Dhanbad Police Clash- हिलटॉप राइजिंग कंपनी को लेकर खूनी संघर्ष, पुलिस बल पर पथराव और बमबाजी, डीएसपी घायल

धनबाद में हिलटॉप राइजिंग कंपनी को लेकर दो गुटों के बीच खूनी संघर्ष हुआ। जानिए घटनास्थल पर क्या हुआ, डीएसपी कैसे घायल हुए, और इलाके की स्थिति।

Jan 9, 2025 - 17:35
 0
Dhanbad  Police Clash- हिलटॉप राइजिंग कंपनी को लेकर खूनी संघर्ष, पुलिस बल पर  पथराव और बमबाजी, डीएसपी घायल
Dhanbad Police Clash- हिलटॉप राइजिंग कंपनी को लेकर खूनी संघर्ष, पुलिस बल पर पथराव और बमबाजी, डीएसपी घायल

धनबाद: धर्माबांध ओपी के बाबूडीह क्षेत्र में गुरुवार को एक गंभीर खूनी संघर्ष हुआ, जिसने इलाके को दहशत में डाल दिया। यह संघर्ष हिलटॉप राइज आउटसोर्सिंग कंपनी के कामकाजी स्थल पर हुआ, जहां चहारदीवारी बनाने के दौरान दो गुटों के बीच तकरार ने हिंसा का रूप ले लिया। सैकड़ों राउंड गोलियों और दर्जनों बम धमाकों से इलाके में हड़कंप मच गया, और इस संघर्ष में इलाके के डीएसपी भी घायल हो गए। उन्हें गंभीर हालत में अशर्फी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

क्या था विवाद का कारण?

बाबूडीह क्षेत्र में स्थित हिलटॉप राइजिंग आउटसोर्सिंग कंपनी के निर्माण स्थल पर गुरुवार को चहारदीवारी का काम हो रहा था। इस काम को लेकर पास-पड़ोस के गांवों के लोग दो गुटों में बंट गए। एक गुट के समर्थक सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी के बताए जा रहे हैं, जबकि दूसरे गुट का संबंध कारू यादव से जोड़ा जा रहा है। हालांकि, यह बात अभी पूरी तरह से स्पष्ट नहीं हो पाई है कि धनबाद के सांसद के समर्थकों का समर्थन कारू यादव के गुट के साथ था या नहीं।

यह संघर्ष तब और बढ़ गया जब बमबाजी के बाद, डीएसपी के नेतृत्व में पुलिस बल ने कारू यादव के मार्केट कॉम्प्लेक्स में छापेमारी की। इस दौरान पुलिस बल पर पथराव भी किया गया, जिससे डीएसपी घायल हो गए। उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। घटना के बाद इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है, लेकिन अभी तक किसी अधिकारी ने पूरी जानकारी देने से इंकार किया है।

हिंसा का बढ़ता हुआ सिलसिला:

इस संघर्ष के बाद, इलाके में पुलिस और प्रशासन की स्थिति गंभीर हो गई। सैकड़ों राउंड गोलियां और बम धमाके सुनकर क्षेत्रवासी दहशत में आ गए। हालांकि इस हिंसा में किसी की जान जाने की खबर नहीं है, लेकिन इलाके के डीएसपी का घायल होना इस घटना को और भी गंभीर बना देता है।

घटना के बाद धनबाद पुलिस और एसएसपी सहित अन्य अधिकारी अशर्फी अस्पताल पहुंचे, लेकिन किसी ने भी इस बारे में खुलकर बात करने से परहेज किया। अधिकारियों का कहना है कि इस घटना की गहराई से जांच की जा रही है और जल्द ही स्थिति को काबू कर लिया जाएगा।

राजनीतिक गुटबाजी का असर:

जानकारी के अनुसार, यह संघर्ष न केवल एक आर्थिक मुद्दा था, बल्कि यह एक राजनीतिक टकराव का भी परिणाम हो सकता है। जहां एक गुट सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी के समर्थकों का बताया जा रहा है, वहीं दूसरा गुट कारू यादव के साथ जुड़ा हुआ है। यह राजनीतिक संघर्ष क्षेत्रीय विकास कार्यों को प्रभावित कर रहा है और प्रशासन को भी मुश्किल में डाल रहा है।

हालांकि, यह विवाद सीधे तौर पर हिलटॉप राइजिंग आउटसोर्सिंग कंपनी से जुड़ा हुआ था, लेकिन इसके पीछे एक राजनीतिक संघर्ष के भी संकेत मिल रहे हैं। इस घटना से यह स्पष्ट हो जाता है कि धनबाद जैसे स्थानों पर राजनीतिक प्रभाव का असर स्थानीय विकास कार्यों पर भी पड़ सकता है।

क्या आगे की कार्रवाई होगी?

इस घटना के बाद धनबाद पुलिस ने इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी है और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया है। डीएसपी के घायल होने के कारण अब यह मामला पुलिस के लिए चुनौती बन चुका है, क्योंकि पुलिस बल पर पथराव करने और बमबाजी करने वालों को पकड़ना बड़ी चुनौती हो सकती है।

धनबाद के बाबूडीह क्षेत्र में हुए इस खूनी संघर्ष ने क्षेत्रीय राजनीति और प्रशासनिक व्यवस्था को एक बार फिर से सवालों के घेरे में ला दिया है। जहां एक ओर इलाके के लोग विकास की उम्मीदें लगाए बैठे हैं, वहीं दूसरी ओर राजनीतिक गुटबाजी और हिंसा इन उम्मीदों को धक्का पहुंचा रही है। अब देखना यह होगा कि पुलिस और प्रशासन इस विवाद को कैसे सुलझाते हैं और इलाके में शांति बनाए रखने के लिए क्या कदम उठाए जाते हैं।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow

Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।