Dhanbad Attack: कोलियरी में आउटसोर्सिंग कंपनी के निदेशक पर जानलेवा हमला, 30 अपराधियों ने घेरा!
धनबाद के सिजुआ में कोलियरी के निदेशक पर 30 अपराधियों का जानलेवा हमला! जानें पूरी घटना, पुलिस जांच में जुटी।

धनबाद, 10 मार्च 2025 : धनबाद के बीसीसीएल सिजुआ क्षेत्र की कनकनी कोलियरी में गुरुवार देर रात एक बड़ी वारदात हुई। रामअवतार आउटसोर्सिंग कंपनी के निदेशक आदित्य सिंह, उनके भाई अभिषेक सिंह और प्रबंधक अंकित सिंह पर असामाजिक तत्वों ने जानलेवा हमला किया। गनीमत रही कि तीनों बाल-बाल बच गए, लेकिन उनकी स्कॉर्पियो पर जमकर पथराव हुआ, जिससे आगे का शीशा पूरी तरह चकनाचूर हो गया।
कौन थे हमलावर, और क्यों हुआ हमला?
पीड़ितों के अनुसार, गुरुवार देर रात करीब 1:30 बजे आदित्य सिंह अपने भाई और प्रबंधक के साथ कोलियरी में उत्खनन कार्य का निरीक्षण करने निकले थे। जैसे ही वे डंप के पास पहुंचे, जेएच 10 एआर 5478 नंबर की एक सफेद कार वहां आई, जिसमें चार युवक सवार थे।
युवकों ने आते ही कंपनी का काम बंद करने और जान से मारने की धमकी दी। इसके तुरंत बाद करीब 25-30 और लोग मौके पर आ गए और हंगामा करने लगे। जब आदित्य सिंह और उनकी टीम ने वहां से निकलने की कोशिश की, तो हमलावरों ने उनकी गाड़ी पर पथराव शुरू कर दिया।
गुंडागर्दी का अड्डा बनता धनबाद!
धनबाद, जो कभी भारत की कोयला राजधानी के रूप में जाना जाता था, अब अपराध और गुंडागर्दी का केंद्र बनता जा रहा है। कोयला माफिया, अवैध खनन और रंगदारी जैसे मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है।
ऐसा पहली बार नहीं हुआ जब किसी कोलियरी से जुड़े अधिकारी या कर्मचारी पर हमला हुआ हो। इससे पहले भी कई बार कोल माफिया और असामाजिक तत्वों द्वारा खदानों में जबरन वसूली और हमलों की घटनाएं सामने आई हैं।
पुलिस की कार्रवाई और बढ़ते सवाल!
हमले की जानकारी मिलते ही लोयाबाद थाना प्रभारी पीकू प्रसाद दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे, लेकिन तब तक अपराधी फरार हो चुके थे। पुलिस ने आदित्य सिंह की शिकायत पर एक कार मालिक सहित अज्ञात 30 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
लेकिन, यहां बड़ा सवाल यह उठता है कि –
✔ क्या धनबाद में अब कानून-व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं बची?
✔ आउटसोर्सिंग कंपनियों पर इस तरह के हमले कोयला माफिया के इशारे पर हो रहे हैं?
✔ क्या पुलिस अपराधियों को पकड़ पाएगी, या फिर मामला ठंडे बस्ते में चला जाएगा?
कोल माफिया के आतंक से दहशत में कारोबारी!
कोल माफिया के आतंक के कारण आउटसोर्सिंग कंपनियों के निदेशक और खनन क्षेत्र से जुड़े लोग लगातार डर के साए में जी रहे हैं। इस हमले के बाद धनबाद के व्यापारियों और खदानों से जुड़े लोगों में भय का माहौल बन गया है।
आदित्य सिंह ने बताया कि इस तरह के हमले कोल माफिया की धमकियों का हिस्सा हैं, जिससे खदानों में काम बंद करवाया जा सके।
क्या पुलिस अपराधियों को पकड़ पाएगी?
फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है और दोषियों को जल्द पकड़ने का दावा कर रही है। लेकिन, धनबाद में पहले भी कई मामलों में अपराधी खुलेआम घूमते नजर आए हैं, जिससे आम जनता को पुलिस की कार्रवाई पर भरोसा नहीं हो रहा है।
अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या पुलिस इस बार अपराधियों को गिरफ्तार कर कोल माफिया के आतंक पर लगाम लगा पाएगी, या फिर एक और मामला फाइलों में दफन हो जाएगा?
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