Delhi Literary Award Ceremony : स्त्री शक्ति संगठन ने साहित्यिक विभूतियों को सम्मानित किया, जाने किसे मिला पुरस्का
नई दिल्ली में स्त्री शक्ति संगठन द्वारा साहित्यिक विभूतियों को सम्मानित किया गया। जानिए कौन से प्रसिद्ध साहित्यकार और लेखक इस सम्मान के हकदार बने।
नई दिल्ली में स्त्री शक्ति संगठन द्वारा आयोजित एक भव्य साहित्यिक सम्मान समारोह में देशभर के प्रमुख साहित्यकारों और लेखकों को उनके अद्वितीय योगदान के लिए सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में स्त्री शक्ति संगठन की अध्यक्षा ममता शर्मा और प्रबंधक कंचन मखीजा की उपस्थिति में कई प्रतिष्ठित साहित्यिक विभूतियों को उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
इस कार्यक्रम का आयोजन प्रज्ञा साहित्यिक मंच के साथ मिलकर किया गया था, जो साहित्य और कला के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देने वाली एक प्रमुख संस्था है। सम्मानित होने वाले साहित्यकारों में कई प्रसिद्ध लेखक, कवि और साहित्यिक विचारक शामिल थे, जिन्होंने भारतीय साहित्य को अपनी रचनाओं से समृद्ध किया है।
साहित्यिक पुरस्कारों से नवाजे गए प्रमुख साहित्यकार
कार्यक्रम में रोहतक के प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ जय भगवान सिंगला को साहित्यिक राष्ट्रीय प्रथम पुरस्कार प्राप्त होने पर सम्मानित किया गया। उनकी साहित्यिक यात्रा और समाज में उनके योगदान को सराहा गया। इसके अलावा, रोहतक के डॉ अनूप बंसल 'मधुकांत', जो रक्तदान अभियान के पुरोधा भी हैं, को उनके समाजसेवी कार्यों के लिए सम्मानित किया गया।
डॉ श्याम लाल कौशल, मस्तनाथ विश्वविद्यालय हिंदी विभाग के प्रोफेसर बाबूराम, और प्रसिद्ध साहित्यकार अर्चना कोचर को भी उनके साहित्यिक योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
इसी क्रम में, साहित्यकार अंजना गर्ग की पुस्तक 'वनमाला के फूल' का विमोचन भी इस अवसर पर किया गया, जिसे साहित्य प्रेमियों ने खूब सराहा। डॉ तरुणा सचदेवा, कंचन मखीजा, और ममता शर्मा जैसे अन्य प्रमुख व्यक्तित्व भी इस साहित्यिक मंच पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए साहित्य को नई दिशा देने के लिए योगदान दे रहे हैं।
साहित्य, कला और समाज सेवा का संगम
इस कार्यक्रम में राज ख्यालिया, एक प्रसिद्ध चित्रकार और साहित्यकार, जिन्होंने अपनी कला के माध्यम से समाज को जागरूक किया है, को भी सम्मानित किया गया। इसके अलावा, नीरू, जो एक फिटनेस ट्रेनर, खेल और योग शिक्षिका भी हैं, को उनकी सामाजिक और शारीरिक स्वास्थ्य में योगदान के लिए सराहा गया।
इस समारोह में फिल्म निर्माता केशव ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज की, जिन्होंने भारतीय सिनेमा में अपनी फिल्मों के जरिए समाजिक मुद्दों को उठाया है।
महिला सशक्तिकरण और साहित्य का समागम
इस सम्मान समारोह का एक महत्वपूर्ण पहलू यह था कि इसमें न केवल पुरुष साहित्यकारों को सम्मानित किया गया, बल्कि महिला साहित्यकारों और समाज सेवकों को भी उनकी विशेष सेवाओं के लिए मान्यता दी गई। स्त्री शक्ति संगठन हमेशा से महिला सशक्तिकरण और समाज में महिलाओं के योगदान को बढ़ावा देने के लिए काम कर रहा है। यह संगठन महिलाओं को मंच प्रदान करता है, जहां वे अपने विचार और रचनाओं के माध्यम से समाज में बदलाव ला सकती हैं।
कार्यक्रम की सफलता और भविष्य की योजनाएं
स्त्री शक्ति संगठन और प्रज्ञा साहित्यिक मंच के इस कार्यक्रम ने साहित्य प्रेमियों और कलाकारों को एकजुट किया। इस अवसर पर आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों और विमोचन ने साहित्य के क्षेत्र में एक नई दिशा प्रदान की। ममता शर्मा और कंचन मखीजा ने इस आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और आने वाले समय में इस प्रकार के कार्यक्रमों को और अधिक व्यापक स्तर पर आयोजित करने की योजना बनाई है।
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