Dhalbhumgarh Accident: देर रात NH-18 पर भीषण हादसा, ट्रेलर पलटा और कार झोपड़ी में जा घुसी – मौत से मची सनसनी!
पूर्वी सिंहभूम के धालभूमगढ़ में NH-18 पर देर रात ट्रेलर और कार की भीषण टक्कर में चालक की मौत हो गई, हादसे की भयावहता से पूरा इलाका दहल गया।

एक शांत सी रात… और अचानक गूंजती है स्टील प्लेटों की भयानक आवाज़, घिसटते टायरों की चीख और एक ज़ोरदार धमाका! पूर्वी सिंहभूम के धालभूमगढ़ थाना क्षेत्र स्थित NH-18 पर गुरुवार की रात कुछ ऐसा ही मंजर सामने आया, जिसने न सिर्फ चश्मदीदों की नींद उड़ा दी, बल्कि सड़क पर मौत का ऐसा तांडव देखा गया जिसे भुलाना आसान नहीं।
क्या हुआ हादसे की रात?
जानकारी के मुताबिक, यह भयानक हादसा कदमबेड़ा स्थित गजानन फैक्ट्री के सामने रात करीब 2 से 3 बजे के बीच हुआ। दुर्गा ट्रांसपोर्ट, चास बोकारो स्टील सिटी का ट्रेलर (संख्या JH 09 BE 8348), जिसमें भारी मात्रा में स्टील प्लेट लदी थी, बहरागोड़ा की ओर जा रहा था। तभी ट्रेलर अचानक नियंत्रण खो बैठा और NH-18 के डिवाइडर से टकरा गया।
टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि ट्रेलर पलट गया और उसका केबिन पूरी तरह से पिचक गया। मौके पर ही ट्रेलर चालक की दर्दनाक मौत हो गई। उसकी पहचान अब तक नहीं हो पाई है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर अनुमंडल अस्पताल भेजा है, और पहचान की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
इतना भयानक था मंजर कि कांप उठा इलाका
ट्रेलर पलटने के बाद न केवल स्टील प्लेट सड़क पर बिखर गईं, बल्कि ट्रेलर के चक्के ऊपर की ओर हो गए और उसका भारी-भरकम केबिन ज़मीन से इतनी जोर से टकराया कि वह लोहे की कब्र बन गया। हादसे की भयानकता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि लोगों ने कुछ सेकंड के लिए अपनी सांसें थाम लीं।
लेकिन हादसा यहीं नहीं रुका…
ट्रेलर की टक्कर के कुछ ही मिनट बाद एक और तेज़ रफ्तार कार (संख्या JH 01 W 9027) उसी सड़क पर आई और हादसे के शिकार ट्रेलर के पिछले हिस्से से टकरा गई। टक्कर के बाद कार फिसलते हुए बगल की एक झोपड़ी में जा घुसी। गनीमत रही कि कार चालक, जो स्थानीय निवासी है, को केवल हल्की चोटें आईं। हालांकि, उस समय झोपड़ी में कोई मौजूद नहीं था, जिससे एक और बड़ा हादसा टल गया।
पुलिस जांच में जुटी, लेकिन कई सवाल अनुत्तरित
धालभूमगढ़ थाना की पुलिस ने मौके पर पहुंच कर शव को अस्पताल भेजा और घटनास्थल से बिखरी स्टील प्लेटों को हटाने का काम शुरू किया। लेकिन अब तक ट्रेलर चालक की पहचान नहीं हो पाई है, जिससे कई सवाल उठ खड़े हुए हैं—क्या वह किसी अन्य राज्य से था? क्या ट्रेलर पर ओवरलोड था? क्या यह महज एक हादसा था या किसी लापरवाही का नतीजा?
इतिहास गवाह है—NH-18 पर हादसे आम बात नहीं
पूर्वी सिंहभूम के इस हिस्से में NH-18 एक व्यस्त और महत्वपूर्ण मार्ग है, जो बोकारो और बहरागोड़ा को जोड़ता है। लेकिन पिछले कुछ वर्षों में इस हाईवे पर ट्रक और ट्रेलर हादसों की संख्या में इजाफा हुआ है। स्थानीय लोग लंबे समय से सड़क पर बेहतर लाइटिंग और सुरक्षा उपायों की मांग करते आ रहे हैं। हादसे के बाद एक बार फिर यह मांग ज़ोर पकड़ने लगी है।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
हादसे के बाद आस-पास के ग्रामीण घटनास्थल पर जुट गए। उनका कहना है कि इस हाईवे पर रात के समय भारी वाहन बेलगाम रफ्तार में दौड़ते हैं, जिससे हादसे आम हो चले हैं। प्रशासन को अब इस पर सख्ती से कदम उठाने की जरूरत है।
धालभूमगढ़ के इस भीषण सड़क हादसे ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है—क्या हमारे हाईवे सुरक्षित हैं? क्या रात के वक्त ट्रक और ट्रेलरों की रफ्तार पर कोई नियंत्रण है? जब तक प्रशासन, परिवहन विभाग और वाहन चालक सभी मिलकर जवाबदेही नहीं लेंगे, तब तक इस तरह की मौतें होती रहेंगी और खबरें बनती रहेंगी।
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