Delhi Raid: जमशेदपुर में दिल्ली क्राइम ब्रांच की बड़ी कार्रवाई, हत्या के आरोपी भाई-बहन गिरफ्तार
दिल्ली क्राइम ब्रांच ने जमशेदपुर में छापेमारी कर हत्या के आरोपी भाई-बहन को गिरफ्तार किया। जानें 2010 के सनसनीखेज हत्याकांड से जुड़ी पूरी खबर।
दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम ने एक बड़े ऑपरेशन के तहत जमशेदपुर के मानगो इलाके में छापेमारी कर हत्या के दो फरार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ये कार्रवाई बुधवार को स्थानीय मानगो पुलिस के सहयोग से की गई। आरोपियों को ट्रांजिट रिमांड पर दिल्ली ले जाया गया है।
दिल्ली में हुई थी 2010 की सनसनीखेज हत्या
गिरफ्तार किए गए आरोपी भाई-बहन पर वर्ष 2010 में दिल्ली के गोकुलपुरी थाना क्षेत्र में एक महिला की हत्या का आरोप है। महिला की हत्या के बाद दोनों आरोपी फरार हो गए थे। इनकी पहचान मासूमा निखत उर्फ रेशमा हफीज उर्फ रूबी उर्फ रूमी और उसके भाई मुस्तफा खान उर्फ अब्दुल करीम उर्फ मोनू उर्फ सोनू के रूप में हुई है।
जमशेदपुर में छिपकर रह रहे थे आरोपी
सूत्रों के मुताबिक, मासूमा ने जमशेदपुर में हफीज उर्फ अहमद से शादी कर ली थी और दोनों मानगो के रोड नंबर एक स्थित इकबाल गार्डन में रह रहे थे। मासूमा ने अपने भाई मुस्तफा को भी अपने साथ रखा था।
दिल्ली क्राइम ब्रांच को कैसे मिला सुराग?
दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम को गुप्त सूचना मिली कि हत्या के दोनों आरोपी जमशेदपुर में रह रहे हैं। इसके बाद, टीम ने जमशेदपुर के मानगो इलाके में स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर छापेमारी की योजना बनाई।
गिरफ्तारी की पूरी प्रक्रिया
बुधवार को दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम मानगो पहुंची। स्थानीय पुलिस के सहयोग से रोड नंबर एक स्थित इकबाल गार्डन में छापेमारी की गई। यहां से मासूमा और उसके भाई मुस्तफा को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारी के बाद दोनों की मेडिकल जांच कराई गई और कोर्ट में पेश करने के बाद ट्रांजिट रिमांड पर दिल्ली ले जाया गया।
हत्या का मामला और फरारी का सफर
2010 की इस हत्या ने दिल्ली को झकझोर कर रख दिया था। पुलिस के मुताबिक, दोनों आरोपी हत्या के बाद से लगातार अपने ठिकाने बदलते रहे। फरारी के दौरान मासूमा ने अपनी पहचान छिपाने के लिए कई नामों का इस्तेमाल किया।
ऐसे होता है क्राइम ब्रांच का ऑपरेशन
दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम का यह ऑपरेशन उनकी सटीक जानकारी और तेज कार्रवाई का नतीजा है। इस तरह के ऑपरेशन से यह साबित होता है कि अपराधी कितना भी भागे, लेकिन कानून की पकड़ से बच नहीं सकता।
क्राइम ब्रांच की सराहना
जमशेदपुर में हुए इस सफल ऑपरेशन के बाद दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम की सराहना हो रही है। मानगो पुलिस का सहयोग भी इस ऑपरेशन को सफल बनाने में अहम रहा।
इतिहास से सबक
ऐसे कई मामले हुए हैं, जहां अपराधियों ने पहचान बदलकर फरारी काटी है। लेकिन समय के साथ तकनीक और पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने अपराधियों को भागने का मौका नहीं दिया।
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