Dhanbad Alcohol Smuggling : रेलवे स्टेशन से बड़ी मात्रा में शराब बरामद, आरपीएफ की बड़ी कार्रवाई
धनबाद रेलवे स्टेशन से 39 बोतल अंग्रेजी शराब बरामद, आरपीएफ की बड़ी कार्रवाई। जानें पूरी खबर और शराब तस्करी से जुड़ी जानकारी।
धनबाद रेलवे स्टेशन पर एक बार फिर अवैध शराब की बड़ी खेप पकड़ी गई है। मंगलवार रात को धनबाद आरपीएफ ने स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर पांच से 39 बोतल अंग्रेजी शराब जब्त की। यह मामला एक बार फिर रेलवे स्टेशन पर अवैध शराब की तस्करी की तरफ इशारा करता है, जिससे एक बार फिर यह सवाल उठता है कि स्टेशन पर इस तरह के अपराधिक गतिविधियों पर काबू पाने के लिए क्या अधिक सख्त कदम उठाए जाने चाहिए।
कैसे हुआ शराब का खुलासा?
आरपीएफ के एएसआई सत्येंद्र बहादुर सिंह मंगलवार की रात स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर पांच पर गश्त कर रहे थे। इसी दौरान उन्हें प्लेटफार्म के कालका छोर पर एक नीला पिट्ठू बैग लावारिस हालत में पड़ा हुआ मिला। बैग को खोलते ही उनके होश उड़ गए, क्योंकि बैग में 39 बोतल अंग्रेजी शराब बरामद हुई। हर बोतल की मात्रा 180 मिली थी और इसकी कीमत 120 रुपये प्रति बोतल थी। कुल मिलाकर जब्त शराब की कीमत 4680 रुपये आंकी गई है।
आरपीएफ ने कागजी प्रक्रिया पूरी कर शराब को उत्पाद विभाग के हवाले कर दिया। साथ ही, यह भी बताया गया कि शराब को लेकर स्टेशन पर तस्करी की कार्रवाई की जा रही थी। फिलहाल, बैग को लेकर यह जांच की जा रही है कि यह किसने लाया और इसके पीछे कौन सी तस्करी रैकेट हो सकता है। इस संदर्भ में सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है ताकि आरोपी का पता लगाया जा सके।
छाईगद्दा में भी पकड़ाई अवैध शराब की खेप
धनबाद रेलवे स्टेशन के समीप स्थित छाईगद्दा इलाके में भी अवैध शराब के कारोबार पर आरपीएफ ने कार्रवाई की। आरपीएफ को सूचना मिली थी कि छाईगद्दा इलाके में एक महिला अवैध रूप से देसी शराब बेच रही है। सूचना के आधार पर आरपीएफ की टीम ने वहां छापेमारी की और एक महिला को पांच लीटर अवैध देसी शराब के साथ गिरफ्तार किया। इस शराब को दो प्लास्टिक बोतलों में छिपाकर रखा गया था। गिरफ्तार महिला को कागजी प्रक्रिया के बाद उत्पाद विभाग के हवाले कर दिया गया।
धनबाद में शराब तस्करी पर हो रही सख्त कार्रवाई
धनबाद में अवैध शराब तस्करी की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, और इस पर काबू पाने के लिए आरपीएफ ने सख्त कदम उठाना शुरू कर दिया है। हाल के दिनों में ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जहां रेलवे स्टेशन से अवैध शराब की बड़ी खेप पकड़ी गई है। इन घटनाओं से यह स्पष्ट हो रहा है कि रेलवे स्टेशन पर शराब तस्करी की समस्या गंभीर रूप से बढ़ रही है।
आरपीएफ की इन कार्रवाइयों ने एक बार फिर यह साबित किया है कि रेलवे स्टेशन जैसे सार्वजनिक स्थानों पर अवैध गतिविधियों के खिलाफ सख्ती बरतनी जरूरी है। हालांकि, इन कार्रवाइयों के बावजूद तस्करी की घटनाओं पर पूरी तरह से काबू पाना अभी भी चुनौतीपूर्ण है।
रोज़गार की कमी और शराब तस्करी का बढ़ता नेटवर्क
एक अनुमान के मुताबिक, शराब तस्करी के इस बढ़ते नेटवर्क में कई लोग जुड़े हुए हैं, जो रेल यात्रा और अन्य सार्वजनिक स्थानों का उपयोग कर अपनी अवैध गतिविधियां चला रहे हैं। इससे न सिर्फ समाज में अपराध का स्तर बढ़ रहा है, बल्कि स्थानीय कानून व्यवस्था पर भी दबाव बढ़ता जा रहा है।
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