मुख्यमंत्री योगी का देवीपाटन मंदिर में विशेष पूजन: मां पाटेश्वरी की आराधना और गोशाला में गुड़-चारा खिलाया
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शारदीय नवरात्रि के अवसर पर देवीपाटन मंदिर में मां पाटेश्वरी की पूजा-अर्चना की, गोशाला में जाकर गायों को गुड़-चारा खिलाया, और बच्चों को चॉकलेट दी।
गोरखपुर 10 अक्टूबर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नवरात्रि के पावन अवसर पर गुरुवार को बलरामपुर स्थित देवीपाटन मंदिर में मां पाटेश्वरी की विशेष पूजा-अर्चना की। इसके साथ ही, उन्होंने मंदिर प्रांगण की गोशाला में जाकर गायों को गुड़ और चारा खिलाया, जो गोरक्षपीठाधीश्वर के रूप में उनकी गहरी आध्यात्मिक और पशु-प्रेम भावना को दर्शाता है। मुख्यमंत्री ने न केवल धार्मिक कर्तव्यों का पालन किया बल्कि बच्चों से मिलकर उन्हें चॉकलेट भी दी और शिक्षा के महत्व पर जोर दिया।
मां पाटेश्वरी के चरणों में शीश नवाया, प्रदेश की समृद्धि की कामना की
शारदीय नवरात्रि के इस विशेष मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मां पाटेश्वरी के चरणों में शीश नवाते हुए उत्तर प्रदेश की सुख-समृद्धि और जनता की खुशहाली के लिए प्रार्थना की। यह पहली बार नहीं है जब मुख्यमंत्री ने इस तरह से देवी की आराधना की हो; हर साल वे नवरात्रि के दौरान देवी मंदिरों में पूजन करते रहे हैं। उनके इस कार्य से प्रदेश के धार्मिक महत्व और सांस्कृतिक धरोहर की पुनर्स्थापना होती है।
मुख्यमंत्री ने मंदिर के प्रबंधन और वहां की व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया, जिससे यह साफ होता है कि उनका प्रशासनिक और धार्मिक कार्यों में संतुलन अद्वितीय है।
गायों से विशेष लगाव, गोशाला का किया निरीक्षण
मुख्यमंत्री योगी का गो सेवा से जुड़ाव किसी से छिपा नहीं है। गुरुवार को मंदिर परिसर की गोशाला में जाकर उन्होंने गायों को अपने हाथों से गुड़ और चारा खिलाया। उनके द्वारा गायों को नाम लेकर पुकारना और गायों का उनके पास दौड़ते हुए आना, इस बात का प्रमाण है कि गोरक्षपीठाधीश्वर के रूप में उनका जीव-जंतुओं के प्रति गहरा स्नेह है। गोशाला की व्यवस्थाओं का निरीक्षण करते हुए मुख्यमंत्री ने वहां की सेवाओं में सुधार के लिए भी कई सुझाव दिए। उनके नेतृत्व में गोशालाओं के प्रति यह जिम्मेदारी कोई नई बात नहीं है, बल्कि यह उनकी पुरानी परंपरा का हिस्सा है।
बच्चों से मिलकर दी चॉकलेट, पढ़ाई में मन लगाने का मंत्र
देवीपाटन मंदिर में दर्शन के बाद मुख्यमंत्री ने बच्चों से भी मुलाकात की। नन्हे दर्शनार्थियों को चॉकलेट देकर उन्होंने उनकी खुशियों में शामिल हुए। बच्चों से बातचीत के दौरान उन्होंने उनकी पढ़ाई के बारे में जानकारी ली और उन्हें मन लगाकर पढ़ने का मंत्र दिया। मुख्यमंत्री ने छात्रावास में रहने वाले थारू जनजाति के बच्चों से भी संवाद किया और उनकी शिक्षा, खानपान और रहने की व्यवस्थाओं के बारे में पूछताछ की। मुख्यमंत्री द्वारा बच्चों के प्रति इस दुलार और पुचकार ने वहां मौजूद लोगों का दिल जीत लिया। यह मुख्यमंत्री का सादगी और समाजसेवा के प्रति उनकी निष्ठा का प्रत्यक्ष उदाहरण है।
समीक्षा बैठक और विकास योजनाओं का निरीक्षण
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का दो दिवसीय बलरामपुर दौरा धार्मिक पूजा के अलावा विकास कार्यों के निरीक्षण के लिए भी महत्वपूर्ण था। उन्होंने बुधवार को एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की और निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज व विश्वविद्यालय का निरीक्षण किया। इस दौरे का मुख्य उद्देश्य प्रदेश में विकास कार्यों को गति देना और प्रशासनिक सुधारों की प्रगति को सुनिश्चित करना था।
मुख्यमंत्री के इस दौरे ने धार्मिक और प्रशासनिक दोनों ही पहलुओं को एक साथ जोड़ा, जो यह दर्शाता है कि योगी आदित्यनाथ किस प्रकार अपने धार्मिक कर्तव्यों के साथ प्रदेश के विकास को प्राथमिकता देते हैं।
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