बार फिर सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है। क्या बैंक अब सुरक्षित नहीं रहे? क्या बैंक स्टाफ की भूमिका की भी जांच होनी चाहिए? पुलिस इस मामले को कैसे हल करेगी, यह देखना दिलचस्प होगा।
What's Your Reaction?






