दारीसाई कृषि विज्ञान केंद्र के मजदूरों की हड़ताल से कामकाज ठप
दारीसाई कृषि विज्ञान केंद्र के मजदूर डेढ़ माह से हड़ताल पर हैं। लंबित वेतन और अन्य मांगों को लेकर हड़ताल जारी है, जिससे किसानों को हो रही परेशानी।
गालूडीह: 18 अक्टूबर 2024 को गालूडीह के दारीसाई कृषि विज्ञान केंद्र के मजदूर डेढ़ माह से हड़ताल पर हैं। अस्थायी कर्मचारी 28 अगस्त से लंबित वेतन की मांग को लेकर हड़ताल कर रहे हैं। मजदूरों का कहना है कि केंद्र में बीएयू रांची से आई टीम ने कई प्रकार की गड़बड़ियां पाई थीं। उन्होंने आश्वासन दिया था कि जल्द ही समस्या का समाधान होगा, लेकिन अब तक कोई हल नहीं निकला है।
केंद्र के अकाउंटेंट दीपंकर भकत फरार हैं, जबकि वरीय वैज्ञानिक सह प्रधान डॉ. आरती वीणा एक्का का ट्रांसफर दूसरे केंद्र में हो चुका है। हड़ताल पर बैठे मजदूरों ने बताया कि पिछले तीन वर्षों से उनका वेतन बकाया है। इसके साथ ही, वे विभिन्न श्रेणियों के लिए मजदूरी, संविदा कर्मियों के वेतन में वृद्धि, मजदूरों के लिए पीएफ की सुविधा, और बीमा जैसी मांगें भी रख रहे हैं।
मजदूरों की हड़ताल के कारण कृषि विज्ञान केंद्र का कामकाज पूरी तरह ठप है। इस केंद्र में आसपास और दूरदराज के हजारों किसानों को खेती से संबंधित प्रशिक्षण दिया जाता था, जो अब 28 अगस्त से बंद हो गया है। इससे किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
किसान केंद्र से प्राप्त प्रशिक्षण का उपयोग अपने खेतों में करते थे। इस काम में डॉ. आरती बीना एक्का उन्हें सहयोग करती थीं। हड़ताल के चलते न केवल मजदूर बल्कि किसान भी गंभीर संकट में हैं।
मौके पर उपस्थित मजदूरों में जयंती भकत, मंगला सिंह, उर्मिला रजक, गीता रानी मदिना, मीना मदिना, मंजुरा मदिना, मामपी गिरि, माला मदिना, संजू भकत, गौर सिंह, भूपेश सिंह और भवतोष गोराई शामिल थे। मजदूरों ने अपने हक के लिए संघर्ष जारी रखने का निर्णय लिया है।
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